Sat. Apr 19th, 2025

Category: गीत

गीत बल्लू जी चांपावत रो (संकलन कर्ता- मोहन सिह रतनू, जोधपुर

गीत बल्लू जी चांपावत रो गीत प्रहास साणोर विजड ऊठियो धूण गिरमेर रो बहादुर, पछै म्हे कदे अवसाण पावां। अमर ने सुरग दिस मैल ने ऐकलो, आगरै लडैवा कदै आवां।…

अमर सहीद कुंवर प्रतापसिंह बारहठ- प्रहलादसिंह “झोरड़ा”

“अमर सहीद कुंवर प्रतापसिंह बारहठ” कै सोनलियै आखरां वीर रो, मांडू विरद कहाणी में बो हँसतौ हँसतौ प्राण दिया, आजादी री अगवाणी में आभे में तारा ऊग रिया, रातङली पांव…

बूढी माँ रे काळजियै री’- प्रहलादसिंह झोरड़ा

मन री बातां जाणी के, जाणी तो अणजाणी के बूढी माँ रे काळजियै री पीड़ा कदै पिछाणी के  तूं जद भी घर सूं निकळै तो कितरा देव मनावै बा झुळक…

जोधपुर थापना दिवस री सगल़ै सैणां नै बधाई अर शुभकामनावां- गि.रतनू

अरि दल़ण अखियात ओ, भेर तपै वँश -भांण। जोध बसायो जगत में, जस जोगो जोधांण।। मोरधव्ज चावो मुदै, महि हद पावण मांण। गढां सिरोमण गाढधर, जग जोवो जोधांण।। वीसहथी नै…

सुं कीर्ति करुं सोनला, तारी महीमां अपरम्पार- आशूदान मेहड़ू जयपुर

माँ भवानी पण, अति बलशाली श्रेष्ठतम शक्ति छे जेना आधारे आ जगत टकेलो छे। शक्तिविहीन जीव अथवा आखो बृहमांड नकामो छे। एज शक्ति थी बधुं संचालन थाय छे। शक्ति ना…

आई ऐह दिया उपदेश – गिरधरदान रतनू “दासोड़ी”

गर्विली गुजरात रै मढड़ै गांम में जनमी मा सोनल जिकै “मढड़ै वाल़ी मात” रै नाम सूं लोकप्रिय रैयी। उणां समाज रै हित चिंतन सारू अथग प्रयास किया। उणां रै सुभग…

वाह ! वाह ! यारो, मुंइंजा दिलदारो- आशूदान मेहड़ू जयपुर

अज मिड़े थद आरो थोकड़ो खासो….उकड़ू वेठा चार पंज भाउर तड़के वेहि गाल्हियें जा गप्प ठेलिंदा डिठा…गाल्हियुं फक्त नेताएं जुं….हितां जी हुतां अईं हुतां जी हितां…. बस पोय मुखे सुझी…

गीत सांगा मैणा रो- गिरधरदान रतनू दासोड़ी

17वीं शताब्दी के श्रेष्ठ कवि महकरण मेहडू उर्फ जाडा मेहडू जो अपने समय के निर्भीक व बेबाक कवि के रूप में साहित्यिक जगत में विश्रुत है। इन्हीं के पुत्र कल्याणदास…

आशिया प्रभुदानजी भांडियावास-राजेंद्रसिंह कविया संतोषपुरा सीकर

आशिया प्रभुदानजी भांडियावास !!                             आशिया प्रभसा रो जसौल ठिकाणै म सदा सनातनी सीर, रावऴसा व बाजीसा एक बीजा रा दुख सुख रा साथी, बाजीसा न देखियां बिना रावऴसा ने…

गीत सौदा बारहठां री वीरता रो- राजेंद्रसिंह कविया संतोषपुरा सीकर

गीत सौदा बारहठां री वीरता रो !!   !! गीत !! पालम झङ पोऴ चत्र गढ ऊपर, जमणो लङ मांडू जोधार ! पीऴे खाऴ अचऴ भङ पङियो, बेणो गढ मांडऴ उण…