ए ज सोनल अवतरी- कवि दुला भाया “काग”
।।दोहा।। उग्रसेन चारण सकळ, कंस कळी बणवीर। गोकुळ मढडा गाममें, सोनल जाई हमीर।। ।।छंद – सारसी।। नव लाख पोषण अकळ नर ही, ए ज सोनल अवतरी।। मा ! ए ज…
।।दोहा।। उग्रसेन चारण सकळ, कंस कळी बणवीर। गोकुळ मढडा गाममें, सोनल जाई हमीर।। ।।छंद – सारसी।। नव लाख पोषण अकळ नर ही, ए ज सोनल अवतरी।। मा ! ए ज…
ચારણ-કન્યા//ઝવેરચંદ મેઘાણી સાવજ ગરજે !વનરાવનનો રાજા ગરજે ગીરકાંઠાનો કેસરી ગરજેઐરાવતકુળનો અરિ ગરજેકડ્યપાતળિયો જોધ્ધો ગરજેમોં ફાડી માતેલો ગરજેજાણે કો જોગંદર ગરજેનાનો એવો સમદર ગરજે !ક્યાં ક્યાં ગરજે?બાવળના જાળામાં ગરજેડુંગરના ગાળામાં ગરજેકણબીના…
कवि शिरोमण काग इहग आयो इळ उपरा, साहित्य धन सोभाग। सुरसत मुख रहती सदा, कवि शिरोमण काग।। सितारों सकळ समाज रो, पातां तणो ओ पाग। गढवी इण गुजरात रो, कवि…
दुला भाया काग जयंती पर उनके संस्मरण आजे काव्य ऋषि स्व. श्री दुलाभाई भाया भाई काग नी 116 मीं जन्मजयन्ति परे मने एवा युग पुरुष भगत बापू ना नाम…
कागबापु रचीत दोहो शांतिकरण जगभरण तुं, घडण घणा भवघाट। नमो आध नारायणी, विश्र्वरूप वैराट।। (छंद-भुजंगी) नमो ब्रह्मशक्ति महाविश्र्वमाया, नमो धारनी कोटि ब्रह्मांड काया; नमो वेद वेदांत मे शेष बरनी, नमो…
नाम पद्मश्री दुला भाया काग जन्म तुंबेल (परजिया चारण) कुल में सौराष्ट्र के महुवा के पास सोडवदरी गांव में 1958 कार्तिक वद अगियारस शनिवार 25 नवम्बर 1902 में हुआ। स्वर्गवास वि.स.…