घर क्यां छे! राघव ने आजे ,
जोओ ! आपणा राम रड़ी गया।
माल मफत नो मारी मारी ,
माड़ी,बंगला, महल करी गया ।
खटपट खींचाताण प्रभु पर ,
नोखा नोखा भाग पड़ी गया ।
बधां रोटियो, लागे सेकता ,
वाते वाते, वाद चड़ी गया ।
अहिंया आपणे डायपण डाया,
भाई मारा बेभान पड़ी गया ।
जोओ! गरीबो ,पेट खाली छे,
कोठा वाला धान सड़ी गया।
देव ज्यारे, दारू मां डूबा ,
देत्य बधां आकाश फरी गया ।
भाई भाई ने,भाई गणे नहीं ,
खोटे खोटा, धार पड़ी गया ।
गौवध, अत्याचार घणुं छे ,
शासक ऊंचा हाथ करी गया ।
जेना पर जे, हतो भरोसो ,
रातो रात बधा फरी गया ।
काले करमणो,हतो कुर्सी पर ,
आजे एना,हाथ ठरी गया ।🤪
घर भेगा थया,गपल गोपजी,
टोला ए.सी.पी,लार पड़ी गया ।
धाक जमावी, साशन जे करता,
एना, मूंछ ताणतां होठ लरी गया।
खाखी वाला करे खराबी ,🔦
चोर बधां छे भूख मरी गया ।🙈
बे पैसा नोता, बोफा पासे ,
आज अमीर नि,लिस्ट चड़ी गया।
संत,गुरु, जनसेक , साचा ,
हाटे ताला, हाड गली गया ।
पाखंड ना पलड़ा छे भारी ,
मर्म, शर्म, मसाण बली गया ।
बेन ,बेटी नि, लाजुं क्यों छे !!
नारी ना, सम्मान घटी गया ।
भेल, बधी वस्तु मां भालो 👈
मौत कमौते, अनेक मरी गया ।
माणस,माणस नो, कातिल आजे,
कलयुग ना पण भान फरी गया ।
माल हराम नो, मलवा लागो,
जीभे चश्का ,जोर चड़ी गया ।
रड़ी रड़ी ने, ” आहत ” थाकयो, रड़तां,पड़तां, दांत पड़ी गया।😂
👉घर क्यां छे !!! राघव ने…आजे…जुओ…आपणा…राम .रली.. गया ।👌🙈🙏आशूदान मेहड़ू नी जय माताजी🙏🙏🙏🤪🤪✌✌👏