श्री करणी माँ
जय श्री करणी माँ बीकानेर राजघराने की इष्ट देवी श्री करणी जी का जन्म 20 सितंबर 1387 को गांव सुआप में हुआ था। इनका विवाह गांव साठिका के बिट्ठूजी चारण…
जय श्री करणी माँ बीकानेर राजघराने की इष्ट देवी श्री करणी जी का जन्म 20 सितंबर 1387 को गांव सुआप में हुआ था। इनका विवाह गांव साठिका के बिट्ठूजी चारण…
બચુભાઇ ગઢવી પ્રાગટયનું પહેલું કિરણ આપમેળે પ્રગટે એમ તેમનામાં પ્રજ્ઞાા પ્રગટી ગઇ હતી. ધરતી ફાડીને અણધાર્યો વાંસનો અંકુર ફૂટે તેમ વિદ્વત્તા વિસ્તરી ગઇ હતી. ઇતિહાસની વાત માંડે ત્યારે આર્યાવર્તનો ઇતિહાસ…
प्रशंसा बहुत प्यारी है, सभी की ये दुलारी है, कि दामन में सदा इसके, खलकभर की खुमारी है। फर्श को अर्श देती है, उमंग उत्कर्ष देती है, कि देती है…
नाम पद्मश्री डा. सीताराम लालस (सीताराम जी माड़साब के नाम से जनप्रिय) माता पिता व जन्म संबधित हाथीरामजी के सुपुत्र के रूप में 29 दिसंबर 1908 (आसोज सुद ग्यारस बुधवार)…
शिक्षित और स्वावलंबी मानव समाज के स्वप्नदृष्टा श्री पालुभाई गढवी (भजनानंदी) सेवा समर्पन और सत्य वकता का लोक मुख से परिचय ● मांडवी के मिट्टी की महेक, शरीर से, स्वभाव से…
छंद – झुलणा शूंढाळा सांयजे गणाधिपति गुणपति, विघ्न सब हरीजे सुणो हेला. करा हूं आरदा शारदा सरसती, अब्द नी ल्हांणी दियो पेला. राज कविराज ना आज जश भाखवा, रसण पर…
धोरीमन्ना उपखण्ड मुख्यालय से करीब 20 किमी दूरी पर सांचौर की तरफ जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पंद्रह पर बोर चारणान बस स्टेंड से उत्तर की तरफ दो किमी दूरी पर…
जय श्री लक्ष्मी बाई सा श्री लक्ष्मीबाईसा का शुभ अवतरण कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष द्वादसी बुधवार विक्रम संवत 1929 को ग्राम बालेबा जिला बाड़मेर में हुआ था। श्री लक्ष्मीबाई सा…
सराध रो रिवाज आपणै समाज में जूनै टेम सूं चालतो आयो है अर आज ई चालै। जे आज री बात करां तो इयां मानो कै अबार रो जुग तो सराध…
पूरा नाम कुंवर प्रतापसिंह बारहठ माता पिता का नाम पिता क्रांतिकारी बारहठ केशरीसिंहजी व माता माणक कुँवर जन्म व जन्म भूमि वि.सं.1950 ज्येष्ठ शुक्ला नवमी तदनुसार दि. 24 मई 1893…