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Month: December 2018

ठा. केसरीसिंह बारहठ – व्याक्ति परि‍‌चै

ठा. केसरीसिंह बारहठ ठा. केसरीसिंह बारहठ – व्याक्ति परि‍‌चै : – (जीवन यात्रा) जलम : २१ नवम्बर १८७२ गाँव देवखेड़ा शाहपुरा राज्य में पिता : ठा. कृष्णसिंह बारहठ माता :…

श्री सोनल माँ रो छंद — राजेन्द्रदान बीठू (कवि राजन झणकली)

श्री सोनल माँ रो छंद सोनल कीजो सायता सरवत दीजो साथ। चिंता मेटजो चारणी मढड़े वाळी मात।। समत दहै सबजन सदा सतपथ रहे समाज। कूड़ कपट कुबुद्ध कदा भय दुरमत…

शहीदों की शहादत को सलाम 9 दिसम्बर

शहीदों की शहादत को सलाम   इतिहास के प्रत्येक कालखण्ड में चारण ने अपनी मातृभूमि की रक्षार्थ शहादत का वरण किया है। चाहे वे नरूजी बारहठ हों ,शंकर जी लाल़स हों,…

वीर राजवीरसिंह खिड़िया

. नाम राजवीरसिंह चारण माता व पिता नाम प्रभुदानजी जन्म दिनाक 09 दिसम्बर शहीद दिनाक 21 जून, पता गाँव – इन्द्रपुरा, तहसील – मकराणा, जिला – नागोर (राजस्थान) जीवन परिचय  

राजस्थानी भाषा – राजेन्द्रसिंह कविया संतोषपुरा सीकर

!! राजस्थानी भाषा !! ========================= संसार की किसी भी भाषा की समृद्धता उसके शब्दकोष और अधिकाधिक संख्या मे पर्यायवाची शब्दो का होना ही उसकी प्रामाणिकता का पुष्ट प्रमाण होता है।…

कवित्त- श्रीरामदानजी दधवाङिया कूंपङावास (राजेन्द्रसिंह कविया संतोषपुरा सीकर)

!! कवित्त !! धराके हिये में ध्यान राम अवधेश जूको, मात पितु मेरे ताके चर्ण सीस नाऊँ मैं ! सदगुरू सुजान निज ईश्वर समान मान, जाकी कृपादृष्टि हुते वांछितफल पाऊँमैं…

दोहा- {प्राचीन इतिहास सू दोहा संकलन} राजेन्द्रसिंह कविया संतोषपुरा सीकर

दोहा !! इऴा न देणी आपणी, हालरिये हुलराय ! पूत सिखावै पालणै, मरण बङाई माय !! सज मुखमलरी सेज, नरसोवै हुयहुय निसंक ! बै कांटा रा बेज, रती न जाणै…

राजस्थान में वर्तमान में चारण माताजीओ के नाम व गाँव का नाम⤵

राजस्थान में हाल ही में चारण जोगमायाओ के नाम व गाँव का नाम⤵ 01.  समन्ध बाईसा महाराज गांव बारठ रो गांव, तह. भणियाणा (जैसलमेर) 02.  कंकु केशर मां गांव गढवाड़ा…

कवित्त- राजेन्द्रसिंह कविया संतोषपुरा सीकर

कवित्त !! सन्नी जमराज दोऊ धारत महीषन को, मृग पे मयंक अर्क अश्व पे दिखात है ! ब्रह्मा अरू सुरसती हंस पे सवार बनें, तारख पे विष्णु मैन मीन पे…