Sun. Aug 3rd, 2025

Category: भगवान शिव

शिव स्तुति – महात्मा नरहरिदास बारहठ

।।शिव स्तुति।।(सवैया-घनाक्षरी)वृषभको वाहन बिछावनौ है लोमविष,विषईतुचा को वास क्रोधके निकेत है।आसीविष भूषण, भखन विष विंधुमाला,मंगल तिलक सर्वमंगला सहेत है।।विषय विनाश वेष रहत विषैही रत्त,शूल औ कपाल इहिं संपति समेत है।देखौ…

महादेव को मेरा संदेश – आशूदान मेहडू

“महादेव  को  मेरा  संदेश” हम चारण पूत मैया के भोले, तू मैया का घर वाला। हमरा तुम संग नाता जुना, हम बालक तेरे बाला।। तू भांग धतूरा गांजा पीवे, निश…