जुढिया में उमड़ा भक्ति का सैलाब
जय जयकारों से गूंज उठा राजगढ धोरा
आंगी गैर दल की प्रस्तुति पर झूमे हजारों भक्त
बालेसर: बालेसर के पास स्थित श्री सैणल धाम जुढिया में मां सैणी के जन्मोत्सव के दो दिवसीय कार्यक्रम में कई भव्य आयोजन हुए।
शुक्रवार सप्तमी को सांध्यकालीन महाआरती के साथ मां सैणी जन्मोत्सव का आगाज हुआ ।
शुक्रवार सप्तमी को सांध्यकालीन महाआरती के साथ मां सैणी जन्मोत्सव का आगाज हुआ ।
दीवटमाळ से रोशन हुआ राजगढ धोरा
आयोजन समिति और हजारों श्रद्धालुओं द्वारा लगाए गए हजारों दीपकों की जगमगाहट से सोनथली समेत धार्मिक नगरी जुढिया का पूरा मंदिर परिसर रोशन हो उठा ।
आयोजन समिति और हजारों श्रद्धालुओं द्वारा लगाए गए हजारों दीपकों की जगमगाहट से सोनथली समेत धार्मिक नगरी जुढिया का पूरा मंदिर परिसर रोशन हो उठा ।
आंगी गैर की प्रस्तुति रही मेले का खास आकर्षण
ट्रस्ट प्रवक्ता नारायण सिंह तोलेसर व जीवराज सिंह जुढिया ने बताया कि जसोल की विश्व प्रसिद्ध आंगी गेर दल का ढोल थाली पर नृत्य इतना भाव विभोर करने वाला था कि उसने हजारों स्त्री पुरुषों को भी नाचने पर मजबूर कर दिया।
तुर्रा किलंगी और लंबे घेर की आंगी पहने नृतकों ने कार्यक्रम में चार चाँद लगा दिए ।
चिरजा गायन के साथ डायरा चला रात भर
जन्मोत्सव की भक्ति संध्या( रातीजोगा) में नामचीन कलाकारों ने रात भर सुरों की सरिता से श्रोताओं को बाँधे रखा। उगम दान और उनकी पार्टी ने शानदार डायरा द्वारा देवी शक्तियों का आह्वान किया ।
डायरा गायन की गुजराती विधा है जिसमें गायक देवी के छंदों को गायकी में ढालकर देवीकथा प्रस्तुत करते हैं ।
डायरा गायन की गुजराती विधा है जिसमें गायक देवी के छंदों को गायकी में ढालकर देवीकथा प्रस्तुत करते हैं ।
दिव्य शोभायात्रा में उमड़ा अपार जनसैलाब
जन्मोत्सव के अवसर पर हवन व सामुहिक देवियाण पाठ के बाद दिव्य शोभायात्रा निकाली गई । गुलाल- पुष्पवर्षा और जयकारों के साथ सुसज्जित पालकी पर आरूढ मां की सवारी निज मंदिर से राजगढ धोरे पर स्थित सोनथली तक जाती है । सगत सुवाबाईसा की अगवानी में शोभायात्रा के सोनथली पहूँचने पर नाहटा गोत्र की महाजन कन्या ने अपने घर से लाए गुड़ के प्रसाद का मां को भोग लगाया ।
इस अवसर पर हजारों भक्त संवळी रूपी मां के दर्शन के साक्षी बने।
इस अवसर पर हजारों भक्त संवळी रूपी मां के दर्शन के साक्षी बने।
चारण समाज की डेढ सौ यूवा प्रतिभाओं का हुआ सम्मान
सैणी जन्मोत्सव के जलसे के मंचीय कार्यक्रम में चारण समाज की डेढ सौ प्रतिभाएं सम्मानित की गई।
इस कार्यक्रम का संचालन आयोजन समिति के जीवराज सिंह जुढिया ने मायड़भासा में किया।
अन्नदाता सगत सुवाबाईसा, रूंखड़िया बालाजी महंत स्वामी नारायण दास जी, पूर्व सांसद प्रभा ठाकुर, अखिल भारतीय चारण-गढ़वी महासभा के अध्यक्ष सी डी देवल, सांसद प्रत्याशी गजेंद्रसिंह शेखावत, कांग्रेस के पी सी सी सदस्य उम्मेदसिंह राठौड़ , ट्रस्ट अध्यक्ष लक्ष्मणदान नेरवा सहित कई हस्तियां इस अवसर पर मंचासीन थी ।
महाप्रसादी के लाभार्थी सेठ जोरावर मल,सागरमल, सुमेरमल,तेजमल ,मगराज, राजेंद्र कुमार, अमरावचंद चोरड़िया का श्री सैणलाराय सेवा संस्थान जुढिया के अध्यक्ष लक्ष्मणदान नेरवा, सचिव जैतदान चांचलवा, कोषाध्यक्ष हिंगलाज दान भाटेलाई व भंडार प्रमुख जेठुदान, उपाध्यक्ष ईश्वर दान जुढिया द्वारा स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया।
दो दिवसीय कार्यक्रम में श्री करणी छात्रावास बालेसर के विद्यार्थियों द्वारा अनुकरणीय सेवा करने ट्रस्ट प्रबंधन द्वारा उन्हे और स्वयंसेवक दल के सदस्यों को भी सम्मानित किया गया ।
कार्यक्रम का संचालन एडवोकेट अवधेश सिंह कासिंद्रा और कल्याण दान रतनू द्वारा किया गया ।
इस कार्यक्रम का संचालन आयोजन समिति के जीवराज सिंह जुढिया ने मायड़भासा में किया।
अन्नदाता सगत सुवाबाईसा, रूंखड़िया बालाजी महंत स्वामी नारायण दास जी, पूर्व सांसद प्रभा ठाकुर, अखिल भारतीय चारण-गढ़वी महासभा के अध्यक्ष सी डी देवल, सांसद प्रत्याशी गजेंद्रसिंह शेखावत, कांग्रेस के पी सी सी सदस्य उम्मेदसिंह राठौड़ , ट्रस्ट अध्यक्ष लक्ष्मणदान नेरवा सहित कई हस्तियां इस अवसर पर मंचासीन थी ।
महाप्रसादी के लाभार्थी सेठ जोरावर मल,सागरमल, सुमेरमल,तेजमल ,मगराज, राजेंद्र कुमार, अमरावचंद चोरड़िया का श्री सैणलाराय सेवा संस्थान जुढिया के अध्यक्ष लक्ष्मणदान नेरवा, सचिव जैतदान चांचलवा, कोषाध्यक्ष हिंगलाज दान भाटेलाई व भंडार प्रमुख जेठुदान, उपाध्यक्ष ईश्वर दान जुढिया द्वारा स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया।
दो दिवसीय कार्यक्रम में श्री करणी छात्रावास बालेसर के विद्यार्थियों द्वारा अनुकरणीय सेवा करने ट्रस्ट प्रबंधन द्वारा उन्हे और स्वयंसेवक दल के सदस्यों को भी सम्मानित किया गया ।
कार्यक्रम का संचालन एडवोकेट अवधेश सिंह कासिंद्रा और कल्याण दान रतनू द्वारा किया गया ।
– नारायण सिंह तोलेसर
श्री सैणलाराय सेवा संस्थान जुढिया।