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मनोज चारण

श्री मनोज चारण
नाममनोज कुमार
साहित्यिक नाममनोज चारण ‘कुमार’
 माता पिता व धर्म पत्नी नाम माता – श्रीमती रमेश कंवर, पिता – श्री कैलाशचन्द्र चारण व धर्मपत्नी नाम –  श्रीमती आशा कंवर 

जन्म व जन्म  स्थान
11 जुलाई, 1979 (ओरिजनल डेट) / 05 जून, 1978 (डोक्युमेंटली जन्मतिथि) चारणों की ढाणी तहसील नोहर जिला हनुमानगढ़ (ननिहाल)
संबधित अन्य जानकारी 
गोत्र – गाडण (चोलावत)
पैतृक गाँव – जैतासर तहसील रतनगढ़ जिला चूरू
निवास स्थान – रतनगढ़ जिला चूरू

 

शिक्षा

  1. एम.ए. (हिंदी) महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय, अजमेर से २००३ में.
  2. एम.ए. (इतिहास) महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर से
  3. ग्रामीण विकास में स्नातकोत्तर डिप्लोमा, महात्मा गांधी विश्वविद्यालय वर्धा से.
  4. बी.एड. राजस्थान विश्वविद्यालय से २००८ में.
  5. हिन्दी में राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) पास
  6. कम्प्यूटर शिक्षा में पी.जी.डी.सी.ए. डिप्लोमा

सम्प्रति

  1. पंचायतीराज विभाग में कनिष्ठ सहायक के पद पर पंचायत समिति बावड़ी जिला जोधपुर की ग्राम पंचायत विनायकपुरा में पदस्थापित.

सदस्यता

  1. काव्ययोगी किशोर कल्पनाकांत स्मृति साहित्य शोध संस्थान रतनगढ़ में सदस्य.
  2. अखिल भारतीय साहित्य परिषद् में दायित्वधारी.
  3. भारत विकास परिषद् में दायित्वधारी.

लेखन

  1. मिणधर माण मरदण (नागदमण) खंड काव्य २०१८ में प्रकाशित.
  2. सीप के मोती काव्य संकलन में कविता प्रकाशित.
  3. पुष्पगंधा काव्य संकलन में कविताएं प्रकाशित.
  4. सारा विशेषांक में कविता प्रकाशित.
  5. पंडित रामदत्त सांकृत्य स्मृति ग्रन्थ में समालोचना प्रकाशित.
  6. क्रांतिकारी बारठ परिवार गौरव ग्रन्थ में कविता प्रकाशित.
  7. पंजाब केशरी, दैनिक युगपक्ष, चारणाचार, राजस्थान पत्रिका, अहा! जिन्दगी आदि पत्र-पत्रिकाओं में कविता, समालोचना, फिल्म समीक्षा, कविता, कहानियां प्रकाशित.
  8. २०१० से लगातार ब्लॉग लेखन www.barthibabosa.blogspot.com
  9. www.kavyakosh.com, www.kavyasagar.com, www.hindisahitya.org आदि वेबसाईट पर लगातार लेखन कार्य.
  10. www.pratilipi.com पर लगातार लेखन और अस्सी हजार पाठक संख्या.
  11. आकाशवाणी चूरू से कविताएं प्रसारित.

अप्रकाशित साहित्य

  1. कहानी संग्रह “माखण”
  2. हिन्दी कविता संग्रह “बहने दो कविता धारा में”
  3. राजस्थानी काव्य संग्रह “थळवट हंदी बातड़ल्यां”

पुरस्कार

  1. नेम प्रकाशन डेह नागौर का “श्री मोहनदान गाडण भक्ति साहित्य पुरस्कार, २०२०”.
  2. अखिल भारतीय कुमुद टिक्कू साहित्य अलंकरण, २०२१ में श्रेष्ठ कहानी पुस्कार.
  3. शब्दनिष्ठा सम्मान २०२० समीक्षा विधा के लिए.
  4. नोबेल टाइम्स साहित्य सम्मान, २०१६.
  5. नोबेल टाइम्स साहित्य सम्मान, २०१७.
  6. जालान राजकीय महाविद्यालय, रतनगढ़ ‘कॉलेज वक्ता २०००”.
  7. पंडित रामदत्त सांकृत्य युवा साहित्यकार पुरस्कार, २०२०.
  8. प्रतियोगिता दर्पण निबंध प्रतियोगिता सांत्वना पुरस्कार.
  9. भारत विकास परिषद् रामायण ज्ञान प्रतियोगिता, २०२० में सिल्वर कॉइन.
  10. भारत विकास परिषद् गीता ज्ञान प्रतियोगिता, २०२२ में सिल्वर कॉइन.

लेखन क्षेत्र और विधाएँ – राजस्थानी, हिन्दी एवं बृज भाषा में लेखन

  1. कहानी.
  2. कविता.
  3. निबंध.
  4. पुस्तक समीक्षा.
  5. फिल्म समीक्षा.
  6. नाटक.
  7. उपन्यास.
  8. यात्रा वृतांत.
  9. डायरी.
  10. संस्मरण.
  11. लघुकथा.
  12. व्यंग्य-लेख.

पत्राचार का पता
C/o श्री सतीदान चारण
लिंक रोड़, मनोहरदासजी की समाधि के पीछे,
रतनगढ़ (चूरू) राजस्थान.
पिन. ३३१०२२
मो. ९४१४५८२९६४

मनोज चारण की प्रशंसा में अन्य कवियों के उद्गार इस प्रकार हैं:-

डिंगळ री डणकार मै, गाडण नाम मनोज.
कविता लिखतो कोड सूं, अंतस मै भर ओज..

साहित वालो सूरमो, लेखण खग ले रोज.
नव कविता उतबंग नित, (समपै) शिव रे चरण सरोज..
~नरपतदान आवडदान आशिया ‘वैतालिक’ खाण-रेवदर (सिरोही)

आज कुछ दिखा नया, कहीं धूंआँ कहीं आग है.
भोंडे गायन गाने वालों के बीच, कहीं सुनने जैसी राग है..

आपके सीने में आग, कुछ मेरी जैसी है.
घर ओरों के जल रहे, तपन मेरे घर जैसी है.
उम्मीदें बहुत की थी, यह जहाँ सुन्दर हो तेरे जैसा.
तूं चुप रहा तभी, यह दुनियां ऐसी है..
~विजेन्द्रसिंह बिठू ‘पर्वत भाभा’ सींथल (बीकानेर)

कथ्या कवित्त मोकला, साहित रचतो रोज.
नागदमण अराथायदी, वाह रे कवी मनोज..
~मनोज सान्दू, बिलाड़ा (जोधपुर)

रच कविता तूं मनोज रे, रचने मै ही शान.
प्राण बसे सबदां मंहि, भाव बसे है ज्यान..
~रामकिशोर छीपा ‘रौनक’ बिलाड़ा (जोधपुर)

आन बान आर शान री, कविता मांडै रोज.
मरू मलयज री शान है, गाडण कवि मनोज..
~राम लखारा ‘विपुल’ सिणधरी (बाड़मेर)