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Month: November 2018

दुव सेन उदग्गन – वंश भास्कर

।।दोहा।। सक हय बसु सत्रह समय, माधव दरस मिलाप। घटिय रुद्र रवि के चढत, उलटि समुद्रन आप।।१ ।।छंद – दुर्मिला।। दुव सेन उदग्गन खग्ग समग्गन अग्ग तुरग्गन बग्ग लई। मचि…

वाह ! वाह ! यारो, मुंइंजा दिलदारो- आशूदान मेहड़ू जयपुर

अज मिड़े थद आरो थोकड़ो खासो….उकड़ू वेठा चार पंज भाउर तड़के वेहि गाल्हियें जा गप्प ठेलिंदा डिठा…गाल्हियुं फक्त नेताएं जुं….हितां जी हुतां अईं हुतां जी हितां…. बस पोय मुखे सुझी…

करणी माता के 21 दोहे- प्रह्लादसिंह कविया

साभार- करणी माता के 21 दोहे   1. करणी थारै देश में, आज गजब रा रंग। रास रचावै जोगण्यां, बाजत नौबत चंग । 2. करणी थारै देश में, आई सातों…

दो गजलां -गिरधरदान रतनू दासोड़ी

१ एकर म्हारै गाम आवजै। साथै थारी भाम लावजै।। चांदो तारा बंतल़ करता। हंसतो रमतो धाम पावजै।। मिरच रोटियां मन मनवारां काल़जियै रो ठाम पावजै।। स्नेह सुरां री बंशी सुणजै।…

गीत सांगा मैणा रो- गिरधरदान रतनू दासोड़ी

17वीं शताब्दी के श्रेष्ठ कवि महकरण मेहडू उर्फ जाडा मेहडू जो अपने समय के निर्भीक व बेबाक कवि के रूप में साहित्यिक जगत में विश्रुत है। इन्हीं के पुत्र कल्याणदास…

चिड़कली ~ गिरधरदान रतनू “दासोड़ी”

आदरणीय डॉ.आईदानसिंहजी भाटी री ओल़ी चिड़कली सूं प्रेरित कीं म्हारी ओल़्यां ऐ नजर तूं तो भोल़ी भाऴ चिड़कली। दुनिया गूंथै जाऴ चिड़कली।। धेख धार धूतारा घूमै। आल़ै आल़ै आऴ चिड़कली।। मारग…

चारण समाज में देवल देवी के नाम से चार लोक देवीयां अवतरित हुई थी।

चारण समाज में देवल देवी के नाम से चार लोक देवीयां अवतरित हुई थी।   उनमें प्रथम- जैसलमेर के बोगनयायी गांव के मीसण शाखा के चारण अणदा जी की पुत्री…

टोडरमलजी चांचडा

टोडरमलजी चांचडा एक समय जब बाबर बहुत शक्तिशाली हो गया तब सभी राजा महाराजाओं ने महाराणा सांगा के साथ मिलकर बाबर से युद्ध करने की योजना बनाई और बयाना में…

श्री गीगाई माता, इन्दोखा

हिंदू धर्म में जगत के कल्याण हेतु समय-समय पर शक्तियां अवतरित होती रहती हैं ! मगर सभी जातियों का मूल्यांकन किया जाए तो भारतीय इतिहास में सबसे ज्यादा शक्ति अवतरण…

कीरत चावी कच्छ री(१) -संग्राम सिंह सोढा कृत

कीरत चावी कच्छ री(१) –संग्राम सिंह सोढा कृत डिंगळ काव्य में पैलीपोत सुधी पाठकां सारू कच्छ री ऐतिहासिक,सांस्कृतिक, भौगोलिक,प्राकृतिक छटा रौ लूंठो वरणाव अर  सांगौपांग पद्यबद्ध जाणकारी देवण री कीं…