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Month: October 2018

भैरूंनाथ रा छप्पय – जवाहरदान जी रतनूं

जवाहरदान जी रतनूं, थूंसड़ा रा प्राचीन समय रा चारण साहित रा सिरजणहार साधक हा। रतनूं साहब री भगवती री चिरजा/रचनांवां री अजब अनूठी अलंकारिक व भावपक्ष री न्यारी निराऴी हटोटी…

आज अश्विन शुक्ल सप्तमी माँ करणीजी व माँ साचाय जन्मोत्सव

जगत जननी भगवती माँ करणीजी के जन्मोत्सव पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।नाम :- आई श्री करणीजी पिताजी का नाम :- मेहाजी किनियामाताजी का नाम :- देवल देवी जन्म :-…

श्री करनी माता की शिक्षाएं एवं संदेश- डॉ नरेन्द्रसिंह आढा (झांकर)

श्री करनी माता की शिक्षाएं एवं संदेश ज्यादा जानकारी के लिए:-Click here   भगवती श्री करनी माता ने इस मरूधरा के सुवाप गाँव (जोधपुर के आऊ के निकट) में वि•स•1444…

बध-बध मत ना बोल ~डॉ. गजादान चारण “शक्तिसुत”

बध-बध मत ना बोल बेलिया, बोल्यां साच उघड़ जासी। मरती करती जकी बणी है, पाछी बात बिगड़ जासी।। तू गौरो है इणमें गैला, नहीं किणी रो कीं नौ’रो। पण दूजां…

माताजी के 10 शक्ति – पीठ स्थान- राजेन्द्रसिंह कविया संतोषपुरा सीकर 

माताजी के शक्तिपीठ हमारी यूट्यूब चेनल पर पूरा वीडियो देखें (1) “”!! त्रिपुरसुंदरी शक्ति-पीठ !!”  *!! त्रिपुरा !!* भारत के पूर्वोतर राज्य त्रिपुरा की सीमा आसाम व मिजोरम से लगती…

छँद देवलजी माँ – कविराज जूझारदान दैथा ‘मीठड़िया’

।।दूहा।। अवरळ वॉणी उर वसौ मात चण्डी मँहमाय । आखों दैवळ औपमा रूप गिरॉ सुरराय ।।१।। छँद रौमकँद सुरराय सदा अघ मेटण सॉप्रत पाय नमौ पह रीत पणॉ । रवराय…

देवल माँ- गिरधरदान रतनू दासोड़ी

।।दूहा।। माडधरा में माड़वो, पहुमी बडी पवीत। सदन भलै रै शंकरी, अवतारी अघजीत।।1 देवल भलियै दीकरी, है बीजी हिंगल़ाज। प्रगट माड परमेसरी, सगतां री सिरताज।।2 माडधरा में माड़वै, धर खारोड़ै…

गीत प्रहास साणोर देवल माँ-गिरधरदान रतनू दासोड़ी

।।गीत प्रहास साणोर।। भलै सोढवत धरै तूं अवतरी माड भू साच मन ईहगां वाच सेवी वीरी तणै उदर रमी तूं बीसहथ देवला रूप हिंगल़ाज देवी१ साहल़ां सांभल़ै बधारै संतजन देव…

मेघवाल़ होयो तो कांई ? म्है इण नैं भाई मानूं- गिरधरदान रतनू दासोड़ी

माड़ रो माड़वो गाम जूनो सांसण। नैणसी, हमीर जगमालोत रो दियो लिखै तो उठै रा वासी उणस़ूं ई पुराणो मानै। इणी गांम में सोढैजी संढायच रै दो बेटा – अखोजी…

महाशक्ति देवलजी- गिरधरदान रतनू “दासोड़ी”

महाशक्ति देवल जिन्होंने अपने पिता की जागीर का चौथा हिस्सा अपने पिता के सेवक जो कि बेघड़ जाति का मेघवाल था को देकर बनाया था जमींदार। आजादी के बाद, उस…