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Month: May 2019

मोदी माला – भंवरदान “मधुकर” माड़वा

मोदी माला – भंवरदान मधुकर माड़वा- +919414761361 सादर में कवी मधुकर आज भारत देश के इन शहादती जवानां को श्रदांजली देता हुवा नमन करता हू। ओर भारत कि जनता सें…

अरी दळ अंग्रेज रा जुलमां करता जाय – कवि राजन झणकली

कुँवर प्रताप सिंह बारहठ- अरी दळ अंग्रेज रा जुलमां करता जाय (कवि राजन झणकली) अरी दळ अंग्रेज रा जुलमां करता जाय। प्रजा रक्षक प्रताप सिंह अड़तो नित नित आय।।,,,,,,1 वीर…

ना रात वो संगीन थी, ना रात वो रंगीन थी- जितेन्द्र चारण

ना रात वो  संगीन थी, ना रात वो रंगीन थी। हुआ शहीद प्रताप था, ना रात वो गमगीन थी ॥ शुक्ल पक्ष की रातें थी, वहां वीर तुम्हारी बातें थी।…

रोवै तो रोवै भला तोडूं कोनी रीत, जननी सूं ज्यादा मनैं जन्म भौम सूं प्रीत – प्रह्लादसिंह कविया प्रांजल

अमर शहीद प्रताप सिंह बारहठ पर रचित एक कविता…. अमर वाक्य- रोवै तो रोवै भला तोडूं कोनी  रीत, जननी सूं ज्यादा मनैं जन्म भौम सूं प्रीत चल रहा था जख्म और…

गीत बल्लू जी चांपावत रो (संकलन कर्ता- मोहन सिह रतनू, जोधपुर

गीत बल्लू जी चांपावत रो गीत प्रहास साणोर विजड ऊठियो धूण गिरमेर रो बहादुर, पछै म्हे कदे अवसाण पावां। अमर ने सुरग दिस मैल ने ऐकलो, आगरै लडैवा कदै आवां।…

लेखणी जद कर लियो कड़पाण आजादी मिली- प्रहलादसिंह झोरड़ा

लेखणी जद कर लियो कड़पाण आजादी मिली और कविता जद हुई अगवाण आजादी मिली शंकरै सामौर, बांकीदास, सूरजमल्ल रा गीत बणियां जद अगन रा बाण आजादी मिली भरतपुर रा जाट…

“चारण कवि” (हाँ आज बदळती दुनियां में )- प्रहलादसिंह झोरङा

“चारण कवि” हाँ आज बदळती दुनियां में  विज्ञानी सूरज ऊग गियो  तारां ज्यूं उङतौ आसमान  ओ मिनख चाँद पर पूग गियो  नूंवी तकनीक मशीनां सूं  पल पल री खबरां जाण…

अमर सहीद (अरे कद भूले हो लाडेसर )- प्रहलादसिंह ‘झोरङा’

अमर सहीद” अरे कद भूले हो लाडेसर जुग-जुग सूं नेम घराणै रो | भारत माता रे मिंदर में जीवण री भेंट चढाणै रो || मेङी में बैठी माँ सुत नैं…

कण -कण में कङपाण, भरे जुगभाण जठै- प्रहलादसिंह ‘झोरङा’

कण -कण में कङपाण, भरे जुगभाण जठै | रंगरूङौ मरुदेस, मिनख रो माण जठै || धोरङियां रे बीच, धरम री धरती है | तावङिया में तपै, ठण्ड में ठरती है…

अमर सहीद कुंवर प्रतापसिंह बारहठ- प्रहलादसिंह “झोरड़ा”

“अमर सहीद कुंवर प्रतापसिंह बारहठ” कै सोनलियै आखरां वीर रो, मांडू विरद कहाणी में बो हँसतौ हँसतौ प्राण दिया, आजादी री अगवाणी में आभे में तारा ऊग रिया, रातङली पांव…