Sun. Jul 27th, 2025

Tag: गणपतसिंह चारण मुण्डकोशिया

टोडरमलजी चांचडा

टोडरमलजी चांचडा एक समय जब बाबर बहुत शक्तिशाली हो गया तब सभी राजा महाराजाओं ने महाराणा सांगा के साथ मिलकर बाबर से युद्ध करने की योजना बनाई और बयाना में…

श्री गीगाई माता, इन्दोखा

हिंदू धर्म में जगत के कल्याण हेतु समय-समय पर शक्तियां अवतरित होती रहती हैं ! मगर सभी जातियों का मूल्यांकन किया जाए तो भारतीय इतिहास में सबसे ज्यादा शक्ति अवतरण…

हिंगलाज यात्रा का महत्त्व और बुधगिरीजी महाराज

हिंगलाज यात्रा का महत्त्व और बुधगिरी जी महाराज दसनामी गिरी पंथ में आद्य देवी मा हिंगलाज के पूजन एवं दर्शन का अत्यधिक महत्व है  दसनामी संत परंपरा में पूरी पंथ…

सिद्ध पुरुष भीमाजी आशिया

सिद्ध पुरुष भीमाजी आशिया मालजी आशिया के प्राप्त गाँव को किसी कारणवश भाऊ चौधरी श्राप देकर चले गये थे ! इसी कारण वेरिशाल जी सशंकित थे की उनके कोई पुत्र…

कवी उम्मेदराम जी पालावत

कवी उम्मेदरामजी पालावत एक बार अलवर के राव बख्तावरसिंहजी अपने साथ प्रवीण शिकारी लेकर जंगल में शिकार करने गए ! वहा उन्होंने एक सूअर को गोली मारी, मगर वह घायल…

माँ घन्टीयाली (आवड) के चमत्कार

माँ घन्टीयाली (आवड) के चमत्कार 1.- पहला चमत्कार- 1965 की लड़ाई के दोरान पाकिस्तानी सेना आमने सामने से आने लगी तो माता ने अपना परिचय देते हुए – पाकिस्तानी सैनिक…

खिमजी दधिवाडिया (देवल)

खिमजी दधिवाडिया (देवल) मेवाड़ के ठिकानो में सारंगदेवोतो का ठिकाना बाठेडा ! यहाँ का जागीरदार राव भोपतराम ,बहुत ही समझदार और गुणग्राही ! उसकी समझदारी की चर्चा आसपास के पुरे…

महाराणा प्रताप और चारण

महाराणा प्रताप के सााथ उनके सहयोगी वीर बलिदानी जेसा सौदा, केशव सौदा, रामा सांदू, गोरधन बोग्सा, सुरायची टापरिया का पूण्य स्मरण प्रातः स्मरणीय हिंदुआं सुरज महाराणा प्रताप की जयंती पर…