Sat. Apr 19th, 2025

Tag: जयपालसिंह(जीगर बऩ्ना) चारण ठि.थेरासणा

चारण जाती के लीए राजा और विध्धवानो के मंतव्य

चारण जाती के लीए राजा और विध्धवानो के मंतव्य चारणो ज राजाओ ने सत्य हकीकत कही शके छे तेओ बधा करता श्रेष्ठ छे । -सर प्रभाशंकर पंडीत चारण जाती की…

करावाडा जागीर के प्रतापी शासक चारणकुल भुषण ठाकुर साहब जगतसिंहजी सौदा बारहठ

करावाडा जागीर के प्रतापी शासक चारणकुल भुषण ठाकुर साहब जगतसिंहजी सौदा बारहठ एक बार उदयपुर महाराणा मेवाङ के समारोह में सभी राजपुत तथा चारण सिरदारों को आमंत्रित किया गया।उस वक्त…

राजपूताना और गुजरात मे सौदा बारहठ शाखा के चारणो के जागीर ग्रामो (स्वशासीत ग्राम/शासन जागीर) की जानकारी

राजपूताना और गुजरात मे सौदा बारहठ शाखा के चारणो के जागीर ग्रामो(स्वशासीत ग्राम/शासन जागीर) की जानकारी >महाराणा हम्मीर जी ने बारुजी सौदा को अपने दसोंदी नीयुक्त कर 25,000 की वार्षीक…

चारण माने चाह+रण……………………

चारण माने चाह+रण…………………… >गरासदार गोपालदासजी बारहठ व विर परबतजी वरसडा जामनगर के जामसताजी ने संवत् 1639वि.को अहमदाबाद के ‘मुजफ्फर शाह’ बादशाह को शरण दे दी। अकबर ने ईसे लोटाने को…

देववंशी/देवजाती- चारण

देववंशी/देवजाती- चारण   >कलम व तलवार की धनी चारण जाति ने अपनी साहित्हिक प्रतिभा व संगठनात्मक शक्तियों का संयोजन स्वतंत्रता समर में भाग लेकर किया। चारण जाति की उत्पति दैवी…

गरासदार” शब्द का मतलब

“गरासदार” शब्द का मतलब   > ‘गरास’ या ‘ग्रास’ का संस्कृत में अर्थ है निवाला (खाने का निवाला)। किसी राज्य में शूरविर और विध्वान प्रतिष्ठीत व्यकित जो उस राज्य के…