भारत के शेर अभिनंदन कि रिहाई के कुछ काव्य निजर कवि मधुकर (भंवरदानजी माड़वा)।
01.
आज मोदी जी नै विदेश निती, रणनिती, कूटनिती, राजनिती, इन चार निती पर पुर्ण विजय हासिल की वो केसे कि देखियै।
पलवामा घती घार, पाक को कियो प्रचार,
विदेश निती वधार पेलो विजेकार है।
आंतक उजार वांके घर जार फते कर,
रणनिती धार यह दुजो रणूकार है।
दबाब बणाय अभिनंदन आजाद कर,
कूटनिती जीत नर तिजो किरदार है।
देश मन जीत उपकार मोदी मधूकर,
जिका राजनिती तणी चोथी जयकार है।
विदेश निती वधार पेलो विजेकार है।
आंतक उजार वांके घर जार फते कर,
रणनिती धार यह दुजो रणूकार है।
दबाब बणाय अभिनंदन आजाद कर,
कूटनिती जीत नर तिजो किरदार है।
देश मन जीत उपकार मोदी मधूकर,
जिका राजनिती तणी चोथी जयकार है।
02.
बारह विमान उडै भोर साढै तीन बजै,
धरा पाक हू में जाय कियो बडो धूबको।
जैश के तबाह कियै पांच सात पैड जोय,
होय आज आंतक पै गजब को हूबको।
पांच सो गीधड़ा भेट चड़्या दिसै नापाक रा,
भयभीत हुवो पाक अचानक भूबको।
मिराज गिराय बंब मोदी धन मधूकर,
ताबील जेहादियां को मेट दियो तूबको।
बारह विमान उडै भोर साढै तीन बजै,
धरा पाक हू में जाय कियो बडो धूबको।
जैश के तबाह कियै पांच सात पैड जोय,
होय आज आंतक पै गजब को हूबको।
पांच सो गीधड़ा भेट चड़्या दिसै नापाक रा,
भयभीत हुवो पाक अचानक भूबको।
मिराज गिराय बंब मोदी धन मधूकर,
ताबील जेहादियां को मेट दियो तूबको।
03.
सोय जावै चार बजे गूड कर निशाचर,
देवा सुर डंको बजे हिन्दू दुनियांन को।
जोय वो जेहादीयां को संघार होवै जरुर,
होय जावै विनाश वो आंतकी हेवान को।
कोय कर सकै एसो काम अती भयंकर,
ओय सिनै छपन जो पुरे अरमान को।
मोय एसो लागे मोदी सेना आज मधूकर,
लाय जो लगाय बजरान ज्यु लंकान को।
सोय जावै चार बजे गूड कर निशाचर,
देवा सुर डंको बजे हिन्दू दुनियांन को।
जोय वो जेहादीयां को संघार होवै जरुर,
होय जावै विनाश वो आंतकी हेवान को।
कोय कर सकै एसो काम अती भयंकर,
ओय सिनै छपन जो पुरे अरमान को।
मोय एसो लागे मोदी सेना आज मधूकर,
लाय जो लगाय बजरान ज्यु लंकान को।
04.
बहादूर सेनिकों का बारीया करी नै आज तेरीया किया है राज नापाक वा कोजी का।
पलवामा हमला जो पापिया पलीत वाज,
शेंरां हू को वेर साज गीदड़ां नी सोजी का।
मिराज उडाय जाय तहस नहस किया ताय,
ढेर कर दिया जाय आंतक की ढोजी का।
मोद आज हिन्द देश मोदी सेना मधूकर,
फोज को सलाम करे पूत एक फोजी का।
बहादूर सेनिकों का बारीया करी नै आज तेरीया किया है राज नापाक वा कोजी का।
पलवामा हमला जो पापिया पलीत वाज,
शेंरां हू को वेर साज गीदड़ां नी सोजी का।
मिराज उडाय जाय तहस नहस किया ताय,
ढेर कर दिया जाय आंतक की ढोजी का।
मोद आज हिन्द देश मोदी सेना मधूकर,
फोज को सलाम करे पूत एक फोजी का।
05.
छबीस फरवरी वो साल उगणीस छिती,
खाख कियै खलीस वो पाक खुधालीस के।
हाक जो मचीस हिन्द वायु सेना हलावीस,
दाप नै दबीस भरी पाप पंपालीस के।
गरक बेड़ा जो किया आज गदड़ीस हू का,
निसते फजीत हुई देखो नकलीस के।
जियै धनवाद मधुकर मोदी जबरीस,
चार सो फनीस कियै बदलै चालीस के।
छबीस फरवरी वो साल उगणीस छिती,
खाख कियै खलीस वो पाक खुधालीस के।
हाक जो मचीस हिन्द वायु सेना हलावीस,
दाप नै दबीस भरी पाप पंपालीस के।
गरक बेड़ा जो किया आज गदड़ीस हू का,
निसते फजीत हुई देखो नकलीस के।
जियै धनवाद मधुकर मोदी जबरीस,
चार सो फनीस कियै बदलै चालीस के।
06.
जो पाक वालै भारत को धमकानै आंख दिखानै वालै आज बिचोलियां के मार्फत मोदी सें बात करनै के लिए हाथ पेर मार रहै है।
जो पाक वालै भारत को धमकानै आंख दिखानै वालै आज बिचोलियां के मार्फत मोदी सें बात करनै के लिए हाथ पेर मार रहै है।
आंख दिखावता भारत को अब,
जाडी जुबान पड़ी हद जेरी।
नांख दिया हथियार नालायक,
ढात दिठी कल राख की ढेरी।
भारत को धमकावत भमर,
वो ही बिचोलिया ढूंढत वेरी।
पाक प्रधान करे अब पांपला,
मोदी सें बात करावो को मेरी।
जाडी जुबान पड़ी हद जेरी।
नांख दिया हथियार नालायक,
ढात दिठी कल राख की ढेरी।
भारत को धमकावत भमर,
वो ही बिचोलिया ढूंढत वेरी।
पाक प्रधान करे अब पांपला,
मोदी सें बात करावो को मेरी।
07.
पाक पलिती हेमाती परा पर,
कुदता वा बल पाय पराका।
चीन को जाय बण्यो फिर चाकर,
वोय नट्या बद नीत वडाका।
जोय रयो सब ओर वो जाकर,
ओय मुकर ग्या जुनिया आका।
मोदी की डाकर देख मधुकर,
केसे किया वस पाक का काका।
पाक पलिती हेमाती परा पर,
कुदता वा बल पाय पराका।
चीन को जाय बण्यो फिर चाकर,
वोय नट्या बद नीत वडाका।
जोय रयो सब ओर वो जाकर,
ओय मुकर ग्या जुनिया आका।
मोदी की डाकर देख मधुकर,
केसे किया वस पाक का काका।
08.
आज आवै रणधीर फतै कर,
देश के वीर की किरत दाखा।
हांण दे पाक विमाण गिराय हो,
खांच लावै धर पाक का खाखा।
होसला वाज बडो हमलावर,
वीर वाखांण विदेश में वाखा।
मोदी है छपन शेर मधूकर,
अभिनंदन फेर सतावन आखा।
आज आवै रणधीर फतै कर,
देश के वीर की किरत दाखा।
हांण दे पाक विमाण गिराय हो,
खांच लावै धर पाक का खाखा।
होसला वाज बडो हमलावर,
वीर वाखांण विदेश में वाखा।
मोदी है छपन शेर मधूकर,
अभिनंदन फेर सतावन आखा।
09.
देश को मान बढाय दुनी,
अभिनंदन तो सम कोय नी ओरा।
दूठ सांमे हठ झेल दिखा दिय,
शायद हो कोहू जोध सजोरा।
वीर अनेक हुवै वसुधा पर,
केहू रया उण कागद कोरा।
मुवता सुजस होत मधूकर,
जिवता जस लियो हद जोरा।
देश को मान बढाय दुनी,
अभिनंदन तो सम कोय नी ओरा।
दूठ सांमे हठ झेल दिखा दिय,
शायद हो कोहू जोध सजोरा।
वीर अनेक हुवै वसुधा पर,
केहू रया उण कागद कोरा।
मुवता सुजस होत मधूकर,
जिवता जस लियो हद जोरा।
10.
टीवी वाली बाइयां थोड़ी देर बोली रेवो मोटा बोल मत बोलो कि पाक डरते भुख मरते अभिनंदन नै रिहा कियो है। आ बात अगर उवां तक पहुच गयी तो वो पंपुटो दे सके है।
टीवी वाली बाइयां थोड़ी देर बोली रेवो मोटा बोल मत बोलो कि पाक डरते भुख मरते अभिनंदन नै रिहा कियो है। आ बात अगर उवां तक पहुच गयी तो वो पंपुटो दे सके है।
काचड़ कुटे वो देखो टी वी वालै कथ करे,
बोली रेवो बायां मत बात करो बाडी ओ।
कूट निती कारण वो नीठ तो हांकारो भर्यो,
मोसा मत देवो डर भुखो मेलै माडी ओ।
पाक जे सुण्यो तो पपूंटो दियो पूंछल तो,
भमर भरोसो नाय नटै बेठै भाडी ओ।
पहूचण देवो अभिनंदन को पापणियां,
अरे थै जुबान झालो बोलो मत आडी को।
बोली रेवो बायां मत बात करो बाडी ओ।
कूट निती कारण वो नीठ तो हांकारो भर्यो,
मोसा मत देवो डर भुखो मेलै माडी ओ।
पाक जे सुण्यो तो पपूंटो दियो पूंछल तो,
भमर भरोसो नाय नटै बेठै भाडी ओ।
पहूचण देवो अभिनंदन को पापणियां,
अरे थै जुबान झालो बोलो मत आडी को।
11.
हुड़कलै होय भेलै आंमी सांमी हुल कर,
आपस में खाथी बोल उछल करे क ना।
अभिनंदन आय फिर बता उण अवसर,
पेल तो पंजाब फिर दिल्ली सें घरे क ना।
अतो नको पतो अजां एसी अटकल करै,
हाडी बिन देखो जीभ हुलल करे क ना।
रात रे व्यालू रो अजां पतो नही मधूकर,
पोकरणै सरदार वाली जांखल करे क ना।
हुड़कलै होय भेलै आंमी सांमी हुल कर,
आपस में खाथी बोल उछल करे क ना।
अभिनंदन आय फिर बता उण अवसर,
पेल तो पंजाब फिर दिल्ली सें घरे क ना।
अतो नको पतो अजां एसी अटकल करै,
हाडी बिन देखो जीभ हुलल करे क ना।
रात रे व्यालू रो अजां पतो नही मधूकर,
पोकरणै सरदार वाली जांखल करे क ना।
12.
कछु सार नथी कवि यार कथी,
विरदार वथी इण वंदन में।
कोय वार करे सरकार सरे,
दुख ताय हरे दुरदंदन में।
ओय मोज अषा भमरा सुभषा,
सोय सोज सषा सुखकंदन में।
रघुनंदन साय करे उनकी,
फसगे अभिनंदन फंदन में।
कछु सार नथी कवि यार कथी,
विरदार वथी इण वंदन में।
कोय वार करे सरकार सरे,
दुख ताय हरे दुरदंदन में।
ओय मोज अषा भमरा सुभषा,
सोय सोज सषा सुखकंदन में।
रघुनंदन साय करे उनकी,
फसगे अभिनंदन फंदन में।
13.
अड़ी बात अभिनंद नी,
वड़ी न भारत वाट।
मोदी घड़ी उन मधुकरा,
खड़ी करसी खाट।
अड़ी बात अभिनंद नी,
वड़ी न भारत वाट।
मोदी घड़ी उन मधुकरा,
खड़ी करसी खाट।
14.
अली करण असूर री,
असली याह असूल।
मसली मोदी मधुकरा,
भली नही यह भूल।
अली करण असूर री,
असली याह असूल।
मसली मोदी मधुकरा,
भली नही यह भूल।
15.
जननी जणै तो एसो जणै,
मोदी जेसो मड़द्द।
पाक पंजै में पकड़यो,
आ, शेर उठेज सड़त्द।
जननी जणै तो एसो जणै,
मोदी जेसो मड़द्द।
पाक पंजै में पकड़यो,
आ, शेर उठेज सड़त्द।
16.
बाघा के बोडर लाय वरी कर,
अटारी एरियै जाय उतारी।
वंदन ताय उभा अभिनंदन,
भारती जो जलसो कर भारी।
आय उभी सतकार अरधंग,
मोद सें तात मिलै महतारी।
मान वधाय वो आज मधूकर,
जोध करी हिन्द कि जयकारी।
बाघा के बोडर लाय वरी कर,
अटारी एरियै जाय उतारी।
वंदन ताय उभा अभिनंदन,
भारती जो जलसो कर भारी।
आय उभी सतकार अरधंग,
मोद सें तात मिलै महतारी।
मान वधाय वो आज मधूकर,
जोध करी हिन्द कि जयकारी।
17.
अरे आतिश वाजी करे अबतो,
अब आय घरे अभिनंदन है।
डरे पाक दहाड़ सें वाय देखो
सब नाज करो हिन्द नंदन है।
धन भारती लाल सपूत धरा,
वायु सेन के वीर को वंदन है।
भड़ भमर तो सतकार भणै,
अभिनंदन का अभिनंदन है।
अरे आतिश वाजी करे अबतो,
अब आय घरे अभिनंदन है।
डरे पाक दहाड़ सें वाय देखो
सब नाज करो हिन्द नंदन है।
धन भारती लाल सपूत धरा,
वायु सेन के वीर को वंदन है।
भड़ भमर तो सतकार भणै,
अभिनंदन का अभिनंदन है।
18.
पाक ओर हिन्द देस समानता बात पुणां ,
देखो जाकी भिनता की एसी दासतान है।
फासी चाड़ै ओ तो जिया हूल मुखिया जो मुणो,
पाव पुजै गांधी हम प्रत्यक्ष प्रमान है।
उनकै तो सता हीण देश छोड भागे उणां,
सड़ात का जेल हू में एसो सनमान है।
हमारै नेतां के नाम योजना मोदी जी मुणां,
मधुकर एसो मेरो भारत महान है।
पाक ओर हिन्द देस समानता बात पुणां ,
देखो जाकी भिनता की एसी दासतान है।
फासी चाड़ै ओ तो जिया हूल मुखिया जो मुणो,
पाव पुजै गांधी हम प्रत्यक्ष प्रमान है।
उनकै तो सता हीण देश छोड भागे उणां,
सड़ात का जेल हू में एसो सनमान है।
हमारै नेतां के नाम योजना मोदी जी मुणां,
मधुकर एसो मेरो भारत महान है।
19.
सितर सालां सें होय भूल बेठी सरकारां,
शाहिदां को कियो जोय मोदी सनमान है।
समर स्मार्क राषटीय वियो समर पित,
बड़ो मान इयो फोज कियो बलिदान है।
सेवा जियो देश की सुरक्षा लियो सिनो तान,
बांकुरां वीरां को हियो करत बखान है।
बीजेपी कांग्रेस आदी प्राटियां कबां न भियो,
मधुकर कहै इयो मोदी तो महान है।
सितर सालां सें होय भूल बेठी सरकारां,
शाहिदां को कियो जोय मोदी सनमान है।
समर स्मार्क राषटीय वियो समर पित,
बड़ो मान इयो फोज कियो बलिदान है।
सेवा जियो देश की सुरक्षा लियो सिनो तान,
बांकुरां वीरां को हियो करत बखान है।
बीजेपी कांग्रेस आदी प्राटियां कबां न भियो,
मधुकर कहै इयो मोदी तो महान है।
20.
छबीस फरवरी वो साल उगणीस छिती,
खाख कियै खलीस वो पाक खुधालीस के।
हाक जो मचीस हिन्द वायु सेना हलावीस,
दाप नै दबीस भरी पाप पंपालीस के।
गरक बेड़ा जो किया आज गदड़ीस हू का,
निसते फजीत हुई देखो नकलीस के।
जियै धनवाद मधुकर मोदी जबरीस,
चार सो फनीस कियै बदलै चालीस के।
छबीस फरवरी वो साल उगणीस छिती,
खाख कियै खलीस वो पाक खुधालीस के।
हाक जो मचीस हिन्द वायु सेना हलावीस,
दाप नै दबीस भरी पाप पंपालीस के।
गरक बेड़ा जो किया आज गदड़ीस हू का,
निसते फजीत हुई देखो नकलीस के।
जियै धनवाद मधुकर मोदी जबरीस,
चार सो फनीस कियै बदलै चालीस के।
21.
मसूद अजहर हू को सालो ग्यो सांमेलो कर,
मुक्ती कशमीर हु की हुई हेर मोत है।
इब्राहिम युसफ वो दोय भाई अजहर,
फोलादी बडेल याही हुवा फेर फोत है।
ओर भी अनैक बड़ै आंतकी वो इजगर,
बदर गदर घणै मुवै बिन मोत है।
मोतब ही मोतब आ मोदी दिनी मधुकर,
होतब की बात देखो होतब सें होत है।
मसूद अजहर हू को सालो ग्यो सांमेलो कर,
मुक्ती कशमीर हु की हुई हेर मोत है।
इब्राहिम युसफ वो दोय भाई अजहर,
फोलादी बडेल याही हुवा फेर फोत है।
ओर भी अनैक बड़ै आंतकी वो इजगर,
बदर गदर घणै मुवै बिन मोत है।
मोतब ही मोतब आ मोदी दिनी मधुकर,
होतब की बात देखो होतब सें होत है।
22.
आतंकवाद को मार फनै किया इला पर,
हिला कर रख दिया पाक हमकीन है।
दिमाक वालो तो नर एसो नही दुनीवर,
गधार पार्टियां को बड़ो गमकीन है।
विकास वधार कुछ किशान सुधार कर ,
घर घर मोदी तणी जय घमकीन है।
देश फोज तकदीर देखो बड़ो दिलगीर,
मोदी हे तो मधुकर सब मुमकीन है।
आतंकवाद को मार फनै किया इला पर,
हिला कर रख दिया पाक हमकीन है।
दिमाक वालो तो नर एसो नही दुनीवर,
गधार पार्टियां को बड़ो गमकीन है।
विकास वधार कुछ किशान सुधार कर ,
घर घर मोदी तणी जय घमकीन है।
देश फोज तकदीर देखो बड़ो दिलगीर,
मोदी हे तो मधुकर सब मुमकीन है।
23.
आतंकी का अडा ओय, कबर बणाय कोय,
खुफिया विभाग जोय, करी पुरी खोज है।
हिन्द की हुंकार होय, धूबका बजाय धोय,
नापाक दियो निचोय, पाक लियो पोज है।
वायु सेना चढ वोय, मिराज तो मन मोय,
फार गधारत जोय भारत कि फोज है।
मोद मोदी मधूकर, रयत मिटायो रोष,
देखो जैश वालो जोष वियो जमी दोज है।
आतंकी का अडा ओय, कबर बणाय कोय,
खुफिया विभाग जोय, करी पुरी खोज है।
हिन्द की हुंकार होय, धूबका बजाय धोय,
नापाक दियो निचोय, पाक लियो पोज है।
वायु सेना चढ वोय, मिराज तो मन मोय,
फार गधारत जोय भारत कि फोज है।
मोद मोदी मधूकर, रयत मिटायो रोष,
देखो जैश वालो जोष वियो जमी दोज है।
24.
हिन्दु मुसलिम पेदायस कश्यप कि दो स्त्रियां दिती ओर अदिती कि सनतान है दोनां भाई होते हुवै भी एक दया वृती के दुसरै पाप वृती के होनै के कारण से परा परी सें दोनां के बीच वेर भाव चलता ही आ रहा है। देखियै काव्य “कवि मधुकर माड़वा”।
हिन्दु मुसलिम पेदायस कश्यप कि दो स्त्रियां दिती ओर अदिती कि सनतान है दोनां भाई होते हुवै भी एक दया वृती के दुसरै पाप वृती के होनै के कारण से परा परी सें दोनां के बीच वेर भाव चलता ही आ रहा है। देखियै काव्य “कवि मधुकर माड़वा”।
काछब रिषी कि कोय, वंनिती सन्तान वोय,
देखलो पेदासी दोय, दुनी दुरगत्ती के।
सुर वृती दया सोय, उग्र असुरान ओय, वेर भाव बीज बोय, आदी वो अनित्ती के।
सनातन रिती सोय ,हिन्द के मानव होय,
पाप वृती धार वोय पाक जो पलित्ती के।
मधुकर हिन्दु मोय, उपजे आदिती ओय,
मुढ्ढ मुसलान होय, दानव वो दित्ती के।
देखलो पेदासी दोय, दुनी दुरगत्ती के।
सुर वृती दया सोय, उग्र असुरान ओय, वेर भाव बीज बोय, आदी वो अनित्ती के।
सनातन रिती सोय ,हिन्द के मानव होय,
पाप वृती धार वोय पाक जो पलित्ती के।
मधुकर हिन्दु मोय, उपजे आदिती ओय,
मुढ्ढ मुसलान होय, दानव वो दित्ती के।
25.
भारत देश के वीर बांकुरै हूकार भरे,
फोज जो मरे हे सीम शेर सीनो फाड़ को।
काशमीर कोय केसे गदर आजाद करे,
भरे ओय भाड़ियै वो दुष्ट खाते भाड़ को।
आमख देख के जोय ग्रीधड़ा झपटा मारे,
राजनिती होय तोबा ,केती धारे राड़ को।
कोय तो फिकर करे देश हू की मधुकर,
कोय तो चकर काटे बोटां के जुगाड़ को।
भारत देश के वीर बांकुरै हूकार भरे,
फोज जो मरे हे सीम शेर सीनो फाड़ को।
काशमीर कोय केसे गदर आजाद करे,
भरे ओय भाड़ियै वो दुष्ट खाते भाड़ को।
आमख देख के जोय ग्रीधड़ा झपटा मारे,
राजनिती होय तोबा ,केती धारे राड़ को।
कोय तो फिकर करे देश हू की मधुकर,
कोय तो चकर काटे बोटां के जुगाड़ को।
26.
पाक पलिती हेमाती परा पर,
कुदता वा बल पाय पराका।
चीन को जाय बण्यो फिर चाकर,
वोय नट्या बद नीत वडाका।
जोय रयो सब ओर वो जाकर,
ओय मुकर ग्या जुनिया आका।
मोदी की डाकर देख मधुकर,
केसे किया वस पाक का काका।
पाक पलिती हेमाती परा पर,
कुदता वा बल पाय पराका।
चीन को जाय बण्यो फिर चाकर,
वोय नट्या बद नीत वडाका।
जोय रयो सब ओर वो जाकर,
ओय मुकर ग्या जुनिया आका।
मोदी की डाकर देख मधुकर,
केसे किया वस पाक का काका।
27.
पाक अलाप मनोदशा जाल साज इमरान बात चीत कि पेश कस कर रहा है।
इमरान उचारम बात बिचारम,
हमको मारम हिन्द वारम।
सुतन संहारम आय अंधारम,
वाम वजारम बंब वारम।
हरकत हत्यारम सत सविकारम,
आतंक वारम उतपातम।
भारत भरमातम पाक कुपातम,
बात बनातम, कर बातम।
वा राग अलातम दिन रातम।
हमको मारम हिन्द वारम।
सुतन संहारम आय अंधारम,
वाम वजारम बंब वारम।
हरकत हत्यारम सत सविकारम,
आतंक वारम उतपातम।
भारत भरमातम पाक कुपातम,
बात बनातम, कर बातम।
वा राग अलातम दिन रातम।
28.
नापाक निपटता कूड़ कपटता,
पापा कटता पो फटता।
अन्दर घुस अटता बंब पटकता,
धूब धमटता धटमटता।
नालायक नटता जोध झपटता,
हूर खटकता हटयातम।
भारत भरमातम पाक कुपातम,
बात बनातम कर बातम।
वा, राग अलातम दिन रातम।
नापाक निपटता कूड़ कपटता,
पापा कटता पो फटता।
अन्दर घुस अटता बंब पटकता,
धूब धमटता धटमटता।
नालायक नटता जोध झपटता,
हूर खटकता हटयातम।
भारत भरमातम पाक कुपातम,
बात बनातम कर बातम।
वा, राग अलातम दिन रातम।
29.
लड़ जोर लड़ाका डालत
डाका पाक पड़ाका धूबाका।
भिड़ जोध भड़ाका जबर जड़ाका,
असुर झड़ाका अड़ आका।
धर धूब धड़ाका सोर सड़ाका,
वा बजड़ाका वड वातम।
भारत भरमातम पाक कुपातम,
बात बनातम कर बातम।
वा, राग अलातम दिन रातम।
लड़ जोर लड़ाका डालत
डाका पाक पड़ाका धूबाका।
भिड़ जोध भड़ाका जबर जड़ाका,
असुर झड़ाका अड़ आका।
धर धूब धड़ाका सोर सड़ाका,
वा बजड़ाका वड वातम।
भारत भरमातम पाक कुपातम,
बात बनातम कर बातम।
वा, राग अलातम दिन रातम।
30.
ऊगे दिन आरे आंतक वारे,
हिन्द सिमारै हलकारे।
घुसपेट करारे बुरी बिचारे
धीठै सारे धूतारे।
हे वो हतियारे मानव मारे,
शान्ति चाहरे चिरतालम।
भारत भरमातम पाक कुपातम,
बात बनातम कर बातम।
वा, राग अलातम दिन रातम।
ऊगे दिन आरे आंतक वारे,
हिन्द सिमारै हलकारे।
घुसपेट करारे बुरी बिचारे
धीठै सारे धूतारे।
हे वो हतियारे मानव मारे,
शान्ति चाहरे चिरतालम।
भारत भरमातम पाक कुपातम,
बात बनातम कर बातम।
वा, राग अलातम दिन रातम।
31.
आतंक इकतिसी
पाक को प्रधान मंत्री, शान्ति को प्रलाप करे,
हाय भोय अती डरे, देखो गती हूरां की।
भारत अनिती भरे, शान्ति ओय सल्ला सरे,
कतल की क्रान्ती हरे, जाती वो जभूंरां की।
भय बिना प्रीत नरे, देखी सुणी कोय दरे,
जूत बाजे लागे जरे, खबर खधूरां की।
भ्रांन्ति भरी बात अरे, मांनै कुण मधूकर,
शान्ति निती सुरां घरे, अशांन्ति असूरां की।
आतंक इकतिसी
पाक को प्रधान मंत्री, शान्ति को प्रलाप करे,
हाय भोय अती डरे, देखो गती हूरां की।
भारत अनिती भरे, शान्ति ओय सल्ला सरे,
कतल की क्रान्ती हरे, जाती वो जभूंरां की।
भय बिना प्रीत नरे, देखी सुणी कोय दरे,
जूत बाजे लागे जरे, खबर खधूरां की।
भ्रांन्ति भरी बात अरे, मांनै कुण मधूकर,
शान्ति निती सुरां घरे, अशांन्ति असूरां की।