छत्रपति शिवाजी और जोधपुर महाराजा जसवन्तसिंहजी – राजेंद्र कविया संतोषपुरा सीकर
ऐक समयमें हुया दोनूं वीर शिरोमणि एक बीजा रा शत्रु व्हैतां थकांई दोयां में ऐकसी समानता ही दोनूं आपरे समय रा टणकैल अर बङा वीर हा, शिवाजी आपरो राज ने…
ऐक समयमें हुया दोनूं वीर शिरोमणि एक बीजा रा शत्रु व्हैतां थकांई दोयां में ऐकसी समानता ही दोनूं आपरे समय रा टणकैल अर बङा वीर हा, शिवाजी आपरो राज ने…
अमरेली के बजाजी सरवैया के कुंवर करणजी सरवैया की सर्पदंश से हुई असामयिक मौत पर उनके घर से अर्थी उठाकर शमशान भूमि यात्रा पर जाते समय सामने से रास्ते में…
!! गीत !! जीवराजसिंह चौहान राखी रो !! कुशऴजी रतनूं चौपासणी रो कह्यौ !! ठिकाणा राखी महाराजा मानसिंह जी जोधपुर रो ननिहाल हो अर मामोसा श्यामसिंह जी राखी हा वांरा…
!! मांडण कूंपा महिराजोत रो गीत !! !! गीत !! मांगै दीकरी गढ गांम दियै महि, छत्रपत हठ्ठ नां छांडै ! पौह पतसाह गलां परधांने, मांडण कांन…
(2) “डिंगऴकाव्य अर वीरवर कल्लाजी रायमलोत” !! गीत !! ऊभौ ऐक अनङ महा भङ आडौ, वीरत गुर खत्रवाट वहै ! पङियां सीस पछैई पालटसी, कोट म कर कर कल्लौ कहै…
!!जोगीदास भाटी की कटारी !! मारवाङ जिसे नर सांमद भी कहते है, मारवाङ के अनेकानेक सूरमाओंमे भाटी गोविन्ददासजी का नाम अग्रिम पंक्ति में आता है सपूतसमझने वाले गोयंददास ने अति…
!!सुप्रसिध्द यौध्दा नरुजी कविया !! नरूजी कविया सुप्रसिध्द भक्त-वर कवि सिध्द अलूनाथ जी कविया के बङे सुपुत्र थे, नरुजी एक उत्कृष्ट कोटि के यौध्दा थे,बादशाह अकबर ने सन 1587 में…
!! चारण कवेसरा री ह्रदयगत करूणा !! मध्यकालीन भारतीय इतिहास मे चारण कवेसरां अखूट साहित सिरजियो ने ऐक ऐक सूं बढता रसां मे बरणाव बणावियो, वीरारस में भाला खांडा खऴकाविया…
राजस्थान रा चारण कवैसर प्रखर राष्ट्र वादी अर युगद्रष्टा रैया है अर राष्ट्रहित ने सर्वोपरी अर जीवण रो मूऴ जाणियो है, राजस्थान रा चारण कवैसरां, अंग्रेज-विरोधी क्रान्तिकारियां रै साथै दगा…