हिंदी – -डॉ. गजादान चारण ‘शक्तिसुत’ नाथूसर
कविता- हिन्द हमारा विमल हृदय है रचयिता- डॉ. गजादान चारण ‘शक्तिसुत’ प्रस्तुति- अक्षिता चारण हिंदी -डॉ. गजादान चारण ‘शक्तिसुत’ नाथूसर राष्ट्र-चमन को नित महकाती, सौरभ-थाती चंदन हिंदी। हिंद हमारा विमल…
कविता- हिन्द हमारा विमल हृदय है रचयिता- डॉ. गजादान चारण ‘शक्तिसुत’ प्रस्तुति- अक्षिता चारण हिंदी -डॉ. गजादान चारण ‘शक्तिसुत’ नाथूसर राष्ट्र-चमन को नित महकाती, सौरभ-थाती चंदन हिंदी। हिंद हमारा विमल…
दौरा दिन बै देस रा, फोरा साव फिरंग।मच मच गौरा मारिया, रंग रे जोरा रंग।।01।। भ्राता-सुतन प्रताप भड़, सदा रैयो जिण संग।सखा केसरीसिंह सो, रंग जोरावर रंग।।02।। मातभोम दुख मेटबा,…
सब सज्जनां मन होय सौराई, दुष्ट दौराई दूरै।भेळप-संप रखै सब भाई, प्रेम भलाई पूरै।(तो) सुकवी गजदान सुणावै रे, चित चारण वो दिन चावै।। 01।। हर घर माँहीं हेत-हथायाँ, कुटिल मितायाँ…
नेतृत्व का चयन प्रबंधन, की प्रामाणिक धूरी है। कैसे कह दें छात्रसंघ, निर्वाचन गैर जरूरी है। कोई भी हो तंत्र तंत्र का, अपना इक अनुशासन है अनुशासन के लिए तंत्र में…
हुई जब हौड़ नापे कौन जग दौड़, सारे काम धाम छोड़ बड़े भ्राता बोले ध्यान दे। मूषक सवार देख धरा को पसार, तो से पड़ेगी ना पार क्यों न खड़ी-हार…
आचार्य हेमचंद्र आपरी व्याकरण पोथी में अपभ्रंश रा मोकळा दूहा दाखलै सरूप दिया है। आं दूहाँ में वीर रस रा व्हाला दाखला पाठक नै बरबस बाँधण री खिमता राखै।आँ दूहाँ…
साथ समय के आना होगा सच को गले लगाना होगा फिर जो चाहे भले बचाना, पहले राष्ट्र बचाना होगा। समय-शंख का स्वर पहचानो! राष्ट्रधर्म निभाना होगा तेरी मेरी राग छोड़कर…
हमारे काव्यमनीषियों ने लिखा कि विद्वान एवं गुणी लोग काव्यशास्त्र विनोद में अपना समय सहर्ष व्यतीत करते हैं जबकि मुर्ख व्यक्ति का समय या तो नींद लेने में बीत जाता…