बजरंग रंग बाईसी ~ गणेशदानजी रतनू दासोड़ी
आज पुरानी पत्रिकाओं के पन्ने पलटते हुए बिड़ला एज्युकेशन ट्रस्ट द्वारा प्रकाशित प्रसिद्ध व प्रतिष्ठित पत्रिका ‘मरूभारती’ 1990के अंक में मेरा एक शोध लेख छपा था-‘डिंगल़ काव्य में महावीर हनुमान…
आज पुरानी पत्रिकाओं के पन्ने पलटते हुए बिड़ला एज्युकेशन ट्रस्ट द्वारा प्रकाशित प्रसिद्ध व प्रतिष्ठित पत्रिका ‘मरूभारती’ 1990के अंक में मेरा एक शोध लेख छपा था-‘डिंगल़ काव्य में महावीर हनुमान…
दोहा सुरस्वती उजळ अती, वळि उजळी वाण। करु प्रणाम जुगति कर, बाळाजती बखाण॥1॥ अंश रुद्र अगियारमो, समरथ पुत्र समीर। नीर निधि पर तीर नट,कुदि गयो क्षण वीर॥2॥ खावण द्रोणाचळ खमै,…
परम् भगत पराक्रमी हड़मत वड हाथाळ। राम नाम रटतो सदा कपी बड़ो किरपाळ।। कोप लंकापती कियो सीय लेगयो साथ। गुण राम रा गावतों पतो कियो परभात।। छंद त्रिभंगी कपी किरपाळा…