रँग शीलां रखवाल़िया, जोर झिणकली झाड़ – गिरधरदान रतनू ”दासोडी”
एक जमानो हो जद अठै रा नर-नारी मरट सूं जीवण जीवता अर सत रै साथै पत रै मारग बैवता। हालांकै धरती बीज गमावै नीं आज ई ऐड़ा लोग है जद…
एक जमानो हो जद अठै रा नर-नारी मरट सूं जीवण जीवता अर सत रै साथै पत रै मारग बैवता। हालांकै धरती बीज गमावै नीं आज ई ऐड़ा लोग है जद…
जन्म दिनाक 08 मार्च 1935 माता, पिता व पत्नी का नाम माता – श्रीमति जतनांदेवी, पिता – हेमदानजी बीठू, पत्नी – लहरादेवी. उपनाम मधुकर देवलोक गमन स्वर्गवास- 21 अक्टूबर 1977…
भगवती श्री आवड़ माता ने वि.स. 808 चैत्र सुदी नवमी मंगलवार के दिन चारण मामड़जी के घर अवतार लेकर अपने जीवनकाल में कई चमत्कार कर दिखाये थे जिसकी एक विस्तृत…
श्री करनी माता की शिक्षाएं एवं संदेश ज्यादा जानकारी के लिए:-Click here भगवती श्री करनी माता ने इस मरूधरा के सुवाप गाँव (जोधपुर के आऊ के निकट) में वि•स•1444…
भक्त कवि श्री नरहरिदासजी बारहट महान पिता के महान पुत्र थे। इनके पिता लखाजी बारहट भी अपने समय के प्रसिद्ध कवि एवं विद्वान् थे जिन्हें मुगल सम्राट अकबर ने बहुत…
पूरा नाम केसरीसिंह बारहठ माता पिता का नाम पिता – कृष्णसिंहजी बारहठ जन्म व जन्म भूमि 21 नवम्बर, 1872, देवखेड़ा, शाहपुरा, राजस्थान स्वर्गवास 14 अगस्त, 1941 अन्य संतान- प्रतापसिंह…
शीलालेख सांयावत फोर्ट कुवावा शीलालेख दुर्लभ महात्मा सांयाजी झूला Previous Next नाम चारण भक्त कवि श्री सांयाजी झूला माता पिता नाम पिता – स्वामीदासजी, जन्म व जन्म स्थान विक्रम संवत 1632…
राजस्थान के महान कवि सूर्यमल्ल मिश्रण (मीसण) का जन्म बूंदी जिले के हरणा गाँव में 19 अक्टोबर 1815 तदनुसार कार्तिक कृष्ण प्रथम वि. स. १८७२ को हुआ था। उनके पिता…
प्रिय भँवर…. वदुमाँ (पबु माँ) का पीहर पाबुसर गाँव मे, जन्म नेतोजी देथा देवीदास के घर हुआ था। जन्म कब हुआ यह जानकारी इस लिए नहीं कि उस वक्त गाँवों…
भुगळ जी देथा ने 7 बार हिंगलाज यात्रा की बिना पीठ दिखाए तब माँ प्रशन होकर बोले बेटा मांग भुगळ जी बहुत भोले थे तब कह दिया माँ मेरे घर…