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गीत:~गाँधीड़ो
रचना:~कविराज स्व.श्री भंवर दान जी बीठू(मधुकर)झणकली

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ऐवड़ छेवड़ छायी अभंग,ब्रिटिश घटा बिकराल।
चीरतो डांफरचमकियो चोखो,कांगरेसी किरणाल ।।
गोंधीडो़ कोंमण गारो,मोभिड़ो हिंद माता रो..।।टेर।।…01

मोहनी मंतर फूंकिया मोहन,बाजिया शंख बिशेष।
पंडित मुल्ला पादरी पूरा,हमचे हुआ हेक…02

वाणीये सूता वीर जगोया आथड़ी भीड़ अजोड़।
जावता जंथा देख जेलों मो कांपिया पैनल कोड।
गाँधीडो कामण…03

झूंपड़ियाँ मदमस्त झूमंती,कोफिया किल्ला कोट।
तूटण लागी भुरजा तीखी,बाजिया गोला बोट..04

शाह नबाब भूपाल राजेशर,छाक सींहासण छोड़।
बापूजी रे पाखती बैठा,जाट हरिजन जोड़…05

लाट फिरंगी लिकण लागा खांखरिये रे खोफ।
अरटिये आळी ताकत आगे त्रासगी टेंका तोफ।
गाँधीडो कॉमण…06

पोतड़की दोय हाथ पिछोड़ी,सबखी डोंगड़ी साथ।
डोढ ओंने री टोपली देखे,झुकिया कंचण ताज…07

पातली टांगों जूनकी चम्पल,कसियो ऐनक कान।
डगमगातो मेलतो डाकों,गोडों रे घमशाण…08

परणवा बैठा जोड़ पागोठी,पातसाहां री पांत
गौरियों गाया गीत बन्ने नों,दाढ़ नहीं मुख दांत…09

जारजां नोनिज जोर दिखावण,बींद आयो निज वास।
बिरह सताती बिंदणी लारे निसते आई नास…10

अंत आजादी हिंद मों आई,कंत हुओ कुलबाण।
सारधा साथे शीश झुकावे,बारट भंवर दान…11

गाँधीडो कामण गारो मोभिडो हिन्द माता रो

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