Thu. Nov 21st, 2024

Month: October 2019

कानदासजी मेहडू कृत हनुमान वंदना

दोहा सुरस्वती उजळ अती, वळि उजळी वाण। करु प्रणाम जुगति कर, बाळाजती बखाण॥1॥ अंश रुद्र अगियारमो, समरथ पुत्र समीर। नीर निधि पर तीर नट,कुदि गयो क्षण वीर॥2॥ खावण द्रोणाचळ खमै,…

श्री कानदास जी मेहड़ू कृत विरवड़ी जी रो छंद

बिरवडी जी रा छंद ॥दोहा॥ तुं दीधा नूं देव, नरही लीधा नूं नही। गरवी मां गंगैव, बिरद तुहाळौ बिरवडी॥ 1 ॥ निवत कटक नव लाख, जिण नवघण जिमाडियो। सुरज शशिहर…

1857 क्रांतिकारी अजीतसिंह गेलवा

1857 की क्रांति में राजस्थान का अमूल्य योगदान था। वीर तांत्याटोपे को राजस्थान के शेखावाटी में प्रथ्वी सिंह सामोर ने शरण दी थी, उस वक्त बांकीदास आसिया शंकरदान सामोर ने…

चारण शक्ति वेबसाइट तृतीय वर्षगांठ- Www.charanshakti.org

हार्दिक बधाईदिनाक- 30/10/2019 चारण शक्ति वेबसाइट तृतीय वर्षगांठ-Www.charanshakti.org आज ही के दिन चारण समाज की पहली ऐसी राष्ट्रीय चारण शक्ति वेबसाइट (www.charanshakti.org) जिसमे सभी प्रकार की जानकारीया अपडेट होती है,…

चारणकवि गोदड़जी मेहडू परिचय- डॉ. तीर्थकर रतुदानजी रोहड़िया

हमारे यहां केवल दो प्रकार के साहित्य देखने को मिलते हैं। भाषा साहित्य और धर्म साहित्य, लेकिन चारणी साहित्य एकमात्र साहित्य है जो ज्ञातिलक्षी साहित्य है। हिंदी साहित्य के इतिहास…

दीयाळी – छैलू चारण “छैल”

हरख आँगणैं आय दीयाळीसुख सगळै कर ज्याय दीयाळी कूङ कपट रो काळोपण स्सोतम जाळा हर ज्याय दीयाळी नेण निरोगा मन सो’राईजन मन रै कर ज्याय दीयाळी खोटोङां नैं सदबुधी दैसाचोङां…

हेप्पी हैप्पी हुवै दिवाली, हैप्पी हैप्पी हुवै दिवाली- मोहनसिह रतनू,

हेप्पी हैप्पी हुवै दिवाली, हैप्पी हैप्पी हुवै दिवाली, चमचम करती किसमत चमकै, चमकै गगन मुलकता तारा। घर घर हो दिवलै री ज्योति, घर घर मे होवे पो बारा। घर घर…

दिवला! इसड़ो करे उजास -डॉ. गजादान चारण ‘शक्तिसुत’

दिवला! इसड़ो करे उजास -डॉ. गजादान चारण ‘शक्तिसुत’ दिवला! इसड़ो करे उजास जिणमें सकल निरासा जळ कर, उबरै बधै ऊजळी आस। मन रो मैल कळुष मिट ज्यावै, वध-वध दृढै विमळ…

साची बात कहूँ रे दिवला ~ डॉ. गजादान चारण ‘शक्तिसुत’

साची बात कहूँ रे दिवला, थूं म्हारै मन भावै। दिपती जोत देख दिल हरखै, अणहद आणंद आवै। च्यारुंमेर चड़ूड़ च्यानणो, तेज तकड़बंद थारो। जुड़ियाँ नयण पलक नहं झपकै, आकर्षक उणियारो।…

आई जेतबाई माँ

આઇ જેતબાઇ માં આઇ જેતબાઇ માનો જન્મ સં. ૧૫૧૫ માં ખેડા જિલ્લાના વાલવોડ ગામમાં થએલો . એમના પિતાનું નામ લાખાજી મહેડૂ. આઇ જેતબાઇનું મોસાળ એજ ગામ વાલવોડના મહિયા શાખાના ચારણોમાં…