जालोर जिले के भीनमाल शहर से करीबन 50 किलोमीटर दूर नांदिया गांव में मारवाड़ प्रांतीय चारण सम्मेलन व प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन हर्ष उल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम की भव्यता में गुजरात से पधारे आई श्री देवल माँ सवनी वेरावल व सुआबाईसा (श्री करणी कैलाश भवन जुढीया) ओर सम्पूर्ण मारवाड़ प्रांत व देशभर के समस्त क्षेत्रो से परम् आदरणीय स्वजातीय बंधुजन बड़ी संख्या में उपस्थित हुए। कार्यक्रम समय अनुसार श्री देवल मां व सम्मानित मंच के कर कमलों से दिप प्रज्वल्लित कर कार्यक्रम की शरुआत की गई, कार्यक्रम के प्रथम दिन पधारे हुए संगत व अतिथि स्वागत ओर शाम 7 बजे गोष्ठी व समाज उत्थान चर्चा, ओर सायं 8 बजे से प्रसाद एवं भोजन का आयोजन किया गया, ओर ठीक 9:30 बजे से भजन संध्या का कार्यक्रम मुख्य कार्यक्रम का संचालन एवं मंचीय संयोजन आवड़दान कोटङा ने किया व मंच संचालक अवधेशजी देवल के निर्देशानुसार प्रारंम्भ हुआ जिसमे प्रारंम्भ में डिंगल के महान कवि श्री गिरिधरदानजी रतनू दासोड़ी द्वारा माताजी के दुहे छंद से कार्यक्रम की सुरुवात हुई, कवि खेतदानजी भादरेश, कवि भंवरदानजी मधुकर माड़वा, राजेन्द्रदानजी झणकली, कैलाशदानजी झांफली, भगवानदानजी भींयाड़, रीणमलदानजी भींयाड़, लाखदान हरमू, अम्बादानजी सुमलियाई, जगदीशजी दासोड़ी समेत अन्य कई डिंगल के दिग्गज कवियों ने वहां अपनी उम्दा रचनाओं का पाठ कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसी दौर में भक्ति संध्या में कल्याणसिंहजी द्वारा गणपती वंदना से सुरुवात कर ओर भाणभाभाई गढवी किरण गढ़वी, नारायणदान हरलाया, आवडदान धुलिया, महेंद्रसिंह कचोलिया, महेंद्रसिंह भादा कचोलिया, समेत अन्य कलाकरों ने प्रस्तुति दी। हज़ारो की संख्या में उपस्थित समूह की प्रांगण में दैवीय आस्था के प्रति श्रद्धा व समर्पित भाव देखते ही बनता था। वहीं रविवार सवेरे 7:00 बजे से अल्पहार ओर कार्यक्रम के अगले ही पड़ाव में अतिथि स्वागत व नांदिया संस्थापक भादोजी वर्णसूर्य व क्रांतिकारी केशरीसिंहजी बारहठ स्मारक मूर्ति अनावरण हुआ। मुख्य कार्यक्रम चारण सम्मेलन जिसमे मातृ वंदना से शुभारंभ व करणीभक्त मुरारदान ने स्वागत उद्बोधन दिया फिर अतिथि सम्मान व उद्बोधन C.D. देवल साब, लखावत साब, कुलपति हाकमदान सा, इस अवसर पर मोमायाभाई गढवी, सदस्य खादी बोर्ड गुजरात तथा अशोकभाई गढवी संपादक/प्रकाशक ‘सौराष्ट्र क्रांति’ अखबार ने अपने अपने विचार रखें इसी क्रम में समारोह में जिला चारण समाज सिरोही द्वारा एक ढाल व तलवार के रूप में स्मृति चिन्ह जिला अध्यक्ष राजेन्द्रसिंह व उपाध्यक्ष नरपतसिंह आशिया ने भेंट किया व प्रसिद्ध वाटसएप ग्रुप काव्य कलरव (जो सर्वसमाज का साहित्यिक व सांस्कृतिक चेतना को समर्पित ग्रुप है) द्वारा मुरारदानजी वणसूर का अभिनंदन किया गया व ग्रुप द्वारा इन्हें एक अभिनंदन पत्र भेंट किया गया ओर समाज की साहित्यिक, प्रशासनिक, सामाजिक, राजनैतिक व शैक्षणिक क्षेत्र की कई प्रतिभाओं को भी सम्मानित किया गया, व समाज सुधार पत्रक वाचन चर्चा के साथ हुआ जहां धन्यवाद उद्बोधन हिंगलाज एम चारण ने दिया। ऐतिहासिक कार्यक्रम में सामाजिक मुद्दों एवं कुरीतियों पर खुलकर चर्चा हुई। शैक्षणिक संस्थानों को बढावा देने के लिए प्रयास करने होंगे। समाज का प्रथम उदाहरण है कि अपने निजी कार्यक्रम को शत प्रतिशत समाज उत्थान एवं जागरण और जागरूकता अभियान के लिए समर्पित कर दिया ओर सभी देवतुल्य बंधुओं को पुजारी परिवार की तरफ से देवीयाण भेंट की गई
इस भव्य आयोजन को सफ़ल बनाने में लगी हुई पूरी टीम जिन्होंने अपना समय देकर आयोजन को सफल बनाया।
पुनः सफ़ल आयोजन में सहयोग करने वाली पूरी टीम को बहुत बहुत धन्यवाद। पूरी टीम आवड़दान कोटडा, अवधेशजी देवल, मनोहरसिंह कोटडा, आवड़दान जुडिया, महेंद्रसिंह चारणत्व पत्रिका, हिंगलाजदान व्याख्याता, द्वारा किया गया।
✍भंवरदान मेहड़ु साता
9913083073