Thu. Nov 21st, 2024

मनरंगथली मझ मात रमें – छंद : रोमकंद

!!दोहा!! गुण लिखतां गुणपत थके, बरणत सुरसत व्यास! मात तिहारै चरित को, दाखि सकै किम दास? १ नहीं छंद, रस भी नहीं, पास नहीं लय प्रास! रास तऊ रचणौ चहें,…

कुंवर श्री प्रताप सिंह बारहठ

  पूरा नाम कुंवर प्रतापसिंह बारहठ माता पिता का नाम पिता क्रांतिकारी बारहठ केशरीसिंहजी व माता श्रीमती माणिक्य कंवर जन्म व जन्म भूमि वि.सं.1950 ज्येष्ठ शुक्ला नवमी तदनुसार दि. 24…

समानबाई के सवैया

करसै है कमान अहेरिय कान लौं, बान तैं प्रान निकालन में हैं। दरसै गुस्सै भर्यो स्वान घुसै, झुरसै तन तो जगि ज्वालन में हैं। तरसै दृग नग पै ढिग तो,…

गजेन्द्र मोक्ष पर समान बाई का सवैया

पान के काज गयो गजराज, कुटुम्ब समेत धस्यो जल मांहीं। पान कर्यो जल शीतल को, असनान की केलि रचितिहि ठाहीं। कोपि के ग्राह ग्रह्यो गजराज, बुडाय लयो जल दीन की…

बनासा री बछेरी सतेज घणेरी – समानबाई रचित बना

बनासा री बछेरी सतेज घणेरी, जीनै राम बना चढ फेरी।।टेर।। राय आंगण बिच रिमझिम नाचै, जाणै इक इन्द्र परेरी। हार हमेल हिया बिच सोहे, कनक लगाम खिंचेरी बनासा री बछेरी…

श्रीमद्भागवत महिमा – समानबाई कविया

श्रीमद् सब सुख दाई। नृपति कुं श्रीसुखदेव सुनाई।।टेर।। विप्र श्राप तैं जात अधमगति, डरियो नृपत मन मांई। ऐसो कोई होय जगत में, श्रीकृष्ण लोक पंहुचाई।।1।। आये सुक नृप के सुख…

वैवाहिक गीत – बनासा री मदील मिजाज करे छै – भक्तिमति समान बाई

बना सा री मदील मिजाज करै छै। सिया निरखत मोद भरै छै, रघुवर री मदील मिजाज करै छै।। सबहि सहेल्यां चढत महल में, सबहि झरोकाँ झुकै छै। या छबि देखी…

घनश्याम मिले तो बताओ हमें -कवियत्रि भक्तिमति समान बाई

ऐसे घनस्याम सुजान पीया, कछु तो हम चिन्ह बतावें तुम्हें। सखि पूछ रही बन बेलन ते घनश्याम मिलै तो बताओ हमें।।टेर।। मनि मानिक मोर के पंखन में, जुरे नील जराव…

ठाकुर जोरावरसिंह बारहठ

श्री जोरावर सिंह बारहठ पूरा नाम श्री जोरावरसिंह बारहठ माता पिता का नाम  पिता श्री कृष्णसिंहजी व माता श्रृंगारबाई  जन्म व जन्म भूमि जन्म 12 सितम्बर 1883 को इनके पैत्रक…

भारत री छत्राणी – डॉ. गजादान चारण “शक्तिसुत”

अमर शहीद कुँवर प्रताप सिंह बारहठ की वीर माता माणिक्य कँवर के मन के भाव शब्दों में पिरोने का अदना सा प्रयास। थारै मन री बात लाडेसर, म्हारै सूं अणजाणी…