आ राजस्थानी भासा है – शक्तिदान कविया
इणरौ इतिहास अनूठो है, इण मांय मुलक री आसा है । चहूंकूंटां चावी नै ठावी, आ राजस्थानी भासा है । जद ही भारत में सताजोग, आफ़त री आंधी आई ही…
इणरौ इतिहास अनूठो है, इण मांय मुलक री आसा है । चहूंकूंटां चावी नै ठावी, आ राजस्थानी भासा है । जद ही भारत में सताजोग, आफ़त री आंधी आई ही…
सतियां रै सत री गाथावां पतियां रै पत री घण बातां। जतियां रै जंगी जूझारू जीवण री जूनी अखियातां।। संतां री वाणी सीख भरी सूरां रा समर अनै साका। वीरां…
आज तीस मार्च राजस्थानी दिवस मोके पर मायड़ भाषा मान्यता तेज करनै कि मुहिम का आहवान करता मधुकर काव्य निजर । राजस्थानी दिवस री, तारिक आयी तीस। मायड़ भाषा मधुकरा,…
(મારા પૂર્વજો નું વતન વર્તમાન પાકિસ્તાન સ્થિત થરપારકર. આજે એ પારકરી બોલી મા પ્રથમ ગઝલ લખવા પ્રયાસ કર્યો છે. સંભવત: સંપૂર્ણ પારકરી બોલી નો આ પ્રથમ કાવ્ય છે.) ઓંપડે કી?…
सादर जय माता जी री। सर्वप्रथम, भावों की पूर्ण अभिव्यक्ति न हो पाने के कारण मैं धाटी में न लिख कर हिंदी में लिख रहा हूँ इसके लिए मुझे खेद…