चारणी साहित्य सेमिनार- राजकोट 6, 7, 8 दिसम्बर 2019
पिगळ सागर सम कहा, छंदा भेद अपार। लघु दीरध गण अगणको, बरनो शुद्ध बिचार।। आप सभी को सूचित करते हुए अत्यंत हर्ष हो रहा है कि साहित्य के क्षेत्र में,…
पिगळ सागर सम कहा, छंदा भेद अपार। लघु दीरध गण अगणको, बरनो शुद्ध बिचार।। आप सभी को सूचित करते हुए अत्यंत हर्ष हो रहा है कि साहित्य के क्षेत्र में,…
E-BOOK चारणत्व मैगजीन वर्ष १ – अंक चतुर्थ वर्ष १ – अंक तृतीय वर्ष १ – अंक द्वितीय वर्ष १ – अंक प्रथम
बाळपण – रचना: जोगीदान चडीया मुल्युं ना कोयथी मुलाय बाळपण केवुं अलबेलडु… भुल्युं ना जरीये भुलाय बाळपण केवुं अलबेलडु…टेक भोळुडुं बाळ रुप लागे भगवान नुं वळी नई कळजुग नो वान…
रहसी रै सुरताणिया! वीरता अर वीर आज ई अमर है तो फखत कवियां या कविता रै पाण। क्यूंकै कवि री जबान माथै अमृत बसै अर उण जबान माथै जिको ई…
गीत -मोहनसिंहजी रतनू चौपासणी रो- गिरधरदान रतनू गीत-सोहणो मन में नहीं गरब सरब रो मित्र, छल़ प्रपंचां दूर छतो। हंसमुख हरस मिलै हूताल़ु, मोहन रतनू एक मतो।।१ अचल़ा सदन चौपा’णी…
।।गीत – जांगड़ो।। जंगल़ थप थांन विराजै जांमण देवी आप देसांणै। द्रढकर राज बैठायो दाता, बीको पाट बीकांणै।।1 अरजन विजै जांगलू आख्यो, चारण जोड चरावै। धारै नाय रोफ धणियां रो,…
हे मित्र! समय को पहचानो बस इतना सा कहना मानो आलस से यारी मत करना ज्यादा होंशियारी मत करना। ये क्षण में सबको छलता है पल पल में रूप बदलता…
चारण शक्ति प्रश्नोत्तरी दिनाक- 12/11 2019 निम्नलिखित प्रश्नों का सही ऊतर 01 निम्नलिखित लोक दैवताओ के घोडीयां के नाम- 1.रामदैवजी, 2.पाबूजी, 3.तैजाजी? उतर- 1.रामदैवजी- लीला 2.पाबूजी-केशर कालवी 3.तेजाजी- लीलण 02. रामदेव जी का…
|| सोनल गई सिघार || रचना : जोगीदान चडीया गमियो खुब गमारने, दारु तणों दीदार जे दुख हारे जोगडा, सोनल गई सिधार.१ कर्यो न नाते कोयदी, ऐक वखत ईकरार जगसे…
आई नी अकळांमण छंद : सारसी दोढेक लीटर पीये दारु, चिकन मुरगां चावता. मंडाय पाछा मंच माथे गीत सोनल गावता. देवीय कोटी वरण देखो जुवो कई दिश जाय छे. ज्वाळा…