माँ करणी जी री चिरजा ।
ओजी, करनल जी, सुणों जी मैया मोरी बातडली।
ओजी बुलावोंनी मानें द्वार,,मैया मोरी लाढडली।।
ओजी बुलावोंनी मानें द्वार,,मैया मोरी लाढडली।।
देखण थारी सुरत मैया, नैना रा टीम-टीम चमकै।
आंख्या उबलैं आशा तरसै,,मैया मन गणों भडकै।।
ओजी बुलाईलों नी द्वार ,देशाणै गढ बीकडली,,
आंख्या उबलैं आशा तरसै,,मैया मन गणों भडकै।।
ओजी बुलाईलों नी द्वार ,देशाणै गढ बीकडली,,
ओजी करनल जी……. 1
केवे मारों मन माता, आय दुख थे ही उबारों।
जाणों मती दुजों मनैं, किरपा अन-धन कारों।।
मैं करूँ अरदास करणी,सुणों मोरी मायडली।
जाणों मती दुजों मनैं, किरपा अन-धन कारों।।
मैं करूँ अरदास करणी,सुणों मोरी मायडली।
ओजी करनल जी…….. 2
ओजी रग-रग केवे मारों , मैया तूँ ही तारणहार।
सपना माही केदों मनें, मैया कद बुलावणवार।।
आंख्या दु:खे मेहाई महाराज,जावैं जद रातडली।
सपना माही केदों मनें, मैया कद बुलावणवार।।
आंख्या दु:खे मेहाई महाराज,जावैं जद रातडली।
ओजी करनल जी……. 3
ओजी कद बुलाओला मने,दर्शन ने मारा धणियाप।
बैगा-बैगा बुलाओ जी,मारा करनल जी आप।।
हरख मानें गणो लागें ,काबावाली काबडली।
बैगा-बैगा बुलाओ जी,मारा करनल जी आप।।
हरख मानें गणो लागें ,काबावाली काबडली।
ओजी करनल जी…….. 4
करुणामय किरतार ,थारा करणा दरसण मात।
राखू इच्छा हर साल ,ओरण जाय दिज्यो मत रात।।
रणदेव ने अब बुलायलों,जोवें थारी बाटडली।।
राखू इच्छा हर साल ,ओरण जाय दिज्यो मत रात।।
रणदेव ने अब बुलायलों,जोवें थारी बाटडली।।
ओजी, करनल जी, सुणों जी मैया मोरी बातडली।
ओजी बुलावोंनी मानें द्वार,,मैया मोरी लाढडली।।
ओजी बुलावोंनी मानें द्वार,,मैया मोरी लाढडली।।
रणजीत सिंह चारण “रणदेव”
गांव – मूण्डकोशियां, राजसमंद
व्हाटसप न. – 7300174927
गांव – मूण्डकोशियां, राजसमंद
व्हाटसप न. – 7300174927