पद्मश्री विजयदान देथा बोरुंदा
विजयदान देथा विजयदान देथा का जीवन परिचय बाताँ री फुलवारी जैसी जीवंत रचना लिखने वाले राजस्थान के सुप्रसिद्ध क्रांतिकारी और पद्म श्री विजयदान देथा जी को बिज्जी उपनाम से भी…
विजयदान देथा विजयदान देथा का जीवन परिचय बाताँ री फुलवारी जैसी जीवंत रचना लिखने वाले राजस्थान के सुप्रसिद्ध क्रांतिकारी और पद्म श्री विजयदान देथा जी को बिज्जी उपनाम से भी…
चारण साडा त्रण प्हाडा- जोगीदान चडीया द्वारा रचित रचनाओं के साथ. प्रथम,प्हाडो छंद: मनहर कवित || नरा चाळ अवसूरा || रचना: जोगीदान चडीया नरा कूळदेवी मात रवेची को लीयो नामशंकर…
महामहोपाध्याय कविराजा श्यामलदास के पूर्वज मारवाड़ के मेड़ता परगने में दधिवाड़ा ग्राम के रहने वाले देवल गोत्र के चारण थे। इस गांव में रहने के कारण ये दधिवाड़िया कहलाये। इनके…
जन्म संवत 1515 श्रावण शुक्ल बीज को प्रातः काल में माता पिता माता का नाम अमरबाई गाडण व पिता सुराजी रोहड़िया शाखा के चारण थे जन्म स्थान भादरेस, बाडमेर राजस्थान…
दीपर्यो सुख-धाम में, ओ राम रो पैगाम दिवलो। नेह रो दरियाव दिवलो, गेह नै उपहार दे। श्याम-बदना रात रै, झट गात नै सिंणगार दे। तन बाल़ जोबन गाल़ नै, उपकार…
योगी देवनाथजी महात्मा का परिचय सरवर, तरवर, संतजन चौथो बरसे मेह।परमार्थ रे कारणे, चारों धारी देह।। अपनी विशिष्ट लौकिक संस्कृति के लिए धाट व पारकर की धरा प्रख्यात है। इसे…
|| खोडल तारा खेल || रचना: जोगीदान चडीया पोगेय तुं पताळमां, गगने करती गेल. जोया चारण जोगडे, खोडल तारा खेल.||01|| (हे मा खोडल..तुं पलक मां पाताळे पोगे तो बीजी क्षणे…
उर रख कोड अपार, रीझ कर त्यार रँगोली प्रिया-विष्णु पधार, बहुरि मनुहार सुबोली। सिंधुसुता सुखधाम, नाम तव है घणनामी। तोड़ अभाव तमाम, अन्न-धन देय अमामी। कवि अमर-सुतन ‘गजराज’ कह, मांडै…
दीपक की रोशनी में सच का चेहरा – डॉ गजादान चारण ‘शक्तिसुत’ दीपावली का पर्व हमारी आस्थाओं के साथ-साथ मनोवैज्ञानिक रूप से भी हमारे लिए बहुत महत्तवपूर्ण है। दीपावली…
एक जमानो हो जद अठै रा नर-नारी मरट सूं जीवण जीवता अर सत रै साथै पत रै मारग बैवता। हालांकै धरती बीज गमावै नीं आज ई ऐड़ा लोग है जद…