आई श्री बहुचरा (बहुचर बिरदाळी)
आई श्री बहुचरा (बहुचर बिरदाळी) हाल ना पाकिस्तान सिंध ना उमरकोट पासे नुं खारोडा गाम एटले बापल देथा नुं गाम..के ज्यां बापल देथा ना माताश्रीये गळे कटार नाखी त्रागुं कर्युं..ई…
आई श्री बहुचरा (बहुचर बिरदाळी) हाल ना पाकिस्तान सिंध ना उमरकोट पासे नुं खारोडा गाम एटले बापल देथा नुं गाम..के ज्यां बापल देथा ना माताश्रीये गळे कटार नाखी त्रागुं कर्युं..ई…
करुण – बहतरी (द्रोपदी – विनय) श्री रामनाथजी कविया ने द्रोपदी के चीरहरण को विषय बनाकर ७२ दोहे व् सोरठे लिखे है। जो करुण बहतरी या द्रोपदी विनय के नाम…
01. क्रांतिवीर शहीद नानभा बारहठ (निरंजन वर्मा 1947) 02. चारण सपूत वीर देवपालसिंह देवल- Clikc Hare 03. चारण सपूत वीर जब्बरदान मेहडू- Clikc Hare 04. चारण सपूत वीर राजवीरसिंहजी खिड़िया-…
जय आई श्रीचंपाबाई माताजी। भारतवर्ष के बीकानेर जिले का चंपानगर ग्राम (5एमकेएम, मकेरी) जगदम्बा स्वरूपा अवतार आई श्रीचंपाबाई माताजी के आशीर्वाद से संपूर्ण सनातन जगत में आई माताजी के सौंवे…
उन्नीसवों सइको राजस्थान में उथल़-पुथल़ अर अत्याचारां रो रैयो। उण काल़ खंड में केई राजावां अर ठाकरां आपरै पुरखां री थापित मरजादावां रै खिलाफ काम कियो। जिणनै केई लोगां अंगेजियो…
*धिंगी धरा मरु धाट की,पाक पाराकर देश।**संत कवि अरु शक्तियां,”आवड.”प्रगट हमेश।।*——————————————————————————————–धाट पारकर चारण समाज में ऐसे कई नामी अनामी संत, कवी विद्वान और सती, सक्तिया अवतरित हो गए जिनका हम…
करी भलाई कोम री, गढवी गामो गाम।बीदग कदै न बीसरै, नामी भैरव नाम।। ऐम ऐस रतनू,से.नि आर.पी.एस जौधपुर चारण समुदाय के यशस्वी राजनेता, पूर्व वित् मंत्री, भारत सरकार व पूर्व…
कवि कृपाराम जी खिड़िया (बारहट) तत्कालीन मारवाड़ राज्य के खराड़ी गांव के निवासी जगराम जी के पुत्र थे। जगराम जी को कुचामण के शासक ठाकुर जालिम सिंह जी ने जसुरी…
नाम श्री मोतीसिंह जेठाभाई महेडू (गढ़वी) उपनाम मुक्त कवि जन्म वि.स. – १९५२. आषाढ़ सूद ११. पता सामरखा, ता.- आणंद, जीला- खेड़ा, गुजरात विविध पिता – श्रध्धेय जेठाभाई हलुभाई महेडू…
नाम पद्मश्री दुला भाया काग जन्म तुंबेल (परजिया चारण) कुल में सौराष्ट्र के महुवा के पास सोडवदरी गांव में 1958 कार्तिक वद अगियारस शनिवार 25 नवम्बर 1902 में हुआ। स्वर्गवास वि.स.…