Fri. Nov 22nd, 2024

Category: चारण देवियां

आई श्री बहुचरा  (बहुचर बिरदाळी)

आई श्री बहुचरा  (बहुचर बिरदाळी) हाल ना पाकिस्तान सिंध ना उमरकोट पासे नुं खारोडा गाम एटले बापल देथा नुं गाम..के ज्यां बापल देथा ना माताश्रीये गळे कटार नाखी त्रागुं कर्युं..ई…

देवी चँपा माता रा छँद – रिडमलदान बारहठ भीयाड

देवी चँपा माता रा छँद रचना रिडमलदान बारहठ भीयाड दोहा चँपा दैवी चारणी मेहडू कुल महान वागजि तात वखाँणियै माता धनुवा माँन दैवी प्रगटी डीणसी धाट धरा धनवँत वागा शुभ…

देवल मां सिंढायच

Previous Next श्रीदेवल माता सिंढायच    देवल माता का जन्म पिगलसी भाई ने सवंत १४४४ माघ शुद्धी चौदस के दिन बताया गया हे  लेकिन वि सं 1418 में घडसीसर तालाब की…

चम्पा माँ री चिरजा-रचयिता – अजयसिंह राठौड़ सिकरोड़ी

चम्पा माँ री चिरजा दोहा प्रथम वन्दन आवड़ा,मोटा करनल माव। अजय सिंवरै आपनै,चम्पा माँ कर चाव।। चिरजा हो म्हारौ बेड़ो पार लगादे म्हारी माय। म्हारी मावड़ी हो म्हारी माय।।स्थाई।। आई…

मान वधारण महीपर – खेतदानजी बारहठ भादरेस

मान वधारण महीपर- श्री खेतदानजी बारहठ भादरेस मान वधारण महीपर, जाबक चारण जात। धन धन डिणसी धाम धर, मेहड़ू चँपा मात। भगती भरीज भावना, खास गुरू खेतेश। गीता रामायण ज्ञान…

आई श्रीचंपाबाई माताजी का परिचय

जय आई श्रीचंपाबाई माताजी। भारतवर्ष के बीकानेर जिले का चंपानगर ग्राम (5एमकेएम, मकेरी) जगदम्बा स्वरूपा अवतार आई श्रीचंपाबाई माताजी के आशीर्वाद से संपूर्ण सनातन जगत में आई माताजी के सौंवे…

धिन चंदू राखी धरा – गिरधरदान रतनू “दासोड़ी”

उन्नीसवों सइको राजस्थान में उथल़-पुथल़ अर अत्याचारां रो रैयो। उण काल़ खंड में केई राजावां अर ठाकरां आपरै पुरखां री थापित मरजादावां रै खिलाफ काम कियो। जिणनै केई लोगां अंगेजियो…

चम्पाबाई माँ

*धिंगी धरा मरु धाट की,पाक पाराकर देश।**संत कवि अरु शक्तियां,”आवड.”प्रगट हमेश।।*——————————————————————————————–धाट पारकर चारण समाज में ऐसे कई नामी अनामी संत, कवी विद्वान और सती, सक्तिया अवतरित हो गए जिनका हम…

आई मोगल माँ

ચારણ કુળજ નહીં પરંતુ મોગલ માં અઢારે વરણની મોગલ માં તુ ધીમો ધણી, મોગલ માને બાપ માડિ તાજા, હાજા હૌને રાખજે બધો છે મોગલ માંનો પ્રતા મોગલમાં એટલે એવી આઈ…