हिंदी – -डॉ. गजादान चारण ‘शक्तिसुत’ नाथूसर
कविता- हिन्द हमारा विमल हृदय है रचयिता- डॉ. गजादान चारण ‘शक्तिसुत’ प्रस्तुति- अक्षिता चारण हिंदी -डॉ. गजादान चारण ‘शक्तिसुत’ नाथूसर राष्ट्र-चमन को नित महकाती, सौरभ-थाती चंदन हिंदी। हिंद हमारा विमल…
कविता- हिन्द हमारा विमल हृदय है रचयिता- डॉ. गजादान चारण ‘शक्तिसुत’ प्रस्तुति- अक्षिता चारण हिंदी -डॉ. गजादान चारण ‘शक्तिसुत’ नाथूसर राष्ट्र-चमन को नित महकाती, सौरभ-थाती चंदन हिंदी। हिंद हमारा विमल…
हिन्दी की राम कहानी कवि स्व. श्री भंवर दान जी झणकली बीत गये दिन गोरो वाले अब आजादी आई है राणी बनकर राज करूगी हिन्दी मन हरसायी है नई दिल्ली…
श्री खेतरपाळ रो छंदरचना–राजेन्द्र दांन विठू (कवि राजन) झणकली। व्याधी विपदा वासदी त्रासदी ऐरू टाळ। डेरलाइ रा डोकरा खम खम खेतरपाळ।। विघन हरण वरदावतों संकट मेट सदाय। सुख संपत समपो…
सब सज्जनां मन होय सौराई, दुष्ट दौराई दूरै।भेळप-संप रखै सब भाई, प्रेम भलाई पूरै।(तो) सुकवी गजदान सुणावै रे, चित चारण वो दिन चावै।। 01।। हर घर माँहीं हेत-हथायाँ, कुटिल मितायाँ…
!! कवित्त !! कविया हिंगऴाजदान जी रचित !! कविया श्री हिंगऴाजदानजी भगवती के अनन्य उपासक थे, माँ उनकी हर पुकार पर आधे हैलै हाजर होती थी, उस समय की परिस्थितियों…
साथ समय के आना होगा सच को गले लगाना होगा फिर जो चाहे भले बचाना, पहले राष्ट्र बचाना होगा। समय-शंख का स्वर पहचानो! राष्ट्रधर्म निभाना होगा तेरी मेरी राग छोड़कर…
👉 उफ ! यह आजादी…👈 ” आतंकवादी “??? यह आजादी, गज़ब आजा़दी, सारा विश्व सुलग रहा । मानव भक्षक बन मानव का , आतंक खेल उल्झ रहा । मंदिर, मस्जिद,…
आज विचार आया कि इस संसार में गर्ज क्या क्या रंग दिखाती है एवं गर्ज मे फर्ज़ की फाड कैसे फिट हो जाती है । इस गर्ज मे फर्ज़ की…
आज पहलां री भांति जद कोई जोगो विषय हाथ लागे तो किं नुंए अंदाज रे मांहि आपरे चरणाँ धके निजर करां। आ सोच ने कवि लिखजे अबे याद आएगो…. अर…