मेवाड़ जिसे प्राचीन शिलालेखों में शिलालेखों में मेदपाट एवं प्रागवाट कहा गया है। मेवाड़ का भौगोलिक परिक्षेत्र दक्षिणी अजमेर से वर्तमान भीलवाड़ा चित्तौड़ प्रतापगढ़ सहित मंदसौर के कुछ भूभाग तक फैला हुआ था। मेवाड़ में वर्तमान मे चारण जाति के लगभग 200 गांव अवस्थित है।
ईस्वी सन् 734 में गोहिल वंश की स्थापना के साथ ही मेवाड़ में चारणों का अधिवा सन पाया जाता है।
वर्तमान में मेवाड़ के चारण समाज की प्रतिनिधि संस्था श्री मेवाड़ चारण महासभा एवं संस्थान की स्थापना सन 1934 में तत्कालीन मेवाड़ राज्य के प्रधानमंत्री विशेष सलाहकार एवं इतिहासकार कविराजा मा उपाध्याय श्यामलदास दधिवाडिया के प्रयासों से संभव हुई। मेवाड़ में चारण समाज को ख्याति दिलाने में महान क्रांतिकारी परिवार देवपुरा खेड़ा (शाहपुरा, भीलवाड़ा) के प्रातः समरणीय केशरीसिंह बारहठ, जोरावरसिंह बारहठ तथा अमर शहीद कुँवर प्रताप की वंदनीय भूमिका है। जैसाजी, केशवजी, नरुजी सौदा जैसे वीर योद्धा चारणों का मेवाड़ के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान है।
इस समय उदयपुर के सूरजपोल दरवाजे के समीप स्थित श्री भोपाल चारण छात्रावास की स्थापना एवं शिलान्यास तत्कालीन मेवाड़ रियासत के महाराणा स्वर्गीय श्री भोपालसिंहजी द्वारा सम्पन्न हुआ तथा इस अवसर पर एवं मेवाड़ राज्य के ताजीमी जागीरदार उपस्थित रहे।
श्री भोपाल चारण छात्रावास का आरंभ एक छात्रावास एवं विद्यालय के रूप में किया गया।
वर्तमान में श्री भोपाल चारण छात्रावास परिसर में पुस्तकालय वाचनालय, छात्रावास आवासीय परिसर, भोजनशाला, श्री मेवाड़ चारण महासभा कार्यालय आदि संचालित हैं।
श्री भोपाल चारण छात्रावास परिसर में निर्माणाधीन सप्तमातृका मंदिर का शिलान्यास आई श्री कंकू केसर माताजी द्वारा किया गया जिसका निर्माण कार्य चल रहा है।
श्री मेवाड़ चरण महासभा की वर्तमान कार्यकारिणी में अध्यक्ष पद पर श्री भैरूसिंह सौदा डीडवाना, कार्यकारी अध्यक्ष पद पर श्री वीरभद्रसिंह बारहठ(तली), श्री गिरिराजसिंह बारहठ राबचा, उपाध्यक्ष पद पर नरेंद्रसिंह बकाण तथा छात्रावास विकास समिति अध्यक्ष पद पर फ्री भारतसिंह सौदा कार्यरत हैं।
संस्थान द्वारा प्रतिवर्ष अमर शहीद कुंवर प्रतापसिंह बारहठ जयंती का आयोजन 24 मई को किया जाता रहा है। इस अवसर पर अमर शहीद कुंवर प्रतापसिंह बारहट अलंकरण, वीर माता माणक कंवर अलंकरण, कविराजा श्यामलदास अलंकरण सहित अन्य सम्मान समाज के विभिन्न गतिविधियों में भाग लेने वाले एवं उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले समाज जनों तथा देशवासियों को प्रदान किए जाते हैं।
◆ श्री मेवाड़ चारण महासभा के तत्वावधान में समय-समय पर साहित्यिक एवं सामाजिक सरोकारों से जुड़े हुए कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
◆ श्री मेवाड़ चारण महासभा के तत्वाधान में प्रतिवर्ष रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाता है।
◆ महासभा एवं संस्थान के द्वारा छात्रावास में न्यूनतम शुल्क पर रहने एवं भोजन की व्यवस्था की जाती है।
◆ श्री मेवाड़ चरण महासभा के तत्वाधान में प्रदेश एवं देश के विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों में अनुदान भी प्रदान किया जाता है।
◆ कोविड-19 महामारी के दौरान श्री मेवाड़ चारण महासभा द्वारा श्री भोपाल चारण छात्रावास में एक स्थाई शिविर रखा गया जिसमें उपचार एवं क्वॉरेंटाइन केंद्र की स्थापना की गई जहां पर दवाइयां वेंटिलेटर एवं चिकित्सकीय परामर्श की सुविधा रखी गई थी।
◆ महासभा एवं संस्थान के द्वारा समय-समय पर समाज में जब भी आवश्यकता पड़ी तब धन एवं समय के द्वारा समाज की सहायता का प्रयास भी किया गया।
◆ श्री मेवाड़ चरण महासभा के आगामी महत्वपूर्ण कार्यों में से श्री मेवाड़ चारण महासभा साहित्य एवं शोध संस्थान की स्थापना करना, संस्थान में डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना करना, विद्यादान कोष के माध्यम से पाठ्य पुस्तकों एवं प्रतियोगी परीक्षा की पुस्तकों की व्यवस्था करना, इत्यादि महत्वपूर्ण कार्य किए जाने हैं।
◆ श्री मेवाड़ चारण महासभा ने महासभा की आय एवं समाज जनों के विशिष्ट सहयोग से पांच कमरों की नरूजी बरहठ विंग का निर्माण वर्तमान में करवाया गया है। इसका लोकार्पण पूज्य आई कंकु केशर मां तथा पूज्य संत श्री अवधेशानंदजी महाराज के सानिध्य में किया गया।
◆ महासभा द्वारा निरंतर समाज के हित में कार्य किए गए हैं। एवं आगामी वर्षों में भी यह क्रम जारी रहेगा।