पूरा नाम | माँ देवल |
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माता पिता का नाम | आढा शाखा के चारण मांढाजी के पुत्र चकलुजी की पुत्री थी |
जन्म व जन्म स्थान | |
स्वधामगमन | |
विविध | |
चारण समाज में देवल देवी के नाम से चार लोक देवीयां अवतरित हुई थी। उनमें से एक:- देवल देवी आढांना नामक गांव के आढा शाखा के चारण मांढाजी के पुत्र चकलुजी की पुत्री थी, जो सुवाप गांव के किनीयां शाखा के चारण मेहाजी की पत्नी थी, करणीजी आदि सातों बहनों को जन्म देने का सौभाग्य इसी देवल देवी को था, इन्हे भी शक्ति का अवतार माना जाता है। | |
जीवन परिचय | |
चारण समाज में देवल देवी के नाम से चार लोक देवीयां अवतरित हुई थी। उनमें से एक:- देवल देवी आढांना नामक गांव के आढा शाखा के चारण मांढाजी के पुत्र चकलुजी की पुत्री थी, जो सुवाप गांव के किनीयां शाखा के चारण मेहाजी की पत्नी थी, करणीजी आदि सातों बहनों को जन्म देने का सौभाग्य इसी देवल देवी को था, इन्हे भी शक्ति का अवतार माना जाता है। |
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