पद्मश्री विजयदान देथा बोरुंदा
विजयदान देथा विजयदान देथा का जीवन परिचय बाताँ री फुलवारी जैसी जीवंत रचना लिखने वाले राजस्थान के सुप्रसिद्ध क्रांतिकारी और पद्म श्री विजयदान देथा जी को बिज्जी उपनाम से भी…
विजयदान देथा विजयदान देथा का जीवन परिचय बाताँ री फुलवारी जैसी जीवंत रचना लिखने वाले राजस्थान के सुप्रसिद्ध क्रांतिकारी और पद्म श्री विजयदान देथा जी को बिज्जी उपनाम से भी…
महामहोपाध्याय कविराजा श्यामलदास के पूर्वज मारवाड़ के मेड़ता परगने में दधिवाड़ा ग्राम के रहने वाले देवल गोत्र के चारण थे। इस गांव में रहने के कारण ये दधिवाड़िया कहलाये। इनके…
जन्म संवत 1515 श्रावण शुक्ल बीज को प्रातः काल में माता पिता माता का नाम अमरबाई गाडण व पिता सुराजी रोहड़िया शाखा के चारण थे जन्म स्थान भादरेस, बाडमेर राजस्थान…
भक्त कवि श्री नरहरिदासजी बारहट महान पिता के महान पुत्र थे। इनके पिता लखाजी बारहट भी अपने समय के प्रसिद्ध कवि एवं विद्वान् थे जिन्हें मुगल सम्राट अकबर ने बहुत…
राजस्थान के महान कवि सूर्यमल्ल मिश्रण (मीसण) का जन्म बूंदी जिले के हरणा गाँव में 19 अक्टोबर 1815 तदनुसार कार्तिक कृष्ण प्रथम वि. स. १८७२ को हुआ था। उनके पिता…
करुण – बहतरी (द्रोपदी – विनय) श्री रामनाथजी कविया ने द्रोपदी के चीरहरण को विषय बनाकर ७२ दोहे व् सोरठे लिखे है। जो करुण बहतरी या द्रोपदी विनय के नाम…
करी भलाई कोम री, गढवी गामो गाम।बीदग कदै न बीसरै, नामी भैरव नाम।। ऐम ऐस रतनू,से.नि आर.पी.एस जौधपुर चारण समुदाय के यशस्वी राजनेता, पूर्व वित् मंत्री, भारत सरकार व पूर्व…
कवि कृपाराम जी खिड़िया (बारहट) तत्कालीन मारवाड़ राज्य के खराड़ी गांव के निवासी जगराम जी के पुत्र थे। जगराम जी को कुचामण के शासक ठाकुर जालिम सिंह जी ने जसुरी…
नाम पद्मश्री दुला भाया काग जन्म तुंबेल (परजिया चारण) कुल में सौराष्ट्र के महुवा के पास सोडवदरी गांव में 1958 कार्तिक वद अगियारस शनिवार 25 नवम्बर 1902 में हुआ। स्वर्गवास वि.स.…