अमर क्रांतिवीर केशरीसिंह बाहरठ पर सौरठा – छैलू चारण “छैल” नाथूसर
अमर क्रांतिवीर केशरी सिंह बाहरठ पर सौरठा आतंकी अंग्रेज, मुलक लूटता मोकळो। सोता शूळी सैज, इण भारत रा आदमी।।1।। (अर्थ- अंग्रेज देश में लूट का आतंक मचाकर भारत को हर…
अमर क्रांतिवीर केशरी सिंह बाहरठ पर सौरठा आतंकी अंग्रेज, मुलक लूटता मोकळो। सोता शूळी सैज, इण भारत रा आदमी।।1।। (अर्थ- अंग्रेज देश में लूट का आतंक मचाकर भारत को हर…
हरख आँगणैं आय दीयाळीसुख सगळै कर ज्याय दीयाळी कूङ कपट रो काळोपण स्सोतम जाळा हर ज्याय दीयाळी नेण निरोगा मन सो’राईजन मन रै कर ज्याय दीयाळी खोटोङां नैं सदबुधी दैसाचोङां…