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Tag: गिरधरदान रतनू “दासोड़ी

सुरराज आरजी सुणै साहिब! – गिरधरदान रतनू दासोड़ी

च्यारां कानी वरसाल़ो लूंबियो। सांवण रा लोर लटूंबिया। घणघोर कांठलां बणाव कियो। आभै में बीजल़ी रा पल़ाका अर धरा माथै मोरां रो कल़ाव बखाणणजोग है पण गारबदेसर ठा.किसनसिंहजी एक बात…

कवि सम्मान री अनूठी मिसाल ~गिरधरदान रतनू “दासोड़ी”

कवि मनमौजी अर कंवल़ै काल़जै रो हुवै। जिण मन जीत लियो कवि उणरो कायल। इण मामलै में वो छोटो कै मोटो नीं देखै। ओ ई कारण है कै वो निरंकुश कहीजै। बुधजी…

अमर शहीद प्रताप बारहठ रै प्रति- गिरधरदान रतनू दासोड़ी

पुण्यात्मा प्रतापसिंह बारठ को सश्रद्ध नमन मरदां मरणो हक्क है, मगर पच्चीसी मांय। महलां रोवै गोरड़ी, मरद हथायां मांय।। इस सपूत के समग्र पूर्वजों ने मातृभूमि के हितार्थ व स्वाभिमान…

कुळ चारण लुळ नमन करै – कवि गिरधर दान रतनू “दासोडी

हल़्दीघाटी अर स्वतंत्रता आंदोलन रै सौदा सूरां नैं समर्पित एक छंद किन्हीं राजस्थानी कवि ने माओं को संबोधित करते हुए कहा है कि अगर उनके लड़के में बारह वर्ष में…

जोधपुर थापना दिवस री सगल़ै सैणां नै बधाई अर शुभकामनावां- गि.रतनू

अरि दल़ण अखियात ओ, भेर तपै वँश -भांण। जोध बसायो जगत में, जस जोगो जोधांण।। मोरधव्ज चावो मुदै, महि हद पावण मांण। गढां सिरोमण गाढधर, जग जोवो जोधांण।। वीसहथी नै…

तनै रंग दसरथ तणा

बाप दियो वनवास, चाव लीधो सिर चाढै। धनख बाण कर धार, वाट दल़ राकस बाढै। भल लख सबरी भाव, आप चखिया फल़ ऐंठा, सारां तूं समराथ, सुण्या नह तोसूं सैंठा। पाड़ियो मुरड़ लंकाणपत, भेल़ो कुंभै…

अभिनंदन के अभिनंदन में- गिरधरदान रतनू दासोड़ी

तर चंदन है धर वीर सबै, मंडिय गल्ल कीरत छंदन में। द्विजराम प्रताप शिवा घट में, भुज राम बसै हर नंदन में। निखरै भड़ आफत कंचन ज्यूं, उचरै कवि वीरत…

जुड़ै जवान जोरवान- गिरधरदान रतनू दासोड़ी

मा भारती की रक्षा में अहर्निश प्रण प्राण से समर्पित भारतीय सेना के तीनों अंगों अभय जवानों को समर्पित मेरी कुछ पंक्तियां- ।।दूहा।। बुआ वीर मग्ग व्योम, भोम लियां भुज…

आई ऐह दिया उपदेश – गिरधरदान रतनू “दासोड़ी”

गर्विली गुजरात रै मढड़ै गांम में जनमी मा सोनल जिकै “मढड़ै वाल़ी मात” रै नाम सूं लोकप्रिय रैयी। उणां समाज रै हित चिंतन सारू अथग प्रयास किया। उणां रै सुभग…

दो गजलां -गिरधरदान रतनू दासोड़ी

१ एकर म्हारै गाम आवजै। साथै थारी भाम लावजै।। चांदो तारा बंतल़ करता। हंसतो रमतो धाम पावजै।। मिरच रोटियां मन मनवारां काल़जियै रो ठाम पावजै।। स्नेह सुरां री बंशी सुणजै।…