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Month: March 2019

चारण कवी बलदेव भाइ नरेला रचित आइ सोनल नी चरज

चारण कवी बलदेव भाइ नरेला रचित आइ सोनल नी चरज मढडामां भाळी में मरमाळी रे,माताजी तारी मुरती रे जी (टेक) लाख लाख दीवडाना,तनथी तेजाळी रे (२) हे जी एणे आतमना…

चारणयुगल द्वारा राणागाममां करेल कमळ पुजा

चारणयुगल द्वारा राणागाममां करेल कमळ पुजा स. 1947ना (इ.स. 1910) अषाढनी अंधारी बारशनी अधराते आ वात बनी ग‌इ छे. ‘बाराडी’ तालुकानो कोइपण तुंबेल चारण ज्यारे भेटी जाय छे त्यारे जेठा…

दीधा रे विसारी बीजा देवने = चारणकवि श्री आल द्वारा रचित सोनबाइ मां नी चरज

दीधा रे विसारी बीजा देवने = चारणकवि श्री आल द्वारा रचित सोनबाइ मां नी चरज दीधारे विसारी बीजा देवने जगदंबा तमने किधाछे एकज याद. भेळीया वाळी रे वीस भुजाळी रे…

सोनल अमने सांभरे- रचना – चारण कवि लाखाभा गोरा

सोनल अमने सांभरे रचना – चारण कवि लाखाभा गोरा आइ सोनल अमने सांभरे,हे जगदंबा एटली सांभरे चारणकुळ नी जोगमाया,नवलाख लोबडीयाळी सांभरे रे अमने सोनल एटली सांभरे रामे रावण ने मारियाे,ब्रह्म…

आजे वसौत पंचमीना शुभदीने हांसबाइ मां ने चरणे वंदना

आजे वसौत पंचमीना शुभदीने हांसबाइ मां ने चरणे वंदना कच्छमें बिराज्या हांसल हेतसें मढडेवाळी सोनल जेडो स्नेह रे रतडीया गामे.. कच्छमें बिराज्या हांसल हेतसें. भोंख्यें के भोजन मले भावसें..२ वेणे…

लेख कागळ लख्या तात प्रहलादने काळने जीतवा कलम टांकी = कागबापु द्वारा रचित "झूलणा-छंद"

लेख कागळ लख्या तात प्रहलादने काळने जीतवा कलम टांकी = कागबापु द्वारा रचित “झूलणा-छंद” लेख कागळ लख्या तात प्रहलादने काळने जीतवा कलम टांकी वर्षनां वर्ष विचार करीने लख्युं मागवा नव…

चारणी जोगमाया मढडावाळा आइ सोनबाइ रचित चरज "विंझणो"

चारणी जोगमाया मढडावाळा आइ सोनबाइ रचित चरज “विंझणो” माडी ते तो शेनो रे गुंथ्यो छे,अावो रुडो विंझणो… माडी ते तो केवो रे गुंथ्यो रे,अनुपम विंझणो माडी तें तो केवो रे…

चारणकवि पद्मश्री कागबापु द्वारा रचीत त्रीभंगी-छंद

चारणकवि पद्मश्री कागबापु द्वारा रचीत त्रीभंगी-छंद ए चारणनुं कर्म हतुं सत् उच्चरवानुं,तप करवानुं ए चारणनुं कर्म हतुं – जी, ए चारणनुं कर्म हतुं. (टेक) इर्षा करवानुं,मद धरवानुं,मागण वृत्तिए फरवानुं पर…

चारणकवि श्री कागबापु द्वारा रचित छंद = भुजंगी

चारणकवि श्री कागबापु द्वारा रचित छंद = भुजंगी दोहो शांतिकरण जग भरण तुं घडण घणा भवघाट नमो आद्य नारायणी, विश्वरुप वैराट छंद = भुजंगी नमो ब्रह्मशक्ति महाविश्वमाया नमो धारनी कोटी…