Thu. Nov 21st, 2024

Category: वीर रस

शहीद दलपतसिंह शेखावत-राजेंन्द्रसिंह कविया संतोषपुरा सीकर

जोधपुर रियासत रा देसूरी परगना रा देवली गांव रा शेखावत हरजीसिंह जी, महाराजा साब जसवंतसिंहजी अर सर प्रताप रा घणा मर्जींदान मिनख हा। आप आपरै जीवन रो घणो समय आं…

महाराणा प्रताप रौ जस- कवि स्व श्री भंवरदान झणकल़ी

उतर दियौ उदीयाण दिन पलट्यौ पल़टी दूणी। पातल़ थंभ प्रमाण़ शैल गुफावा संचरीयौ। मिल़ीयौ मैध मला़र मुगला री लशकर माय। कलपै राज कुमार मैहला़ चालौ मावड़ी। महल रजै महाराण कन्दरावा…

चारण मनोहरदास नांदू (गांव – सुरपाऴिया, नागौर)

इतिहास में केई काऴ भुरजाऴ जंगी जोधारां रा संगी साथी ऐहड़ा कण पाण वाऴा अर आत्म बलिदानी होवता हा कि उणानै आपरै स्वामी री भक्ति आगै आपरो जीवण तोछो लखावतो…

ठा. केशरीसिंह बारहठ

  पूरा नाम केसरीसिंह बारहठ माता पिता का नाम पिता – कृष्णसिंहजी बारहठ जन्म व जन्म भूमि 21 नवम्बर, 1872, देवखेड़ा, शाहपुरा, राजस्थान स्वर्गवास 14 अगस्त, 1941 अन्य संतान- प्रतापसिंह…

महाकवि सूर्यमल्ल मिश्रण

राजस्थान के महान कवि सूर्यमल्ल मिश्रण (मीसण) का जन्म बूंदी जिले के हरणा गाँव में 19 अक्टोबर 1815 तदनुसार कार्तिक कृष्ण प्रथम वि. स. १८७२ को हुआ था। उनके पिता…

आऊवा रो मरण-महोछब

साचाणी आ बात मनणजोग नीं है कै मरण रो ई कोई महोछब मनावै !! पण जद आपां राजस्थान रै मध्यकालीन इतिहास नै पढां तो आपां रै साम्हीं ऐड़ा अलेखूं दाखला…