गजल – आशूदान मेहडू
“दिल लगी” “गज़ल” मैने सीखा है जिंदगी मे, हर दिल दिल से लगाना। यही जीवन है मेरा यारो, यही मेरा फसाना। मैं पीता नहीं शराब कभी, किसी ग़म को भगाने।…
“दिल लगी” “गज़ल” मैने सीखा है जिंदगी मे, हर दिल दिल से लगाना। यही जीवन है मेरा यारो, यही मेरा फसाना। मैं पीता नहीं शराब कभी, किसी ग़म को भगाने।…
“जीऐं बेटीयाँ” किसी शायर ने पूछ लिया, सागर से एक दिन। तूं है बड़ा विशाल, तेरा दामन भी है गुलशन।। क्या है वजूद तेरा, तेरा परिवार क्या क्या ? मुस्कुराते…
आई चंपाबाई के जीवन पर आशूदानजी मेहड़ू द्वारा दोहे श्रद्धा सुमन ।। दोहा ।। पारकर मैया प्रगटी, देवी चारण दीप। “धनु” कोख धन्य अहो, पिता “वाघ” विदित।।1 मेहड़ू कुल मातेश्वरी,…