किसको जुर्म दिख रहा है-रणजीत सिंह रणदेव चारण
किसको जुर्म दिख रहा है जुर्म की धारा इन पाखण्डों से दिख रही है, उनके कर्मों से ये भु धरा आज हिल रही हैं। दुनिया में कितने पैसेवर हैं न…
किसको जुर्म दिख रहा है जुर्म की धारा इन पाखण्डों से दिख रही है, उनके कर्मों से ये भु धरा आज हिल रही हैं। दुनिया में कितने पैसेवर हैं न…
विषय – कौन जन की देख रहा हैं। कौन तडफ रहा है, इस समर भारत देश में । क्या किया तुमने त्रिकुणी टोपी सफेद वेश में।। भाषण में तुम जोश…