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Month: April 2019

श्री रामदयाल जी बिठू को श्रद्धा सुमन अर्पित कवि मधुकर ।

श्री रामदयाल जी बिठू को श्रद्धा सुमन अर्पित कवि मधुकर । परम परमारथी आतमा ,समाज सेवी ,जाती रतन श्री रामदयाल जी बिठू का कुछ समय पहलै सुरगवास हो गया ।वह…

ओह रिशतै अजांण, पती पतनी प्रखांण- कवि मधुकर भंवरदानजी

ओह रिशतै अजांण , पती पतनी प्रखांण ,लेखो कुण ले लिखांण ,प्रीत के प्रमांण है । ब्याव को बणै विधाण ,जीवन विताण जांण ,आपरचित मिले आंण ,जाण ना पेचांण है…

श्री आवड़ माँ दूण चालिसा छंद बे अखरी मात्रा (१६)अंत गुरू

🙏🏼🙏🏼श्री आवड़ माँ दूण चालिसा छंद बे अखरी मात्रा (१६)अंत गुरू तेमड़ भगतां तारणी ,आवड़ रो जस आख ।मधुकर वरणे माड़वे ,दूण चालिसो दाख ।🙏🏼🙏🏼⛳⛳🙏🏼   शुभम ऊचारो माँ सुरसती…

कुलदेवता/कुलदेवी की पूजा क्यूं करनी चाहिये ।

कुलदेवता/कुलदेवी की पूजा क्यूं करनी चाहिये ।    एक सुन्दर संकलित लेख आपके अवलोकनार्थ                       ******* हिन्दू पारिवारिक आराध्य व्यवस्था में कुल देवता/कुलदेवी का स्थान सदैव से रहा है ,,प्रत्येक…

श्री लूंग माँ रो छंद- राजेन्द्रदान बीठू (कवि राजन) झणकली

श्री लूंग माँ रो छंद   रचना- राजेन्द्रदान विठू (कवि राजन) झणकली संकटों कीजो शायता सरवत दीजो साथ बेल आवजो वीश हथ हरदम हाथो हाथ।। भय दुख पीड़ा भाँगजे दीजे…

श्री करणी मां री चिरजा- राजेन्द्र दान विठू (कवि राजन) झणकली

श्री करणी मां री चिरजा   रचना- राजेन्द्रदान विठू (कवि राजन ) झणकली मंदर थारो मोटो है माई देशांणो हर इक को दाई।। वेल ऊंची धजा असमान फरुके नभ मो…

श्री जोमां मां रो छंद- राजेन्द्रदान विठू (कवि राजन) झणकली

श्री जोमां मां रो छंद   रचना-–राजेन्द्र दान विठू(कवि राजन) झणकली आखर दीजो ऊजळा गुण मां थारा गाय कथूं मात तव कीरती रसना बसों सुरराय।। चित मो कीजो चांनणो भजूं…

श्री गंगा मैया रो छंद- कवि राजन झणकली कृत

श्री गंगा मैया रो छंद सुरसती उर रहो सदा दीजो आखर दान। सुंदर रचना कर सकूं धरूं गंग चित ध्यान।। शिव जटा पर रही सदा प्रकटे नीर पवित पाप हरे…

श्री वीरों माँ भिंयाड़ छंद- राजेन्द्र दान वीठू (कवि राजन झणकली)

श्री वीरों माँ भिंयाड़ छंद रचना – राजेन्द्रदान वीठू (कवि राजन झणकली)   रावळ गुड़े रांण रो अरी दळ आयो एक गऊ ले गयो गांम रे हुकम न छोड़ी हेक।।…