पूरा नाम | माँ देवल – मीसण |
---|---|
माता पिता का नाम | पिता चारण अणदाजी |
जन्म व जन्म स्थान | जैसलमेर जिलें के बोगनयायी गांव में |
स्वधामगमन | |
विविध | |
चारण समाज में देवल देवी के नाम से चार लोक देवीयां अवतरित हुई थी। उनमें से एक – जैसलमेर के बोगनयायी गांव के मीसण शाखा के चारण अणदाजी की पुत्री एंव करणानन्दं आणंद की बहिन थी, जिन्होने वीर पाबुजी राठौड़ को केसर कालमी घोड़ी दी थी, ईसके सम्बधं में एक दौहा प्रसिद्ध हैं:-
अणदै री मीसण नमो, झलै त्रिसुळां झल्ल। |
|
माँ देवल से संबधित अधिक जानकारी के लिए – |
|
यहां क्लिक करें – Click hare |