Sat. Aug 2nd, 2025

Category: चारण शक्ति

समस्त मार्शल कौमों को एक ध्वज तले लाने के भागीरथी प्रकल्प हेतु आपका वंदन करता हूँ- नारायण सिंह तोलेसर

जय हिंगलाज । वंदे मातरम् ।सुरेंद्र सा के साथ इस महती समूह के सभी सम्मानित सदस्यों को सादर जय माताजी री सा । समस्त मार्शल कौमों को एक ध्वज तले…

चारण साडा त्रण प्हाडा

चारण साडा त्रण प्हाडा- जोगीदान चडीया द्वारा रचित रचनाओं के साथ. प्रथम,प्हाडो छंद: मनहर कवित   || नरा चाळ अवसूरा  || रचना: जोगीदान चडीया नरा कूळदेवी मात रवेची को लीयो नामशंकर…

ये चारण किसमें आते है – भवानीसिंह कविया नोख

*ये चारण किसमें आते है* मेरे मित्र ने मुझसे पूछी बात। किसमें आती है चारण जात। वर्ण व्यवस्था में वर्ण चार है। सनातन धर्म का यही सार है। वेद पुराण…

राजस्थान_के_लोकगीत

🎈#राजस्थान_के_लोकगीत -🎈 1.  मोरिया इस लोकगीत में ऐसी लड़की की व्यथा है, जिसका विवाह संबंध निश्चित हो गया है किन्तु विवाह होने में देरी है। 2.  औल्यू ओल्यू का मतलब…

हिंगळाज माताजी री स्तुति – कवि रामचंद्र मोडरी (राणेसर)

।।छंद-बिअख्खरी।। अकळ पंथ कपारो अक्कळ। कहिए खी मोथ कुंड कज्जळ। कोहला परबत राय सकोमळ। आदि अनादि हिंगोळ अणंकळ।।1।। ।।दोहा।। कुंड कणिर अघोर कुंड, चंद्रकूप कुंड चाय। सुरज कुंड जणिथे सळे,…

धाट पारकर भाषाई अस्मिता- अमरदान आशिया पार्वतीतलाई

सादर जय माता जी री। सर्वप्रथम, भावों की पूर्ण अभिव्यक्ति न हो पाने के कारण मैं धाटी में न लिख कर हिंदी में लिख रहा हूँ इसके लिए मुझे खेद…

कथा रो नाम-चूनड़ी (अमरदानजी आशिया पर्वतीतलाई)

दरिया साकळो वेड़ो बोआरती पड़ी ती, इते दरिया री देरांणी आए अन बोली – लाडी आज वळे बजार गयी है? दरिया लारे जोए अन बोली- बाई की करां ? अरजन…