सागरदानजी कविया (आलावास) रा कह्या दोहा – राजेंन्द्रसिंह कविया संतोषपुरा सीकर
!! सागरदानजी कविया (आलावास) रा कह्या दोहा !! !! आउवा ठाकुर खुशालसिंह रा !! ईस्वी सन 1857 से पहले ही अंग्रेजो के सामने अति सक्रिय भूमिका…
!! सागरदानजी कविया (आलावास) रा कह्या दोहा !! !! आउवा ठाकुर खुशालसिंह रा !! ईस्वी सन 1857 से पहले ही अंग्रेजो के सामने अति सक्रिय भूमिका…
!! मांडण कूंपा महिराजोत रो गीत !! !! गीत !! मांगै दीकरी गढ गांम दियै महि, छत्रपत हठ्ठ नां छांडै ! पौह पतसाह गलां परधांने, मांडण कांन…
!! हर का भगत हरदासजी !! हर शिवजी रो ऐक दूजो नांव अर हर मोटा देव, ब्रह्मा विष्णु महेश तीनों देव जोङासूं जाणिजै, इंयां तो संसार में ऐक सूं ऐक…
हरिभक्त चारण कवि ! !! छप्पय !! कर्मानन्द अल्लू चौरा, चंड ईसर केसो ! दूदो जीवद नरौ, नारायण मांडण बेसो ! कोल्हरू माधौदास, बहुत जिन वाणी सोहन ! अचलदास चौमुखारू,…
चारणवास वाऴो चैत !! ऐकर सियाऴैमें आधे माघ मास में बिरखा बूठी, अर बिरखाई घणी लांबी भांय हुई मानखै आप आपरै सपना रा जाऴा बणा वणा गुंथणा शुरु करिया ।…
(2) “डिंगऴकाव्य अर वीरवर कल्लाजी रायमलोत” !! गीत !! ऊभौ ऐक अनङ महा भङ आडौ, वीरत गुर खत्रवाट वहै ! पङियां सीस पछैई पालटसी, कोट म कर कर कल्लौ कहै…
!!जोगीदास भाटी की कटारी !! मारवाङ जिसे नर सांमद भी कहते है, मारवाङ के अनेकानेक सूरमाओंमे भाटी गोविन्ददासजी का नाम अग्रिम पंक्ति में आता है सपूतसमझने वाले गोयंददास ने अति…
ऐक ह्रदय स्पर्शि कहानी !! आज जब चारों तरफ कट्टरवाद हावी हो रहा है तब ऐक दूसरे धर्म पर अपनी मान्यताऐं थोपने की अन्धाधुंद प्रतिस्पर्धा चल रही है तथा मानवता,…
!!सुप्रसिध्द यौध्दा नरुजी कविया !! नरूजी कविया सुप्रसिध्द भक्त-वर कवि सिध्द अलूनाथ जी कविया के बङे सुपुत्र थे, नरुजी एक उत्कृष्ट कोटि के यौध्दा थे,बादशाह अकबर ने सन 1587 में…
!! कहां वे लोग कहां वे बातें !! सन 1980 के मार्च अप्रैल की बात है जब मेरे पिताश्री श्री बलदेवसिंहजी कविया की पुलिस थाना लक्ष्मणगढ जिला सीकर में हैड…