Wed. Aug 6th, 2025

Month: October 2018

श्री दुर्गा-बहत्तरी – महाकवि हिंगऴाजदान कविया

आद्याशक्ति माँ हिंगुऴाज पौराणिक देवी है तथा प्राचीन पुराणों मे इसका वर्णन आता है व तंन्त्रचूड़ामणि, वृहन्नीलतंन्त्र, शिवचरित्र आदि मे भी इसका वर्णन है। इस आदिकालीन तीर्थ के अब पाकिस्तान…

गीत संपखरो – तेमड़ाराय रो

गीत संपखरो – तेमड़ाराय रो नमो माडरांणी बखाणी तो सुरारांणी नमो नमो, दीपै भांणी सात अहो भाखरां रै देस। सालिया मेछांणी मुरड़ मंडिया केक संतां, इल़ा मौज माणी राज अन्नड़ां…

आद शक्ति आवाहन – आशूदान मेहडू़ जयपुर

हमारी देव संस्कृति मत मतानुसार “नवरात्रि पर्व” दोनों चैत्र एवं आसोज नवरात्रि सिद्धि साधना, देव आराधना, मनोवांछित फल दात्रा, इष्टयात्रा एवं शत्रुनाश, रोगमुक्ति तथा अनेक सिद्धियां देने वाले अमोघ पर्व…

सोहागी खेतरपाळ रो गीत ~ मीठा मीर डभाल

सोहागी खेतरपाळ रो गीत कर विनय अरदास कहवूं, सगत लीजो सार। गुण खेतल तणा गावूं, उकत द्यो अणवार। तो औधार जी औधार, अम्बा आपरो औधार।।1।। शिव रो गण आप साचो, भज्यां…

चिरज-रणजीत सिंह चारण रणदेव

” चिरज “   माँ क्रूपा करो मेहाई मायड, देशाणे काबा वारी . हैं काबावाली डोकरी,, आवड करनल अवतारी | क्रूपा करो माँ……… टेर   हैं देशनोक करणी किनियाणी, आफत…

चारण एक धारण-रणजीत सिंह रणदेव चारण

चारण एक धारण केवण विनती कालजों , मेहाई सुण मात। चारण बट कैसे वियों,, सबने करदों साथ।।1।।   चारण एक धारण हों , शक्ति पुत्र हों साथ। करदों किरपा करनला,,कदम-कदम…

दोहें जगदम्बा के-रणजीत सिंह रणदेव चारण

दोहें जगदम्बा के आप पधारों आवडा, दुजों लिए अवतार। गान अब तोरे गाऊं,,करज्यों न इणकार।।१।।   शक्ति हिगलाज सरूपा, सेवग विनय सवार। आज ही मात आवजों,,करज्यों न इणकार।। २।।  …

उदयपुर कन्या चारण छात्रावास के लिए कविता-रणजीत सिंह रणदेव चारण

जय श्री करणी माँ, जय लुंग माँ,  जय सोनल माँ उदयपुर कन्या चारण छात्रावास के लिए कविता हें शिक्षा न्यारी, हें सब को प्यारी, कहीं-कहीं होती इसकी बंटवारी। देखी मैंने…

श्री करणी शतक115 दूहों की दूहावली-रचित रणजीत सिंह चारण

*श्री करणी शतक*  115 दूहों की दूहावली  रचित रणजीत सिंह चारण “रणदेव” मुण्डकोशियां *गणपति तोरे गुण गऊं, पहला लागू पाय।* *महेश पुत मंगल करो ,,साथे करों सहाय।।1।।*  *शारदा बणों सारथी,…

ए-मेरे भाई वों कौन थी?- रणजीतसिंह रणदेव कृत

ए-मेरे भाई वों कौन थी? (रणदेव कृत)   ये हर उस बेटे से एक बहिन(बेटी) का सवाल हैं जिस बेटे ने अपनी माँ को बुढापें में छोड दिया।  ———————————————– ए-मेरे…