सादर में कवी मधुकर आज भारत देश के इन शहादती जवानां को श्रदांजली देता हुवा नमन करता हू। ओर भारत कि जनता सें अपील करता हू। मोदी जेसै छपन ईंच के सीनै वालै की हमें जरूरत है ओर नाज भी है।अगर आपनै पांच साल ओर मोका दिया तो, कवी भुषण नै शिवा जी पर बावन कवित बनाऐ थे। ओर में कवी मधुकर मोदी माला, एक सो आठ कवित कि बनाऊगा। यह मेरा वादा है।
जय हिन्द, जय मोदी।
*01.*
ओदी पावन अवन पर,
सोदी जन सरसात।
मोदी शुध मन मधुकरा,
वोदी करत न बात।
*02.*
हिन्दवन वरन हेमायती,
सब जन करन सुधार।
विश्व मित्रन विरादरी,
नमन मोदी नर नार।
*03.*
नोट बंदी करदी नमो,
खोट बंदी खवार।
गोट बंदी की गफलतां,
वोट बंदी विचार।
*04.*
जी एस टी किय के जिरू,
भृष्टी भया भय भीत।
दृष्टी आंतक दिस दही,
नमो भमर तव नीत।
*05.*
भ्रष्टाचार भारत में मेटो केसे मोदी भाई,
जुनी घणी देश माई जड़ां जो जमाई है।
नोकरशाई तो बिन्या नोट काम करे नाई,
पहलै सें दुणी अब रिशपतां पाई है।
दपतर देखो जाई गरीब जो गोता खाई बिचोलियां मिल नयी गेंग जो बणाई है।
मोज करे मन चाई रिशपत कमाई करै,
मधुकर मोदी थोड़ी अंकुस लगाई है।
*06.*
कर नोट बंधी छोटे ब्यापारी देवाला काढ्या,
मोटे भ्रष्टाचारी लोग हुवै माला माल है।
गरीब मध्यम वर्ग कोटे की कमाई गयी,
कयी लोग आज देखो होयगे कंगाल है।
जी एस टी को फेर देश में फेल्यो जंजाल,
बेरोजगारी वधी युवा फिरै बदहाल है।
मोदी दोय भूल भारी करी देखो मधुकर,
हिन्दु वादी पार्टी में हिन्दु ही हलाल है।
*07.*
हाय हिन्दू फूट ताको धिकार हजार बार,
जाफर की जयकार काफर जचाई है।
वीत गयी सदियां अनेक इण इला पर,
रीत वाही पुरातन आफर रचाई है।
हित या अहीत बात समझै न हिन्दु नर,
मोमनेट नीत सदा हिन्दुन मिटाई है।
मीत अब चेतो मजबूत बणो मधुकर,
वित मेंही चित जाको लानत लगाई है।
*08.*
राजनिती रार कर, दुशमन दरार कर,
पोकरण प्रचार कर, पोची गत पाई है।
नाजोगा वो नार नर, घाली कलै घरो घर,
वोटर विगार कर करत बडाई है।
धर्म को विसार कर, कुधर्म को कार कर,
बोतल सुला बकर डुला दुखदाई है।
सुथार संहार कर हिन्दु बेठा हार कर,
भमर धिकार नर, ओ जो इतराई है।
*09.*
बेरोजगारी रोजगारी भता देवो मोदी बाबा,
ब्यापारी को लोन देवो ब्यापार बधायां को।
सब सिडी हाथो हाथ देवो गेस सलेन्डर,
बेलेस बेंक में देवो, खातो देखो बायां को।
नोकरशाही को नांणो अंकुश लगाय नमो,
पेनसन देवो सब बुढलां पोमायां को।
जनता जनार्दन जीत करे जामनी वो,
भमर हो कर्ज माफ किशान जो भायां को।
*10.*
एसी एसटी ओ बी सी रू, अन्य अल्प वाद आदी,
गांधी वादी मुल्ला वादी कांग्रेसी कहावै है।
ब्यापारी वांणिया वादी, भगवा सांमतवादी,
अनेकां अवसर वादी बी जे पी में आवे है।
मेंगल चढी जो मादी, युपी में समाजवादी,
ममता वो रायजादी मोरचा मंडावै है।
आदी वादी उदमादी, भारत भरादी नीव,
बरबादी मधुकर देश की बतावै है।
*11.*
राजस्थान भाषा सविधान री,
बान समान बधान सबोदी।
ध्यान करान बडान धुरन्दर,
कान धरान सुजान कबोदी।
आन रखान सबांन इच्छाअर,
प्रन प्रधान रखान प्रबोदी।
आम जबान उचार मधुकर,
मन की बात विचार ले मोदी।
*12.*
ब्रेक बी जे पी लगाण बंगाल मे,
ममता के घर मंडग्या मेल।
मेल फिमेल वो हाक मचाकर,
टैल लगी वरजै टणकेला।
मेक हो हेक अटेक करै मिल,
चेह्क रया केहु मालिया चेला।
ऐक मोदी पै अनेक हमलावर,
भमर बीस हुवा दल भेला।
*13.*
काय कहै किसका कुल दिपक,
गाय गांधी तण गोद गुणाई।
ताय पिता मुसलिम तालिम का,
आय इटली कि माय इसाई।
चाय ख्वाजा पै चढाय के चादर,
जाय प्रयाग जनेऊ जचाई।
वाय कहै कुल ब्राहम्ण है हम,
भमर देखलो ताजुब भाई।
*14.*
जियै मोदी जुगती सें कर लही जयकार,
दिखावा कियै है राजी करण दिवानां को।
लिऐ जाकी आदत वो दियै कबु लिख भर,
हियै लागी आती हार ,हिन्दु हितवानां को।
इयै अरमान नवी मेख लगी देख नर,
बियै बड़़बोलै झुठै भाषण बखांनां को।
कियै कछु नोकरां को माला माल मधुकर,
सतरै रूपयै दियै मंझलै किशानां को।
*15.*
किशान कि हालत गोर करै कुण,
आशवासन में रेत अगाड़ी।
देण वो लेण कछु नही दिसत ,
झोका मोदी घण भाषण झाड़ी।
वित्तमंत्री वो बिमार बेठो बण,
आय उभो गुजराती अनाड़ी।
पारख भमर देत पियुष का,
दांत दिखाय बजाय दी ताड़ी।
*16.*
योगी जी को बंगाल मेंरौक्यो हवाई ज्हाज यार,
तुण मूल बी जे पी में तना तनी तावै है।
सी बी आई अधिकारी केद कर सरकार,
चेटी फंड घोटालै में कमीशनर बचावै है।
बबंडर कर बेठी धरणो दे जाय नार,
हाय भोय कर हार हवा जो बनावै है।
बीस दल मिल दरकार करै केजरीवाल,
मोदी देखो मधुकर दीदी को दबावै है।
*17.*
महा गठ बंधन मंडग्या मेला।
भाई बेन होयग्या भेला।
बुआ बबुआ संग अलबेला।
योगी मोदी लड़ै अकेला।
*18.*
तेवीस दल मिल देखो तोर।
चाटुकारा सगला चोर।
जनता संग जे होसी जोर।
मोदी आसी वनस मोर।
*19.*
बुणयाद झूंठ जाकी करै झोड़ बार बार,
बबर सें भिड़ै सयार करै सांमा गम्बला।
भ्रष्ट नेता होय भेला चोर करै भभन्डर,
जोकर से दिसे वा भी करै दुजां जम्बला।
बोलता ये बोवै यार बाई केतां रांड बोलै,
खोलै झुंठी पोल केसी देखो खड़ा दम्बला।
कुड़ै कुचड़ै यै एक साथ मिल मधुकर,
हाय तोबां कर करै मोदी पर हम्मला।
*20.*
अभी में टीवी पर प्रियंका राहुल का लखनवु का रोड़ शो का आंखै देखा हाल निजर
लेकर भीड़ लखनवु लशकर,
जाय पुगो बैन भ्रात को जोड़ो।
ऊभा नेता मिल गाडी के ऊपर,
रोड़ पै बिजली तार को रोड़ो।
पास राहूल के साथ में प्रियंका,
सिंधिया आय नै उभग्यो सोड़ो।
मोदी को मात यै दैत मधुकर,
बस में बेठ काढ्यो बड़ गोड़ो।
*21.*
केजरी वाला बेठो धरणो कर,
दिल्ली कि राजनिती दुख दाई।
आय पुगी उण आसण ऊपर,
बात करी वो बंगाल कि बाई।
गांधी स्टेजु पै जाय गरजां कर,
बी जे पी तणी मेटो अबखाई।
मोदी को हे बापू रोक मधुकर.
भेला हो भमर मोसेरा भाई।
*22.*
आज बहोत बड़ा श्री नगर जम्मू हाई वै पर आतंकवादी हमला बीस शहीद, अनेक घायल कवि मधुकर काव्य ।
सी आर पी एफ काफिला लै सतर गाडी सवार,
जम्मू सें जवान श्री नगर को जात है।
कायराना हमला ओ जेश ऐ मोहमद क्रूर,
कार में बलास्ट कियो, उग्रवादी आत है।
अभी तक सुणै हम बीस जो शहीद ओर,
घायल अनेक कर करी बड़ी घात है।
मोदी सरजीकल स्टाइक कर मधूकर,
पाक करतूत डर जैश की जमात है।
*23.*
आतंकवादी का कोय जाती धर्म नाय हो तो,
बूरतै कयू कबर में बूंधड़ लगातै है ??
बोलै झूंठ देखो मिल बोटां वालै बाजीगर,
ओ क्या वीरां शहादतां पर अकुलातै है।
सैनिकां कि सहादत केसी या सहानुभुती,
राजनिती नीच नेता देश को रूलातै है।
भेलै बेठै देखो एसै भारत में भाड़ियै वो,
मधुकर कहै छांनै जशन मनातै है।
*24.*
भुपती भारत तणै शाह के आधीन भयै,
मान जो आमेर पती रखी झूंठी मांण है।
देश को दबाय उण मुगल तालीम रखी,
भयै क्रोध आयै फिर हिन्दु कुल भांण है।
घांण मुगलाण कियै हल्दी घाटी में घणै,
घाटी काशमीर अब माची घमसांण है।
मुझै लगे एसो आज कहै कवी मधुकर,
मोदी बण आयो देखो दुजो महारांण है।
*25.*
देश हित हु में चाहै केता नेतै दुनीवर,
एक जुट हुवै सब अती ही आनंद है।
राफेल डाफेल सब भुलगै राहूल नर,
बंगाल में दीदी हु की बोली फेर बंद है।
पड़ै बिजली वो उण पाक कै मसुबां पर,
देश पे संकट आज राजनिती मंद है।
धनवाद मोदी करी घोषणा जो मधुकर,
हर घर बोलै तेरी जयकार हंद है।
*26.*
राजनिती सभी दलां हू की आज गोटै कर,
फोज खुली छूट धर ,भारती फुलाई है।
नीद वां हराम अर केतै घबरायै नर,
एसी दुबदा को डर जीव अकुलाई है।
साच केतां मात मरै अबोलै खा बापू शान,
लागे हर बोली बंद लुण न लगाई है।
मोदी जजमेन्ट पक्ष राजी नही मधुकर,
मजबुरी देख दल हां में हां मिलाई है।
*27.*
पुलवामा में पापियां,
हमलो कियो ज हिंन्द।
बियालिस हुवा बापड़ा,
सी आर पी शहीद।
*28.*
नेतै कहतै निशरमै,
जपतै न आंतक जात।
बोट देखै वो बिगड़तै,
बोलतै न सची बात।
*29.*
जाती आतंक वाद जिकै,
सांम्प्रत दिखै सोय।
बियै भाषण दै बेतुका,
कहै न साची कोय।
*30.*
ईसाई नह हिन्दु एसै,
सिख नही सरसात।
कहो फिर यै मधुकरा,
जालिम कवन जमात।
*31.*
भेदू वा भारत भरी,
निकमी अजरख न्यात।
कहना होगा मधुकरा,
सच में क्यु सरमात।
*32.*
हिन्द बिरादरी हाई, जमात में मिली जाई,
फिल्मां फसाई, ज्यादातर हाई फाई है।
देश को दबाई केतै बेठै दुख दाई यहां,
अजरख वाला याई, आंतक अलाई है।
बड़ै बड़ै नेताई कि बेटियां उनिको ब्याई,
लव कि जेहाद जाई ,ईजत लुटाई है।
होसला बढाई एसे देश मे हराम खाई,
भमर भरोसा काई, झूंठ भरमाई है।
*33.*
भारत को मोभी पूत हिन्द को हेमाती नर,
मोदी धनवाद जाको मन नही मेलो है।
जमात के गर्द वो इर्द गिर्द जिका,
झेल रहै भाड़ियां को तरफ झुकेलो है।
लानत है एसे लोक लुभावण नेतै लोग,
उनसै लड़त एक मर्द अकेलो है।
मान सनमान देश हित जाने मधुकर,
चित को उदार वह चारणां को चेलो है।
*34.*
ऊजला योजना लाय महिलां कियो उद्धार,
करोड़ां लोगां के घर खुशयाली किनी है।
असंखां किसांनां आधो बिल माफ उपकार,
लाखां वंचितां वो घर लाईट जो लिनी है।
जीरो का बैलेन्स खाता खोलकै जनांनां पर,
हर घर बेंक जाय पहुची हसिनी है।
ओर भी अनेक योजनावां को जोड़ी आधार,
मोदी धनंकार सब मधुकर दिनी है।
*35.*
बा अटल बिहारी भूल बड़ी,
गुण बेठा वा दिल्ली गादी।
बोफा बण जसवंत बी जे पी,
फट जाय पुगाया फोलादी।
उण दिन सु आंतक री आफत,
भारत में लाया बरबादी।
मोदी अब मधुकर फिर मोदी,
जिण आज मिटाया जेहादी।
*36*
अभिमन्यु हुतो उण समै,
अवस बालक अबोध।
मोदी घिरे न मुड़दियां,
जबरो मधुकर जोध।
*37*
_संस्थानां में युवा ,युवकां को गधार लोग बरगला कर उन्है मालिक का झूंठा खोफ बताकर जेहादी बनाते है। ओर देश का नुकसान कर रहै है ।सवैया निजर मधुकर।_
आतंकवाद फोलाद ओलाद ओ,
जोय जकात ले वो धन जोड़े।
जालिम गालिम संस्था आलिम,
मोय मकात युवा मन मोड़े।
खालिम वालिम खेल खुदालिम,
होय हकात यै बात हलोड़ै।
मादरी गादरी मेल मधूकर,
बोय बकात लो देश को बोड़े।
*38*
आध हे मूसल आध ईसाई ओ,
हिन्दू रिझाण का ढांग ले हाला।
धार वो आज दुपटाय धोतीर,
लार दे हाथ लंगोट विलाला।
माथै में टीका लगाय जा मंदिर,
पपसा आवत दोड़ता पाला।
मोदी को तोड़ न कोय मधूकर,
क्यां अब सांग करै यह काला।
*39*
अखण्ड करण अराधना,
पण्ड रा धोवण पाप।
परचण्ड बहुमत पावणी,
आया संगम आप।
परम कृपा प्रयाग री,
सगंम डुबकी सार।
मोदी तेरो मधुकरा,
परतक्ष बेड़ो पार।
*40*
संगम के तट पे अती सुन्दर,
भगवा भेष किया वृत धारी।
कुम्भ का नाथ सनाथ हमां कर,
अर्चना पूज विधी अनुसारी।
सांतका मेट भोला शिव शंकर,
भारत संकट आयग्यो भारी।
मोदी तो डुबकी संग मधुकर,
मंग आशीष वा गंग मातारी।
*41*
देश को सर्वोच नेता अजब उदार नर,
मोद लो मिटायो मांनो केतां मोट मनां को।
सफाई कर्मचारी हू कीसांमी सेवा कर,
संदेश जो दियो बड़ो सभी शुधी जनां को।
आज अदभूत द्रष्य देख अचम्भित हर,
पाव धोय पूंछ रया हरी परीजनां को।
करोड़ो का मन जीत लिया मोदी मधुकर,
जियो पग धोय दियो मान हरीजनां को।
*42*
सुदामा का पाव धोय विपर सखा हो श्याम,
ताय ईधकाय नही आंशु जल धारां का।
केवट धुवाय पाय रया पछताय राम,
पाप जो चढाय उण नाव परिवारां का।
कंचन मेहल कर किया कान भल काम,
विया नही एसा मान मानव विचारां का।
आज मोदी मधुकर देश मन जित्यो आम,
एसा अदभूत काम होय अवतारां का।
*43*
बा अटल बिहारी भूल बड़ी,
गुण बेठा वा दिल्ली गादी।
बोफा बण जसवंत बी जे पी,
फट जाय पुगाया फोलादी।
उण दिन सु आंतक री आफत,
भारत में लाया बरबादी।
मोदी अब मधुकर फिर मोदी,
जिण आज मिटाया जेहादी।
*44*
सुनता नही तो उसे समझाना नही सार,
जहां नही कदर वां कबू फिर जाना ना।
कहै सत्य रूठ जाय एसे कृत घणी नर,
मनंतो करि नै फेर उसको मनाना ना।
भोजन जो पचै नही उसे मत पेट भर,
खूब स्वादिष्ट चाहै उसे कबू खाना ना।
मोसम ज्यू बदले वो दोस्त तजो मधुकर,
निजरां सें गिरै एसे नीच को उठाना ना।
*45*
कियो मान छोट जाती बड़ो अदभूत काम,
वियो है विपक्ष तणै वोटर विगाड़ां को।
लियो जस मोदी जी तो गरीब लगाय गलै,
बेठा चुप राहुल जी फिकर बोटाड़ां को।
इयो को उपाय दाव दिसे नही कोय ओर,
बोल बंद होया हेमायती बबराडां को।
मोदी पाव धोया देख हरीजनां मधूकर,
पपू अब करै मता धोण पिछवाड़ां को।
*46*
पाक ओर हिन्द देस समानता बात पुणां,
देखो जाकी भिनता की एसी दासतान है।
फासी चाड़ै ओ तो जिया हूल मुखिया जो मुणो,
पाव पुजै गांधी हम प्रत्यक्ष प्रमान है।
उनकै तो सता हीण देश छोड भागे उणां,
सड़ात का जेल हू में एसो सनमान है।
हमारै नेतां के नाम योजना मोदी जी मुणां,
मधुकर एसो मेरो भारत महान है।
*47*
सितर सालां सें होय भूल बेठी सरकारां,
शाहिदां को कियो जोय मोदी सनमान है।
समर स्मार्क राषटीय वियो समर पित,
बड़ो मान इयो फोज कियो बलिदान है।
सेवा जियो देश की सुरक्षा लियो सिनो तान,
बांकुरां वीरां को हियो करत बखान है।
बी जे पी कांग्रेस आदी प्राटियां कबां न भियो,
मधुकर कहै इयो मोदी तो महान है।
*48*
बारह विमान उडै भोर साढै तीन बजै,
धरा पाक हू में जाय कियो बडो धूबको।
जैश के तबाह कियै पांच सात पैड जोय,
होय आज आंतक पै गजब को हूबको।
पांच सो गीधड़ा भेट चड़्या दिसै नापाक रा,
भयभीत हुवो पाक अचानक भूबको।
मिराज गिराय बंब मोदी धन मधूकर,
ताबील जेहादियां को मेट दियो तूबको।
*49*
सोय जावै चार बजे गूड कर निशाचर,
देवा सुर डंको बजे हिन्दू दुनियांन को।
जोय वो जेहादीयां को संघार होवै जरुर,
होय जावै विनाश वो आंतकी हेवान को।
कोय कर सकै एसो काम अती भयंकर,
ओय सिनै छपन जो पुरे अरमान को।
मोय एसो लागे मोदी सेना आज मधूकर,
लाय जो लगाय बजरान ज्यु लंकान को।
*50*
देखो योगी देश में,
हुवो पेलो हनुमान।
दुजो भीषम दाखवां,
मोदी तिजो महान।
*51*
भुखा सता रा भेड़िया,
करता वा कुबखान।
मुलक बता को मधुकरा,
मोदी जिता महान।
*52*
आतंकी का अडा ओय, कबर बणाय कोय,
खुफिया विभाग जोय, करी पुरी खोज है।
हिन्द की हुंकार होय, धूबका बजाय धोय,
नापाक दियो निचोय, पाक लियो पोज है।
वायु सेना चढ वोय, मिराज तो मन मोय,
फार गधारत जोय भारत कि फोज है।
मोद मोदी मधूकर, रयत मिटायो रोष,
देखो जैश वालो जोष वियो जमी दोज है।
*53*
_जो पाक वालै भारत को धमकानै आंख दिखानै वालै आज बिचोलियां के मार्फत मोदी सें बात करनै के लिए हाथ पेर मार रहै है।_
आंख दिखावता भारत को अब,
जाडी जुबान पड़ी हद जेरी।
नांख दिया हथियार नालायक,
ढात दिठी कल राख की ढेरी।
भारत को धमकावत भमर,
वो ही बिचोलिया ढूंढत वेरी।
पाक प्रधान करे अब पांपला,
मोदी सें बात करावो को मेरी।
*54*
भारत देश के वीर बांकुरै हूकार भरे,
फोज जो मरे हे सीम शेर सीनो फाड़ को।
काशमीर कोय केसे गदर आजाद करे,
भरे ओय भाड़ियै वो दुष्ट खाते भाड़ को।
आमख देख के जोय ग्रीधड़ा झपटा मारे,
राजनिती होय तोबा ,केती धारे राड़ को।
कोय तो फिकर करे देश हू की मधुकर,
कोय तो चकर काटे बोटां के जुगाड़ को।
*54*
पाक पलिती हेमाती परा पर,
कुदता वा बल पाय पराका।
चीन को जाय बण्यो फिर चाकर,
वोय नट्या बद नीत वडाका।
जोय रयो सब ओर वो जाकर,
ओय मुकर ग्या जुनिया आका।
मोदी की डाकर देख मधुकर,
केसे किया वस पाक का काका।
*55*
_आज मोदी जी नै विदेश निती, रणनिती ,कूटनिती, राजनिती, इन चार निती पर पुर्ण विजय हासिल की वो केसे कि देखियै।_
पलवामा घती घार ,पाक को कियो प्रचार,
विदेश निती वधार पेलो विजेकार है।
आंतक उजार वांके घर जार फते कर,
रणनिती धार यह दुजो रणूकार है।
दबाब बणाय अभिनंदन आजाद कर,
कूटनिती जीत नर तिजो किरदार है।
देश मन जीत उपकार मोदी मधूकर,
जिका राजनिती तणी चोथी जयकार है।
*56*
आज आवै रणधीर फतै कर,
देश के वीर की किरत दाखा।
हांण दे पाक विमाण गिराय हो,
खांच लावै धर पाक का खाखा।
होसला वाज बडो हमलावर,
वीर वाखांण विदेश में वाखा।
मोदी है छपन शेर मधूकर,
अभिनंदन फेर सतावन आखा।
*57*
देश को मान बढाय दुनी,
अभिनंदन तो सम कोय नी ओरा।
दूठ सांमे हठ झेल दिखा दिय,
शायद हो कोहू जोध सजोरा।
वीर अनेक हुवै वसुधा पर,
केहू रया उण कागद कोरा।
मुवता सुजस होत मधूकर,
जिवता जस लियो हद जोरा।
*58*
पाक को प्रधान मंत्री, शान्ति को प्रलाप करे,
हाय भोय अती डरे, देखो गती हूरां की।
भारत अनिती भरे, शान्ति ओय सल्ला सरे,
कतल की क्रान्ती हरे, जाती वो जभूंरां की।
भय बिना प्रीत नरे, देखी सुणी कोय दरे,
जूत बाजे लागे जरे, खबर खधूरां की।
भ्रांन्ति भरी बात अरे, मांनै कुण मधूकर,
शान्ति निती सुरां घरे, अशांन्ति असूरां की।
*59*
_पाड़ोसी नापाक की मगरूरी मेटता मधुकर काव्य निजर।_
पाड़ोसी हमारे वो पलीत सुण पाप प्रेरी,
पेदा कर जेहादेरी काय सुख पाये है।
विदेश विरादरी में किरकिरी थाय वेरी,
मधुकर कहे हेरी मुख मुरझाये है।
मोत की सोदागरी में वाय मगरुरी करी,
भिक्षुक जमात भरी ,गिरीबी वधायै है।
जितनी तो तेरी आमदारी नही पाक जोय,
उतनी तो हम वां भंगारी छोड आये है।
*60*
धन्य हे यह गिर, गुजरात, का बुढिया शेर इस छपन इंच के सिनै वालै ने पहली वार छपन साल में छपन देश का समर्थन हासिल कर पाक को अपनी ही विरादरी सें घर बदर करवा दिया। देखियै काव्य मधुकर माड़वा।
विदेश के मंच मुख्य अतिथी भारत बणे ,मधुकर देखो अरबी देशां रुख मोड़ा है ।
पाक तणा कारनामा घर सें बदर करा ,फजिती पलिती शीर मटका जो फोड़ा है ।
बाहर कियो हे आज खुद निज बिरादरी ,जाहर हिन्द के शेर दोस्त पथ जोड़ा है ।
छपन साल में पेली वार ये छपन देश ,छपन सिने के मोदी बड़ी छाप छोड़ी है ।
*62*
वायु सेना कार्यवाही सबूत दे सरकार,
घुसपेटां हेमायती हमलां पे घेरी है।
देखो नीच प्राटियां के दुषटी दारम दार,
जय चंद जेसे केहू ,बोल रयै जेरी है।
पाक के पिठलू निज देश हू के घाती नर,
गेर बिरादरी पर निष्ठा जो गेरी है।
करम फूटै नै कोय कारी नही मधुकर,
बेठै भेदी विभिषण घर में ही वेरी है।
*63*
अभी में सुण रहा था वो पपेन्द्र जी बार बार अपनी बांहां को चढाकर केवल चोकीदार को गाली देकर वो ही पुराना झूंठा राफेल वाला राग अलाप रहै थे। ओर तो कोई मुदा उनके पास बचा ही नही। बड़े हतास लग रहै है। अब तो खाली गोते खाते फिरो देश में ओर चोकीदार को चोर करके पुकारते रहो उस शेर ने बंब बजाकर पाक ओर विपक्ष दोनां को हताश कर दिया ।काव्य निजर मधुकर।
पोला पड़े वो बेठा जो पपेन्दर,
खोला खोयै फिरे देश में खाली।
ओला तके निज बांह ऊची कर,
रोला करे रट रोज रफाली।
बोला किया जिण बंब बजाकर,
होला उठ्या ओ नापाक हवाली।
मेला जिकां मन होय मधूकर,
गेला देवे चोकीदार को गाली।
*64*
आज फिर सेना सें सर्जिकल स्टाइक का गदार नेता सबूत मांग रहै। फोज के तो हाथ बंधै है। दे नही सकते पर देश वासी इन्है थोड़ै दिनां में जरुर दे देगे एसा मुझै भारत के लोगां पर पुरा विसवास है कवि मधुकर।
सर्जिकल स्टाइक सेन शोर्य गाथा सुण,
सभी हिन्द वासियां का हुवा चोड़ा सीना है।
विसवास नाय वह सबूत वीरां सें मांगे,
देखो आ गदारां अबै फेर दुख दीना है।
वोटां में वांदोली काढ सबक सिखावो वलै,
होय ढोली घोड़ा फिरै माजनां का हीना है।
मोय बड़ो अफसोस देख सुण मधूकर,
केसे सेना सोहरत पै राजनिती कीना है।
*65*
_कल में नै भारतिय फोज सें निवेदन किया था। जो दुष्ट अपनै घरां में उण पापियां को शरण देतै है एसे लोगां की बिलडिंगे तबाह करनै सें आपको कोन रोकता है। मोदीजी ने तो खुली छुट दे रखी है। तो आज उण गधारां के मकान धवस्त कर दो आंतकी के साथ दो शरण देनै वालां को भी राख में तबदिल कर दिया ओर फोज को खरांच भी नही आयी मधुकर।_
बिंल्डिग बिधूंस बिखेर भुमी पर,
वाह जो चार की लीद बिखेरी।
आल करे वो अनीत उठै,
बदनीत छिपाय भाड़ी घर वेरी।
खंगाल हलाल किया उण खद्धर,
ढाय गिराय की राख की ढेरी।
काल निवैदन फोज मधूकर,
मान ली आज वो बात जो मेरी।
*66*
भारत देश में केतो वाद हू विवाद भारी,
फास्ट वाद फिजूल में यू ही फथलात है।
गारत हुवै है आज देखो केहू गूने गारी,
काष्ट वाद वालै भरे जेलां कलपात है।
तारत न कोय दिसे करै को तरफ दारी,
त्राष्ट वालै तो कुर्शी देख तरसात है।
मारत मुदे सें महा भारत वो मधूकर,
राष्ट वाद वालै फिर राज लो रचात है।
*67*
अहोध्या है राम जी को राम जिलमाय उठै,
बाबरी क्या दावो बणै ,फालतू फिजूलको।
कोर्ट कहै आपस में बेठ समझोता करो,
न्यायालय खरो मान्य ,हिन्दू भरो हूलको।
तूरक जमीन जहां हुती नही तिल भर,
खोटां को खुलासो कर ,मेटो उण खिलको।
बणावो मजार जाय अजोदा सें बाहर वो,
मोटी बांगां ,मधूकर ,बेठा बठै बुलको।
*68*
_अबकी बार इस नीच नापाक के चार टुकड़ै करो तब शंशार में शान्ति स्थापित होगी मधुकर।_
वार बंगला वधार ,आजाद करार वोय,
फार फेर उजरार किया अफगान का।
नार हू की दर हू सें अब बार काढ ओय,
यार सिंधी का सुधार ,होय शुभयान का।
सार सिया सुन्नी का विचार कार देखो सोय,
लार हा बिगार करे बलु चिस थान का।
मार तो अबकी बार देवो एसी मधूकर,
पार हो टुकड़ा चार नीच पाक थान का।
*69*
काल घोषणा उचार ,वोट तारीकां वतार,
आचार संहिता आर ,आय वार ओदी को।
देखो वा विपक्षी दार ,दल मिल नर नार,
बद नीत बड़ी धार ,करे बात बोदी को।
देश को बिगार कार घुसपेटां घरो घार,
खबर कबर खार काशमीर खोदी को।
आंतक मोदी उधार ,मिलै आपां देवां मार,
मधूकर वा जो वार ,मेटे यार मोदी को।
*70*
हल चल ऊफणी हिन्द में,
बणी बोटां तण वार।
मोज घणी उण मधुकरा,
कढे नेतां जण कार।
*71*
बिगुल बाज्यो देखो बोटां रो,
तिके चुनाव तयारी।
ऐसो आराम करतां री उडगी,
नीद नेतां री न्यारी।
तो बोटां री आयगी वेला रे,
मंड ग्या हर दिस में मेला।
*72*
पांच साल काढ्या बिन परवा,
सांसद ऐ स्वीकारे।
अब वारी जनता री आयी,
लोगां करे लाचारे।
तो बोटां री आयगी वेला रे …..
*73*
जम्बू गत नेता सब जालिम,
झूंठा भाषण झाड़ै।
बम्बू हाथ बोले बड़ बोला,
तम्बू बाजे ताड़ै।
तो बोटां री आयगी वेला रे ….
*74*
पारटीयां के बांध्या पाला ,
वला वली वभकारा।
होवै वंतल हूस हलावै,
वाटां जोत बिचारा।
तो, बोटां री आयगी वेला रे …..
*75*
केहू नेता फींचां वल काढै,
गांमो गाम गवाड़ी।
ऊजड़ आवै पगे ऊभांणा,
हर घर शोधै हाड़ी।
तो बोटां री आयगी वेला रे ….
*76*
छापल बेठा के नर छांना,
चात्रंग आवै चोड़ै।
अबको मोको द्यै आपांनै,
जाबक फुणचा जोड़ै।
तो बोटां री आयगी वेला रे …..
*77*
केहू रूठां अग कारां काढे,
लालच कंठ लगावै।
मोटी रकमां कर मनवारां,
माडै घेर मनावै।
तो वोटो री आयगी वेला रे …
*78*
आवै जद पकवान अरोगे,
लंगर चहु दिस लागे।
दारू बकर ओर दावतां,
सगली सुविधा सागे।
तो वोटां री आयगी वेला रे ..
*79*
दरषण जिणरा होता दुरलब,
चुलग्या उणरा चेता।
मारग हर दोड़ै मोटरड़ै,
निजर चड़ै अब नेता।
तो वोटां री आयगी वेला रे …
*80*
आंमा सांमा दल आपस में,
खांच ऊभा जो खोला।
मारवाड़ मुलक में मधूकर,
धाक धीग धमरोला।
तो वोटां री आयगी वेला रे,
मंड ग्या हर दिस में मेला।
इति चुनाव अर्ध चर्चा मधुकर
*81*
आजादी सें पेला अरू आजादी के बाद ओय,
कोय एसो राष्टवादी सेवक कहायो है।
वादी वरवादी केहू सांमतवादी तो वोय,
आदी जो अनादी काल हूकम अलायो है।
समाजवादी के रायजादी गांधीवादी सोय,
होय बंशवादी केहू शासन हलायो है।
तादी गादी तपै मोदी धन्य मधुकर तोय,
जोय एसो हिन्द हीरो हीरां बैन जायो है।
*82*
आड़ घर आंतकी का, पाक की जा काढी पाड़,
धाड़ घुस अन्दर जा, धोय उण धुन्नी है।
हाड़ फाड़ वीर वा तो दुषमण करी दहाड़,
चाड़ धज मारे जाय भाड़ियै जो चुन्नी है।
राड़ वो मचाड़ हिन्द वायु सेन होकराड़,
फाड़ फीफरा फगाड़ बम्ब फोत फुन्नी है।
फोज के फटिड़ां पर मधुकर कोहु मोद,
दड़ी के दटिड़ां राजी बावली सो दुन्नी है।
*83*
रावण मिलण गयी श्रुपणखा,
शेखर चन्दर सहेली।
हाल चाल राजनित हेमायत,
भीम सेना हुय भेली।
हाय बणो हम दर्द हमारै,
बोट बधारण बेली।
काय पंपाल करे वो मधुकर,
पपसा बैनड़ पेली।
*84*
_अभी टी वी में न्युज आ रही थी एक, बड़ बकड़ नाम का कांग्रेसी नेता आकर बी जे पी में मिला वह सोनिया जी का खास सहयोगी था तो सवेया चल पड़ा मधुकर।_
सोनिया गांधी का खास सदंकड़,
पकड़ पोल वा खोल दी पेठा।
फेरीय देय नाखूश हो फकड़,
अकड़ छोड कांग्रेस अदेठा।
जोश तजे जसबात वो जकड़,
तकड़ आय मिल्या मन तेठा।
माकड़ जाल को तोड़ मधूकर,
बड़ ,,बकड़ जाय बी जे पी में बेठा।
*85*
_आज फिर आंतकवाद रोक मुदे पर चीन नै वीटो पावर लगाते हुए अड़ंगा डाल दिया मधुकर।_
देश विदेश हुवा दुनी सामिल,
आंतक वाद मेटे आतताई।
मंसूद अजहर रोक मुदे पर,
वीटो का पावर ओय बताई।
देखो नालायक तरफदारी को,
लोफर चीन को लाज न आई।
केसो एसां विसवास मधूकर,
चोरां का चोर तो मोसेरा भाई।
*86*
मेंगल अरू गदरप में काय की समानता रे,
सियार शकल ऐक दुजो देखो शेर है।
ऐरे गेरे नीत आरे बेठै बकवास वारे,
हीमत वारे वो नेक दुजोरे दिलेर है।
आंतक हेमाती धारे हाय भोय करे हारे,
फेर फार नाय जन चाहत चोफेर है।
हेक पै हासी फुहारे दुजै जन जयकारे,
मोदी मधुकर वारे, महादेव मेर है।
*87*
हल ओर अनल की दोहु ओर होड़ मचे,
रचे कूड़ सचे सोदे अड़ंगे राफेल के।
बुकिया चढाय करे हाय वोय बभन्डर,
रांफा रोल राजनिती दावै जो राहेल के।
मेंगल के डर जेसे भुसे श्वान मोदी पर,
मुदे ऐसे झूंठै क्या बिगाड़ै मछरेल के।
काठे झेल पपसा ओ फेल खेल मधुकर,
हेक हेमाती हलेल दुजे वो अनेल के।
*88*
आतम गिलानी केसी आतम विलोकर ओ,
जोकर ज्यू दिसे वा तो वाके जोकीदार है।
लोकर में बंद करो लोफर सी बातां करे,
बोलतो इ बोए आतो छोकर बेकार है।
डोकर जुनो है यातो नापाक डरावै डोफा,
धोकर हटावै हिन्द बेठै धोकीदार है।
खोस कर खावै नही मोफत खिलावै नही,
दाखै मधुकर मोदी हम चोकीदार है।
*89*
कोई कहे चोर कोई कहे हम चोकीदार,
भ्रष्टाचार का प्रचार करे जामें भेद है।
साचे साहूकार जाको करे नही सवीकार,
ऐसे राज नेतां पर काहू को उमेद है।
किरोड़ो घोटाला कर वोही जो कुदावै काछां,
खुशी में फुलिजे देखो, नाय कोहू खेद है।
छाजड़ा तो बोलै थोड़ा मधुकर वो तो छाजै,
छांलणी भी बोलै जेमां असंखां जो छेद है।
*90*
आदर सें केहू में तो नाय को अनादर ओ,
सादर सामनै कटु सत्य जो सुनात है।
जाके परिवार कबू धार्मिक दिसा जोयो,
चादर ख्वाजा पे जाय जरूर चढात है।
करी अण देखी सदा हिन्धु धर्म क्राय कर्म,
रोजा इफ्त्यार पर्म पार्टी रचात है।
पांच पिढी हु को पाप धोण काज मधूकर,
नांनकी वो देखो आज गंग में नहात है।
*91*
सभी हिन्द वासी हू को मांनै निज समुदाय,
बड़ो नेक दिल जाको देश घर बार है।
महा योगी सबां हित मानव जाती मुरीद,
सर्व विश्व विरादरी करे सतकार है।
कृषण सो राजनीत, राम जेसो मरयादीत ,
देखै नही नार मीठ माँ समान दार है।
कुरापाती दुष्ट लोग कीचड़ ऊछालै काय,
चाय वालो मधूकर पको चोकीदार है।
*92*
कयो इन्द्रा को पेला बालेबा के खीम कवी,
आ तो अवतार दुर्गा को बण आई है।
जिती जमी भारत जो पाक पाछी दिनी जाय,
एसो कियो काम तो भी लोग अकुलाई है।
जो तो मेट घुसपेट अन्दर जा पाप काट,
तोबां करे आज वो नापाक आतताई है।
मांनो न मांनो आप मरजी है मधुकर,
मोदी अवतार केतां काय कि मनाई है।
*93*
_आज होली रे पावन पर्व पर दासोड़ी रतनू सरदारां री ओपमा अठे फिट करे मधुकर।_
केक दिन फिरता ओ चोकीदार चोर कर,
अब भुला बेरोजगार मुदो बतलावै है।
बी जे पी वाला भी बड़ा बातां रा हे बाजीगर,
दासोड़ी रा रतनू ज्यू दाव नी दिरावै है।
देखो लाखां चोकीदार बणाय मदतगार,
घुमे भाई बेनड़ी वो पाव क्यू घसावै है।
मन जो घड़त दावै फेल हुवै मधुकर,
नहलै पै दहला तो एसे दहलावै है।
*94*
उर्दू का बुलेटीन सदर फिरंगी आला,
इन्डिया इज वन्डर फुल बतलाया है।
अला ताला हिन्द कि अवाम खुशियाल रखै,
वजिरे आला नै इन्सा अला फरमाया है।
होली हू के शुभ अवसर मिल करो दुवा,
सदर जम्भुरिया नै पेगाम सुनाया है।
ऐक ओर असुरां की भुवा जली मधुकर,
दुजी ओर अली हू का जन्म मनाया है।
*95*
_आज बसपा वाली बडोड़ी बाई केवै चुनाव तो को लड़ांनी प्रधान मंत्री बणन ने तो तयार है हम, देखियै मधुकर काव्य।_
युपी गठ बंधन को नजारो देखलो एसो,
बोटां के मोसम तणी आयगी बहार है।
हेक हाथ खथी वारे दुजे फूल बथी वारे हमें हथी वारे मन मारे देख हार है।
आय ब्यान जारी करे नेती एसे अवसर,
चुनाव लड़न मेरो मोलो ज बिचार है।
बसपा कि बडाई जो बोले मधुकर बाई,
ताको लागताई प्रधान मंत्री बणन त्यार है।
*96*
_आज बी जे पी लिस्ट में एक सो चोरासी का आंकड़ा पेस किया है। पहला एक तो ठीक पर आखिर चोरासी का चकर संशय पेदा करनै वाला है।देखते है आखिर लिस्ट क्या कहती है अभी के सुगन तो इस प्रकार है देखियै मधुकर कवित सादर निजर।_
लिस्ट बी जे पी जो लार, वधार भली कि वार,
धार मन देखां कार, होय सके धोखो है।
महा गठ बंधन कि मची होड मारो मार,
आर पार सगलां सू जितणो भी ओखो है।
ऐक सो लगार पेलो आंक तो ऊबार सके,
चोरासी चकर हार होय नही चोखो है।
मोदी कोय चमत्कार कर दे तो मधूकर,
बेठो राजथान यार जादूगर बोखो है।
*97*
_अभी टी वी पर कांग्रस गांधी परिवार का निजि सलाहकार नै गलत ब्यान बाजी करी तो जेटली ने जो पलटवार किया देखियै काव्य मधुकर।_
सलाकार गांधी परिवार को पित्रोदा सेम,
आज ब्यान दियो जिका सुणो अब एसो है।
सर्जिकल सहादत सवाल उठाय सोय,
पाक तणो पक्ष ओय राज निती पेसो है।
कांग्रेस डुबी कठघरे खड़ी करे कोय,
जोय रयो देश जाको रूतबो लो जेसो है।
कियो पलटवार पाछो जेटली वो मधूकर,
सुणो गुरू एसो जाको शिष्य कहो केसो है।
*98*
केहू गोरी गजनवी लोदी खिलजी है केहू,
तुगल मुगल केहू तासीर तपायै है।
जोय अकबर कोय बणके ओरंगजेब,
छतै वा असूर देखो छिती पर छाये है।
सुयोधन केहू कंस रावण के शिशुपाल,
दुष्ट अंश दुख दायै देश को दबाये है।
अत्याचार आंतक मिटाण पतियार आज, मोदी मधुकर महारांण बन आये है।
*99*
माया पुरी लोक सभा बसपा सपा समाज,
चाज भुवा बबुवा जो भाषण जचावे है।
पचीस साल वो पेल बेन भ्रात दगा बाज,
आज दिन भूल वाज बेठी इतरावे है।
लोभ साज राजनिती तिलांजली देय लाज,
लाभ लेण राज काज जीभ लपकावे है।
मायावती मुलायम नाज मधुकर मोदी,
बोलै असली को ताज नकली बतावे है।
*100*
_मोदी चाय महिमा मधुकर।_
मोदी चाय पी निचोय, दुध गाय नाथ दोय,
अमीत उमदा ओय, मशाला मिलाया है।
मध्यम वर्ग लिया मोय, किशान गरीब कोय,
साधु सन्यासी सकोय, स्वाद को सराया है।
सेनावां बखांणै सोय, भ्रष्टां भुंडी लागे भोय,
ओय आंतकां रै, अजीरण उलटाया है।
हर्ष मधुकर होय, जेटली को देखो जोय,
छिलाय केटली छोय, प्याला भर पावे है।
*101*
सभी दल मिलै हाय वोय करै हेक साथ,
राजनिती विपक्षां की केसी राह रोदी है।
नामदारी भ्रष्ट विभिचारी वो भयै अनाथ,
बदमास नेतां की तो नाव ही डुबोदी है।
भारत जो लूंट मार आंतक मचा भाराथ,
विदेश निती विचार विश्व को सुबोदी है।
गुणी विधवान देश जनता जो गुण गाथ,
दाव जिती मधुकर वाह मोदी मोदी है।
*102*
_आज न्यायालय में राहूल नै स्वीकार किया कि चोकीदार को मेंनै चुनावी फायदे के लिए चोर कहा इस बाबत में राहूल खेद प्रगट करता हू ।मधुकर_
कामदार वो चोर कयो चोकीदार को,
भ्रष्टाचार हूकार भरी है।
जूलम आज स्वीकार कै जाहर,
कोर्ट किरकरी केती करी है ।
लांछण झूंठ मोदी पै लगाकर,
साच जो आखिर बात सरी है।
कूड़ का खेद जताय मधूकर,
राहूल तेरी तो साख गिरी है।
*103*
आज वारानसी सभा भाषण दियो अमोग,
सयोग मोदी जो कयो आपको सुनाता हू।
बुराई करनै वालै करते बुराई अब,
बुराई में बी जे पी का लाभ बतलाता हू।
गंदी गंदी गाली मुझै देत वो विपक्षी लोग,
बड़ी गंदी चिजां कि में खाद जो बनाता हू।
मधुकर विसवास मोदी छठ बारो मास,
खास गंदी कीचड़ में कमल खिलाता हू।
*104*
डोकर वुढो डाढाल, करे रक्षा महा काल,
कोलो भेरू डकराल कोतवाल काशी है।
जय भेरू जबराल, आशिष पावै अंताल,
मोदी धावै मछराल मनत मंगासी है।
पुजै लोग परचाल, दुनी मोटो दिगपाल,
वारानसी वरदाल, वडाल विसासी है।
भमर वो शुभ भाल, जीत मोदी की जचाल,
करो भेरवा कृपाल, आय जन आसी है।
*105*
केक मिल हेक साथ कूक हमला कराई, कांग्रेस आप दल वेजा कलपाई है।
जेर का घुंटिया रेड़ै उभी जो दलित जाई, बसपा की सपा भेली बेठी देखो बाई है।
हाय भोय मची चहू ओर टेनसन हाई, तृणमुल वाली विलखे जो बुढी ताई है।
भलो कछु कियो नर हांफलै भेला हो भाई, मोदी मर्द मधुकर छाती में ना माई है।
*106*
_मतदान करना कितना जरुरी हे देखियै कवित मधुकर।_
मोदी आवत मधुकरा,
आ दीसत ऐंकार।
युवा रीझत तो वहां,
होवत कबु नह हार।
*107*
बधाना सम्मान धरा भारती का आन बान,
गाना हे जरुरी जेसे देस राष्ट गान है।
सेना ज्यू जरूरी देश रक्षा रखै मान शान,
थाना ज्यू जरुरी दुषटान को दबान है।
बिमार होना पै दवा खाना ज्यू जरुरी वेसे,
शरीर चलाना ज्यू जरूरी खान पान है।
सरकार हितकारी चुनना जो है सुजान,
मधुकर करना जरुरी मत दान है।
*108*
भुषण शिवाजी तणै बावन कवित भणै,
लाखां का पसाव लिया लेखणी लिखाई है।
उणां दिया ऐक कवी अनेकां ओ देत अबै,
जणै जयकार लोग गरीब जपाई है।
रेस दिनी आंतक को रखवाल रीझ कर,
विदेशां में भारत की साख जो वधाई है।
कंगाल जो देश तणा करै करोड़ां पसाव,
गुण क्यू नी मोदी घणा मधुकर गाई है।