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Month: February 2022

इश-महिमा-सवैया – कवियत्रि भक्तिमति समान बाई

।।सवैया।। शत्रुन के घर सेन करो समसान के बीच लगाय ले डेरो। मत्त गयंदन छेह करो भल पन्नग के घर में कर गेरो। सिंह हकारि के धीर धरो नृप सम्मुख…