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Category: कवित

अड़ियो दिल्ली आंगणै – गिरधरदान रतनू दासोड़ी

शहीद सिरोमणी जोरावरसिंहजी बारहठ नैं सादर नमन अर श्रद्धांजल मरट धार उर मांय, मन डर आगो मेलियो।चित आजादी चाय, जूझ्यो धर कज जोरड़ो।।1 उरां मरण अणबीह, रहियो रेणव रातदिन।सोदो जंगल़…