Thu. Jul 31st, 2025

Category: कवित

महाशिवरात्रि मंगलाचरण- आशूदानजी मेहडू

प्रिय सज्जनों… आज महाशिवरात्रि का पर्व है…हम देवों के महादेव भगवान शिव की आराधना विशेष तौर इस पावन रात्रि को रात्रि जागरण कर भोलेनाथ नाथ का अभिषेक कर महामृत्युंजय मंत्रादि…

उफ ! यह आजादी- आशूदानजी मेहडू

उफ ! यह आजादी… “आतंकवादी “??? यह आजादी, गज़ब आजा़दी, सारा विश्व सुलग रहा । मानव भक्षक बन मानव का , आतंक खेल उल्झ रहा । मंदिर, मस्जिद, गुरद्वारे खाली,…

अभिनंदन के अभिनंदन में- गिरधरदान रतनू दासोड़ी

तर चंदन है धर वीर सबै, मंडिय गल्ल कीरत छंदन में। द्विजराम प्रताप शिवा घट में, भुज राम बसै हर नंदन में। निखरै भड़ आफत कंचन ज्यूं, उचरै कवि वीरत…

जुड़ै जवान जोरवान- गिरधरदान रतनू दासोड़ी

मा भारती की रक्षा में अहर्निश प्रण प्राण से समर्पित भारतीय सेना के तीनों अंगों अभय जवानों को समर्पित मेरी कुछ पंक्तियां- ।।दूहा।। बुआ वीर मग्ग व्योम, भोम लियां भुज…

जीत रण बंका सिपाही – कवि मोहनसिंह रतनू

आज संकट री घडी हे, देश पर विपदा पडी हे, कारगिल कसमीर मे, कन्ट्रोल लाइन लडखडी हे। जुध रो बाजे नगारो, सुण रह्यो हे जगत सारो, दोसती री आड दुसमण,…

सुं कीर्ति करुं सोनला, तारी महीमां अपरम्पार- आशूदान मेहड़ू जयपुर

माँ भवानी पण, अति बलशाली श्रेष्ठतम शक्ति छे जेना आधारे आ जगत टकेलो छे। शक्तिविहीन जीव अथवा आखो बृहमांड नकामो छे। एज शक्ति थी बधुं संचालन थाय छे। शक्ति ना…

श्री सोनल माँ रो छंद — राजेन्द्रदान बीठू (कवि राजन झणकली)

श्री सोनल माँ रो छंद सोनल कीजो सायता सरवत दीजो साथ। चिंता मेटजो चारणी मढड़े वाळी मात।। समत दहै सबजन सदा सतपथ रहे समाज। कूड़ कपट कुबुद्ध कदा भय दुरमत…

कवित्त- श्रीरामदानजी दधवाङिया कूंपङावास (राजेन्द्रसिंह कविया संतोषपुरा सीकर)

!! कवित्त !! धराके हिये में ध्यान राम अवधेश जूको, मात पितु मेरे ताके चर्ण सीस नाऊँ मैं ! सदगुरू सुजान निज ईश्वर समान मान, जाकी कृपादृष्टि हुते वांछितफल पाऊँमैं…

कवित्त- राजेन्द्रसिंह कविया संतोषपुरा सीकर

कवित्त !! सन्नी जमराज दोऊ धारत महीषन को, मृग पे मयंक अर्क अश्व पे दिखात है ! ब्रह्मा अरू सुरसती हंस पे सवार बनें, तारख पे विष्णु मैन मीन पे…

सवैया, माधोरामजी कायस्थ- राजेन्द्रसिंह कविया संतोषपुरा सीकर

!! सवैया !! !! माधोरामजी कायस्थ !! बालपनै प्रतिपाल करी हम, जानि सही तूँ गरीबनवाज है ! योवन में तन ताप हरी तुम, मेल दिये सब ही सुख साज है…