Thu. Nov 21st, 2024
 रामजी ने घर क्यां छे 

घर क्यां छे! राघव ने आजे ,
जोओ ! आपणा राम रड़ी गया।

माल मफत नो मारी मारी ,
माड़ी,बंगला, महल करी गया ।

खटपट खींचाताण प्रभु पर ,
नोखा नोखा भाग पड़ी गया ।

बधां रोटियो, लागे सेकता ,
वाते वाते, वाद चड़ी गया ।

अहिंया आपणे डायपण डाया,
भाई मारा बेभान पड़ी गया ।

जोओ! गरीबो ,पेट खाली छे,
कोठा वाला धान सड़ी गया।

देव ज्यारे, दारू मां डूबा ,
देत्य बधां आकाश फरी गया ।

भाई भाई ने,भाई गणे नहीं ,
खोटे खोटा, धार पड़ी गया ।

गौवध, अत्याचार घणुं छे ,
शासक ऊंचा हाथ करी गया ।

जेना पर जे, हतो भरोसो ,
रातो रात बधा फरी गया ।

काले करमणो,हतो कुर्सी पर ,
आजे एना,हाथ ठरी गया ।🤪

घर भेगा थया,गपल गोपजी,
टोला ए.सी.पी,लार पड़ी गया ।

धाक जमावी, साशन जे करता,
एना, मूंछ ताणतां होठ लरी गया।

खाखी वाला करे खराबी ,🔦
चोर बधां छे भूख मरी गया ।🙈

बे पैसा नोता, बोफा पासे ,
आज अमीर नि,लिस्ट चड़ी गया।

संत,गुरु, जनसेक , साचा ,
हाटे ताला, हाड गली गया ।

पाखंड ना पलड़ा छे भारी ,
मर्म, शर्म, मसाण बली गया ।

बेन ,बेटी नि, लाजुं क्यों छे !!
नारी ना, सम्मान घटी गया ।

भेल, बधी वस्तु मां भालो 👈
मौत कमौते, अनेक मरी गया ।

माणस,माणस नो, कातिल आजे,
कलयुग ना पण भान फरी गया ।

माल हराम नो, मलवा लागो,
जीभे चश्का ,जोर चड़ी गया ।

रड़ी रड़ी ने, ” आहत ” थाकयो, रड़तां,पड़तां, दांत पड़ी गया।😂

👉घर क्यां छे !!! राघव ने…आजे…जुओ…आपणा…राम .रली.. गया ।👌🙈🙏आशूदान मेहड़ू नी जय माताजी🙏🙏🙏🤪🤪✌✌👏

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