आई लूंग जन्म इला, उपजाई अनुराग।
वरदाई मां विसहथी, भमर गाई बड भाग।।1।।
अजित दान पितु आशिया, मायड़ मेतु महान।
लूंग जाय घर लाडली, वलदराय वरदान।।2।।
साल गिरह नभवै सरस, बीज शुधी वरताय।
जेठ मास में जगतम्बा, जयन्तीय जचवाय।।3।।
।।छंद सारसी ।।
जेठां जपावै बीज थावै जन्म पावै जानियै।
बाजा बजावै उमंग आवै मोद धावै मानियै।
महागण मनावै हर्ष छावै जयन्ती जचवाज है।
विसवास वरणां सगत शरणां लूंग चरणां लाज है।
मां इला जन्मी आज है।।4।।
नमो नमामम लूंग नामम वलदरामम वासिया।
मेतू मातानम पितू जानम अजीतदानम आशिया।
ठावा ठिकानम वडवितानम धन्य तानम धाज है।
विसवास वरणां सगत शरणां लूंग चरणां लाज है।
मां इला जन्मी आज है।।5।।
सांसण शिरोही वास वोही धाम जोही धाविया।
ससुराल सोही लूंग जोही अम्ब ओही आविया।
मेवाड़ मोही गंगणोही परणवोही पाज है।
विसवास वरणां सगत शरणां लूंग चरणां लाज है।
मां इला जन्मी आज है।।5।।
धानका धराखै सकव साखै लगन जाखै लेखिया।
भूरसिंह भाखै प्रीत पाखै अलख आखे ऐखिया।
विधवा वणाखै देव दाखै सगत भगती साज है।
विसवास वरणां सगत शरणां लूंग चरणां लाज है।
मां इला जन्मी आज है।।7।।
कुल कर्म केवी इहग ऐवी लूंग लेवी लोवड़ी।
धीरज धरेवी धर्म धेवी विरद वेवी मावड़ी।
समाज सेवी सीख देवी रीत हेवी राज है।
विसवास वरणां सगत शरणां लूंग चरणां लाज है।
मां इला जन्मी आज है।।8।।
जय लूंग मां री वरदरारी धजा धारी धाम है।
भगती वधारी भाव भारी नरा नारी नाम लै।
तपस्या तमारी वर्ण वारी गुणां थारी गाज है।
विसवास वरणां सगत शरणां लूंग चरणां लाज है।
मां इला जन्मी आज है।।9।।
सेवग सुधारण लूंग चारण चित धारण चारणी।
वरणी वडारण डील डारण इला जण उपकारणी।
मधुकर उचारण तरण तारण कारण समरण काज है।
विसवास वरणां सगत शरणां लूंग चरणां लाज है।
मां इला जन्मी आज है।।10।।
।।कलश।।
धर मेवाड़ी धानका,
वर लूंगज परिवार।
गांगणियै परणी गुणी,
भुरसिंह जी भरतार।।11।।