Mon. Jun 16th, 2025

Category: वीर रस

भारत री छत्राणी – डॉ. गजादान चारण “शक्तिसुत”

अमर शहीद कुँवर प्रताप सिंह बारहठ की वीर माता माणिक्य कँवर के मन के भाव शब्दों में पिरोने का अदना सा प्रयास। थारै मन री बात लाडेसर, म्हारै सूं अणजाणी…

मरणो एकण बार

राजस्थान रै मध्यकालीन वीर मिनखां अर मनस्विनी महिलावां री बातां सुणां तो मन मोद, श्रद्धा अर संवेदनावां सूं सराबोर हुयां बिनां नीं रैय सकै। ऐड़ी ई एक कथा है कोडमदे…

वीर देवपाल़ देवल रो गीत सोहणो

5 मई 1948 नै जनम्या देवपालसिंह देवल, बासणी दधवाड़ियान (जिला पाली, राज.) रा भवानीदानजी देवल अर श्रीमती प्रकाशकंवर ऊजल़ (ऊजल़ां जिला जैसलमेर, राज. ) रा मोभी हा। देवकरणजी बारठ लिखै–…

वीर शहीद वासुदेव आशिया

Previous Next नाम वासुदेव चारण माता व पिता नाम वासुदान आशिया के पिता वाघदान आशिया एवं वीरवर की जननी मोहन कंवर जन्म दिनाक बाड़मेर जिले के बलाऊ गांव में 07…

भाव व भाषा का सुभग संगम: मेहाई महिमा

भगवती श्री करनीजी की मान्यता सर्व समाज में समादृत है। सुवाप गांव में वि.सं.1444 की आश्विन शुक्ला सप्तमी को किनिया मेहाजी दूसलोत के घर करनीजी का जन्म हुआ। चैनजी सांदू…

अपभ्रंश साहित्य में वीररस रा व्हाला दाखला

आचार्य हेमचंद्र आपरी व्याकरण पोथी में अपभ्रंश रा मोकळा दूहा दाखलै सरूप दिया है। आं दूहाँ में वीर रस रा व्हाला दाखला पाठक नै बरबस बाँधण री खिमता राखै।आँ दूहाँ…

अमर सहीद कुंवर प्रतापसिंह बारहठ- प्रहलादसिंह “झोरड़ा”

“अमर सहीद कुंवर प्रतापसिंह बारहठ” कै सोनलियै आखरां वीर रो, मांडू विरद कहाणी में बो हँसतौ हँसतौ प्राण दिया, आजादी री अगवाणी में आभे में तारा ऊग रिया, रातङली पांव…

कुळ चारण लुळ नमन करै – कवि गिरधर दान रतनू “दासोडी

हल़्दीघाटी अर स्वतंत्रता आंदोलन रै सौदा सूरां नैं समर्पित एक छंद किन्हीं राजस्थानी कवि ने माओं को संबोधित करते हुए कहा है कि अगर उनके लड़के में बारह वर्ष में…

प्रताप की बलिदान कहानी – मनुज देपावत (देशनोक)

दीप शिखा के परवाने की यह बलिदान कहानी है ! यह बात सभी ने जानी है ! अत्याचारी अन्यायी ने अन्याय किया भारत भू पर। डोली थी डगमग वसुंधरा, वह…