देवकी उदर में प्रगटियो डीकरो- गिरधरदान रतनू दासोड़ी
गीत -प्रहास साणोर कड़ाका आभ दे बीजल़ी जबर कड़कड़ी, धड़धड़ी कंसरी धरण धूजी। हड़बड़ी दूठ रै वापरी हीयै में पुनी जद गड़गड़ी खबर पूजी।।1 देवकी उदर में प्रगटियो डीकरो, असुर…
गीत -प्रहास साणोर कड़ाका आभ दे बीजल़ी जबर कड़कड़ी, धड़धड़ी कंसरी धरण धूजी। हड़बड़ी दूठ रै वापरी हीयै में पुनी जद गड़गड़ी खबर पूजी।।1 देवकी उदर में प्रगटियो डीकरो, असुर…
है खांडै री धार मित्रता। सबसूं उत्तम कार मित्रता!! रथ हांकै नै पग धो देवै। सँभल़ै डग -डग लार मित्रता!! डिगतै नैं कांधो दे ढाबै। निज भुज लेवै भार मित्रता!!…
च्यारां कानी वरसाल़ो लूंबियो। सांवण रा लोर लटूंबिया। घणघोर कांठलां बणाव कियो। आभै में बीजल़ी रा पल़ाका अर धरा माथै मोरां रो कल़ाव बखाणणजोग है पण गारबदेसर ठा.किसनसिंहजी एक बात…
कवि मनमौजी अर कंवल़ै काल़जै रो हुवै। जिण मन जीत लियो कवि उणरो कायल। इण मामलै में वो छोटो कै मोटो नीं देखै। ओ ई कारण है कै वो निरंकुश कहीजै। बुधजी…
पुण्यात्मा प्रतापसिंह बारठ को सश्रद्ध नमन मरदां मरणो हक्क है, मगर पच्चीसी मांय। महलां रोवै गोरड़ी, मरद हथायां मांय।। इस सपूत के समग्र पूर्वजों ने मातृभूमि के हितार्थ व स्वाभिमान…
हल़्दीघाटी अर स्वतंत्रता आंदोलन रै सौदा सूरां नैं समर्पित एक छंद किन्हीं राजस्थानी कवि ने माओं को संबोधित करते हुए कहा है कि अगर उनके लड़के में बारह वर्ष में…
अरि दल़ण अखियात ओ, भेर तपै वँश -भांण। जोध बसायो जगत में, जस जोगो जोधांण।। मोरधव्ज चावो मुदै, महि हद पावण मांण। गढां सिरोमण गाढधर, जग जोवो जोधांण।। वीसहथी नै…
कवि री बात राखण नै, कियो जैसलमेर माथै हमलो बीकानेर रा राव लूणकरणजी वीर, स्वाभिमानी अर उदार नरेश हा। केई जंगां में आपरी तरवार रो तेज अरियां नैं बतायो तो…
बाप दियो वनवास, चाव लीधो सिर चाढै। धनख बाण कर धार, वाट दल़ राकस बाढै। भल लख सबरी भाव, आप चखिया फल़ ऐंठा, सारां तूं समराथ, सुण्या नह तोसूं सैंठा। पाड़ियो मुरड़ लंकाणपत, भेल़ो कुंभै…
तर चंदन है धर वीर सबै, मंडिय गल्ल कीरत छंदन में। द्विजराम प्रताप शिवा घट में, भुज राम बसै हर नंदन में। निखरै भड़ आफत कंचन ज्यूं, उचरै कवि वीरत…